कासिम कसाई के नागपुर कनेक्शन पर सवालिया निशान
दमोह। कसाई मंडी क्षेत्र के कुख्यात बदमाश कासिम कसाई पुलिस पर गोली चलाने और फिर साथ एनकाउंटर के कारण गुरुवार को दिनभर चर्चाओं में बना रहा इस दौरान उसके परिजनों द्वारा गोकशी मामले में उसके निर्दोष होने की बात चिल्ला चिल्ला कर कही गई। इधर उसके नागपुर से पकड़े जाने के बाद यह सवाल सभी को बेचैन कर रहा है कि आखिर इसका नागपुर से क्या कनेक्शन रहा है..?
दरअसल दमोह के कुख्यात बदमाश कासिम कसाई के ऊपर करीब दो दर्जन अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध है। कुछ फरार मामलों में दमोह पुलिस की टीम उसे नागपुर से पकड़ कर बीती रात दमोह लाई थी। जहां बताया गया कि उसके द्वारा छुपाए गए हथियारों की जपती करने के लिए पुलिस अभी रक्षा में कासिम को गुरुवार सुबह राजनगर क्षेत्र में ले जाया गया था। इस दौरान झाड़ियां में पहले से छुपा कर रखी गई पिस्तौल से उसने एक के बाद एक दो फायर किए। जिसमें एक गोली जबलपुर नाका चौकी प्रभारी आनंद अहिरवार के हाथ को छूते हुए निकल गई। जिसके बाद पुलिस द्वारा चलाई गई गोली कासिम के पैर में लगी। पुलिस एनकाउंटर की खबर शहर में जंगल की आग की तरफ फैलती देर नहीं लगी।
इसके बाद कासिम के परिवार की महिलाओं तथा समाज के लोगों ने गड़ी मोहल्ला चमन चौक क्षेत्र में प्रदर्शन करते हुए चक जाम का प्रयास किया। जिसकी जानकारी लगते ही कोतवाली थाना प्रभारी आनंद राज पुलिस बल तथा महिला पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने कासिम की हालत चिंताजनक नहीं होने तथा उसकी बेहतर इलाज के लिए सागर रेफर कर दिए जाने की जानकारी दी। इस दौरान कासिम के परिवार की महिलाएं 7 मार्च को हुई गोकशी के घटना के दिन उसके दमोह में नहीं होने की बात करती नजर आई । तथा उसका नाम विरोधियों द्वारा लिखवा देने की बात भी वह चीख चीख कर करती रही। इस दौरान इन महिलाओं के द्वारा नागपुर से दमोह पुलिस के चार कर्मियों के द्वारा कासिम को पकड़कर लाने की बात भी कही गई।
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि दमोह में करीब दो दर्जन वारदातों का वांटेड अपराधी कासिम कसाई आखिर नागपुर में क्या कर रहा था खासकर ऐसे समय में जब नागपुर में सांप्रदायिक हिंसा तनाव का माहौल बना हुआ था। तथा दमोह पुलिस भी उसे तलाश नहीं कर पा रही थी ऐसे में अचानक दमोह पुलिस को उसकी नागपुर की लोकेशन कैसे मिल गई और वह आसानी से दमोह पुलिस के हाथ कैसे लग गया। कहीं नागपुर में भी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के बाद वहां की पुलिस की नजरों से बचने के लिए दमोह पुलिस के जाल में फसने का उसके द्वारा नाटक तो नहीं किया गया है इस बात की जांच दमोह एसपी को स्वयं करना चाहिए।
चौकी प्रभारी पर गोली चलाने वाले शातिर बदमाश के शार्ट एनकाउंटर से सनसनी.. गुरुवार सुबह सामने आए इस घटनाक्रम के संदर्भ में बताया जा रहा है कि कोतवाली तथा देहात थाना पुलिस की टीम कुख्यात बदमाश कासिम कसाई को पुलिस अभिरक्षा में हथियार बरामदगी के लिए लेकर गई थी। इस दौरान उसने झाड़ियों में छिपी एक पिस्टल निकालकर पुलिस पर फायरिंग कर दी। जिससे हाथ में गोली लगने से जबलपुर नाका चौकी प्रभारी एएसआई आनंद अहिरवार घायल हो गए। इस दौरान आरोपी ने भागने की कोशिश की जिस पर पुलिस द्वारा शॉर्ट एनकाउंटर करते हुए कासिम के पैर पर फायर करके उसे भगाने का मौका नहीं दिया। घटना के बाद घायल कासिम और एएसआई आनंद को इलाज के लिए जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है जहां उनका आजू-बाजू के बेड पर इलाज शुरू किया गया। एसपी श्रुतकीर्ती सोमवंशी ने बताया कि कुख्यात आरोपी कासिम कसाई के खिलाफ 23 आपराधिक मामले दर्ज हैं। गौकशी, हथियार, विस्फोटक अधिनियम सहित अनेक गैरकानूनी गतिविधियों में वह वांछित अपराधी है। इधर कासिम को बेहतर इलाज के लिए सागर रेफर कर दिया गया जबकि चौकी प्रभारी आनंद कुमार को जबलपुर रैफर किया गया है।
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