जिला अस्पताल में 300 बिस्तरीय भवन निर्माण स्वीकृति हेतु कलेक्टर ने स्वास्थ्य आयुक्त को लिखा पत्र
दमोह। जिला चिकित्सालय वर्तमान भवन लगभग 60 से 65 वर्ष पुराना है जिला चिकित्सालय में संचालित ट्रामा यूनिट पैथालाजी लैब से लेकर ओपीडी तक के भवन को ध्वस्त कर स्थान पर मल्टीस्टोरी नवीन 300 बिस्तरीय अस्पताल भवन निर्मित हो सकता है तथा इसे वर्तमान में संचालित 300 बिस्तरीय अस्पताल से आसानी से जोड़ा जा सकता है। इस प्रकार जिला चिकित्सालय दमोह में निर्माणाधीन मैडीकल कॉलेज के लिये एमसीआई के मापदण्डों के अनुरूप चिकित्सालय की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकती है। इस आशय का कलेक्टर सुधीर कोचर ने संचालनालय लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग स्वास्थ्य आयुक्त को पत्र लिखा हैं। पत्र में कहा गया उपरोक्त विकल्पों को संज्ञान में लेते हुये जिला चिकित्सालय दमोह में नवीन 100 300 बिस्तरीय अस्पताल के निर्माण हेतु स्वीकृति प्रदान की जाये।जिला चिकित्सालय में नवीन अतिरिक्त अस्पताल के निर्माण के संबंध में दो विकल्प प्रस्तावित हैं। इनमें विकल्प 01 में जिला चिकित्सालय परिसर के नजदीक स्थित वन विभाग की 1600 वर्गमीटर आवंटित भूमि पर 100 बिस्तरीय अस्पताल भवन निर्माण किया जा सकता है। विकल्प 02 में जिला दमोह में नवीन शासकीय मेडीकल कॉलेज निर्माणाधीन है एमसीआई के मापदण्डों के अनुसार मेडीकल कॉलेज के साथ 600 बिस्तरीय अस्पताल की संचालित होना अनिवार्य है परंतु मेडीकल कॉलेज भवन निर्माण के साथ 600 बिस्तरीय अस्पताल भवन की स्वीकृति प्राप्त नहीं हुई है। वर्तमान में जिला चिकित्सालय दमोह 300 बिस्तरीय स्वीकृत है अतः जिला चिकित्सालय को एमसीआई मापदण्डों के अनुरूप संचालन करने हेतु अतिरिक्त 300 बिस्तरीय अस्पताल की आवश्यकता पड़ेगी। वर्तमान में जिला चिकित्सालय दमोह में 50 बिस्तरीय क्रिटिकल केयर ब्लॉक ;सीसीएचबी एवं आईपीएचएल लैब निर्माणाधीन है जो कि अप्रैल माह में स्वास्थ्य विभाग को हस्तांतरित हो जाने की संभावना है। अस्पताल प्रशासन द्वारा इस नवीन भवन में जिला चिकित्सालय में संचालित ट्रामा यूनिट ओपीडी एवं पैथालॉजी लैब स्थानांतरित किया जाना प्रस्तावित है।
दमोह। जिला चिकित्सालय वर्तमान भवन लगभग 60 से 65 वर्ष पुराना है जिला चिकित्सालय में संचालित ट्रामा यूनिट पैथालाजी लैब से लेकर ओपीडी तक के भवन को ध्वस्त कर स्थान पर मल्टीस्टोरी नवीन 300 बिस्तरीय अस्पताल भवन निर्मित हो सकता है तथा इसे वर्तमान में संचालित 300 बिस्तरीय अस्पताल से आसानी से जोड़ा जा सकता है। इस प्रकार जिला चिकित्सालय दमोह में निर्माणाधीन मैडीकल कॉलेज के लिये एमसीआई के मापदण्डों के अनुरूप चिकित्सालय की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकती है। इस आशय का कलेक्टर सुधीर कोचर ने संचालनालय लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग स्वास्थ्य आयुक्त को पत्र लिखा हैं। पत्र में कहा गया उपरोक्त विकल्पों को संज्ञान में लेते हुये जिला चिकित्सालय दमोह में नवीन 100 300 बिस्तरीय अस्पताल के निर्माण हेतु स्वीकृति प्रदान की जाये।जिला चिकित्सालय में नवीन अतिरिक्त अस्पताल के निर्माण के संबंध में दो विकल्प प्रस्तावित हैं। इनमें विकल्प 01 में जिला चिकित्सालय परिसर के नजदीक स्थित वन विभाग की 1600 वर्गमीटर आवंटित भूमि पर 100 बिस्तरीय अस्पताल भवन निर्माण किया जा सकता है। विकल्प 02 में जिला दमोह में नवीन शासकीय मेडीकल कॉलेज निर्माणाधीन है एमसीआई के मापदण्डों के अनुसार मेडीकल कॉलेज के साथ 600 बिस्तरीय अस्पताल की संचालित होना अनिवार्य है परंतु मेडीकल कॉलेज भवन निर्माण के साथ 600 बिस्तरीय अस्पताल भवन की स्वीकृति प्राप्त नहीं हुई है। वर्तमान में जिला चिकित्सालय दमोह 300 बिस्तरीय स्वीकृत है अतः जिला चिकित्सालय को एमसीआई मापदण्डों के अनुरूप संचालन करने हेतु अतिरिक्त 300 बिस्तरीय अस्पताल की आवश्यकता पड़ेगी। वर्तमान में जिला चिकित्सालय दमोह में 50 बिस्तरीय क्रिटिकल केयर ब्लॉक ;सीसीएचबी एवं आईपीएचएल लैब निर्माणाधीन है जो कि अप्रैल माह में स्वास्थ्य विभाग को हस्तांतरित हो जाने की संभावना है। अस्पताल प्रशासन द्वारा इस नवीन भवन में जिला चिकित्सालय में संचालित ट्रामा यूनिट ओपीडी एवं पैथालॉजी लैब स्थानांतरित किया जाना प्रस्तावित है।
