पुलिस ने फिर पकड़ी देसी पिस्टल और जिंदा कारतूस
दमोह। जिले में अवैध हथियारों की आवक जावक के साथ इनके उपयोग से होने वाले घटनाक्रम सुर्खियो में छाए रहते है। इन वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद भी इस बात का खुलासा नहीं हो पता कि आखिर यह हथियार इनके पास कहां से आए थे। वही जब कभी अवैध हथियारों के साथ बदमाश पकड़े जाते हैं तो कहां से हथियारों को खरीदा गया है या बनवाया गया है यह जानकारी पुलिस के रिकॉर्ड में ही दबकर रह जाती है मीडिया के जरिए आम नागरिकों तक नहीं पहुंच पाती है।
ऐसे ही कुछ हालातो
के बीच ताजा मामला सागर नाका क्षेत्र में सामने आया है जहां चौकी प्रभारी
के द्वारा देसी कट्टा कारतूस के साथ कुछ बदमाशों को पकड़े जाने की जानकारी
कुछ पत्रकारों को एसपी कार्यालय बुलाकर दिए जाने के साथ पुलिस द्वारा जारी
विज्ञप्ति में इस मामले की लंबी चौड़ी कहानी गड़ी गई है। लेकिन यह बताना
जरूरी नहीं समझ गया कि आखिर इन बदमाशों के पास यह हथियार कहां से आए तथा
खरीद बिक्री करने वाले तत्व इनके जरिए क्या किसी वारदात को अंजाम देने की
फिराक में थे या फिर यह कारोबार कब से संचालित कर रहे थे।
फिलहाल
हम यहां एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी द्वारा मामले में कुछ मीडिया कर्मियों
को दी गई जानकारी और जारी प्रेस नोट के सार से अवगत करा रहे हैं। देहात
थाना की सागर नाका चौकी पुलिस द्वारा 4 नग देसी कट्टे, 3 जिंदा
कारतूस 12 बोर के, नगद 2000 कुल कीमती करीबन 22300 की जब्ती की गई है।
आरोपियों में राघवेंद्र रघघू सेन सरखड़ी, लखन आदिवासी देवरान, संदीप
आदिवास मुहली हाल बांसा तारखेडा पकड़े गए हैं तीन अन्य फरार आरोपियों की
तलाश जारी है।
यह पूरी कार्रवाई एएसपी संदीप मिश्रा
और सीएससी अभिषेक तिवारी के मार्गदर्शन में की गई है। जिसमे थाना प्रभारी
देहात मनीष कुमार, चौकी प्रभारी सागर नाका नीतेश जैन, एएसआई अकरम खान,
प्रधान आरक्षक प्रेमदास बैरागी, संजय पाठक, आलोक भारद्वाज, कामता, नीरज
श्रीवास्तव, आरक्षक देवेंद्र, दीपचंद्र, शहवाज, गौरव, भोलाराम, कमल,दीपेश,
साइबर सेल से प्रधान आरक्षक सौरभ टंडन, और राकेश अठिया की विशेष भूमिका
होना बताया जा रहा है।
0 Comments