बीपीएम यूनिट के रिक्त पदों की पूर्ति के लिये लिखा पत्र.. दमोह जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में अवगत कराने पर कलेक्टर श्री सुधीर कुमार कोचर ने दमोह जिले के विकासखण्डों के बीपीएम यूनिट के रिक्त पदों की पूर्ति के लिये मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन भोपाल को पत्र लिखा है कि जिले के 07 विकासखण्डों में से बीपीएमयू के अंतर्गत विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक के स्वीकृत 07 पदों में 05 प्रबंधक कार्यरत हैं 02 पदों यथा तेन्दूखेड़ा एवं बटियागढ़ के लियेए विकासखण्ड कम्युनिटी मोबिलाईजर 07 स्वीकृत पदों में 06 कार्यरत 01 तेन्दूखेड़ा के लिये तथा सहायक कार्यक्रम प्रबंधक का 01 पद स्वीकृत होने पर 01 नगरीय क्षेत्र दमोह के लिये शीघ्र पूर्ति करने का आग्रह किया है। उन्होंने मिशन संचालक से आग्रह किया है कि पद रिक्त होने के कारण जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता प्रभावित हो रही हैए अत उक्त पदों की शीघ्र पूर्ति की जाये।
चिकित्सकों की पूर्ति के लिये लिखा पत्र.. दमोह जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों की कमी होने के कारण चिकित्सा सेवायें दैनिक रूप से संचालित करने में कठिनाई को सुचारू रूप से संचालित करने डीआरपी प्रोग्राम अंतर्गत कलेक्टर श्री सुधीर कुमार कोचर ने आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग भोपाल को चिकित्सकों के रिक्त पदों की पूर्ति के लिये पत्र लिखा है। उन्होंने स्त्री रोग विभाग में 03 शिशु रोग विभाग में 03 सर्जिकल विभाग में 02 मेडीसिन विभाग में 02 एवं रेडियोलॉजी विभाग में 02 चिकित्सक की मांग की है।
चिकित्सकों की पूर्ति के लिये लिखा पत्र.. दमोह जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों की कमी होने के कारण चिकित्सा सेवायें दैनिक रूप से संचालित करने में कठिनाई को सुचारू रूप से संचालित करने डीआरपी प्रोग्राम अंतर्गत कलेक्टर श्री सुधीर कुमार कोचर ने आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग भोपाल को चिकित्सकों के रिक्त पदों की पूर्ति के लिये पत्र लिखा है। उन्होंने स्त्री रोग विभाग में 03 शिशु रोग विभाग में 03 सर्जिकल विभाग में 02 मेडीसिन विभाग में 02 एवं रेडियोलॉजी विभाग में 02 चिकित्सक की मांग की है।
त्योहार के पहले पुलिस का बलवा ड्रिल आयोजन.. दमोह।
आगामी त्यौहारों के दौरान ज़िले में शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु
बुधवार को दमोह पुलिस द्वारा शहर के महाराणा प्रताप विद्यालय मैदान में
बलवा ड्रिल का आयोजन किया जाकर अपनी तैयारियों को पुख्ता किया गया।
संपूर्ण मॉक ड्रिल एसपी श्री श्रुत कीर्ति सोमवंशी के
समक्ष एवं उनके निर्देशन में संपन्न किया गया। जिसमें अतिरिक्त पुलिस
अधीक्षक संदीप मिश्रा, नगर पुलिस अधीक्षक अभिशेक तिवारी, रक्षित निरीक्षक दमोह ,प्रभारी थाना
यातायात दमोह एवं ज़िले के समस्त थाना प्रभारी मय पुलिस बल के मार्गदर्शक
एवं सहभागी रहे।मॉक ड्रिल उपरांत विद्यालय मैदान से प्रारंभ कर शहर के
प्रमुख मार्गो से पैदल मार्च निकाल कर ज़िले में शांति व्यवस्था के प्रति
आमजनों को निश्चिंत किया गया।सादपुर जैन मंदिर खुदाई में मिली 19 मुद्राएं जिला संग्रहालय में जमा..दमोह। जिले के ग्राम सादपुर में जैन मंदिर की भूमि पर संत निवास भवन का निर्माण कार्य चल रहा था जिसके लिए निर्माण कार्य के दौरान कॉलम के गडडे खोदते समय खुदाई के दौरान चांदी के सिक्के मिले जिसमें से 19 चांदी के सिक्के प्राप्त हुए हैं।
इस सबंध में तहसीलदार बटियागढ़ ने बताया जप्त किए गये चांदी के सिक्को को जिला कोषालय के माध्यम से जिला संग्रहालय में जमा किया गया हैं।
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