आचार्य श्री ने दीक्षा देकर हम जैसे श्रावकों को मोक्ष मार्ग की राह दिखाई.. मुनि श्री प्रयोग सागर जी
दमोह।
आचार्य श्री ने दीक्षा देकर हम जैसे सैकड़ो श्रावकों को सम्यक दर्शन ज्ञान
चरित्र पथ पर आगे बढ़ा कर मोक्ष मार्ग की जो राह दिखाई है उस पर चलते हुए
27 वर्ष पूर्ण हो गए है। आप भी संयम को धारण करके अपने जीवन का कल्याण
करें। यह मंगल उदगार आचार्य श्री विद्यासागर जी आचार्य श्री समय सागर जी
महाराज के शिष्य मुनि श्री प्रयोग सागर जी महाराज ने अभिव्यक्त किये।
श्री
पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर जी में मुनि श्री प्रयोग सागर जी के 27 में मुनि
दीक्षा दिवस के अवसर पर मंगलवार को सुबह श्री कल्याण मंदिर विधान का आयोजन
किया गया। इस अवसर पर गणाचार्य श्री विराग सागर जी के शिष्य उपाध्याय रत्न
विश्रुत सागर जी एवं मुनि श्री निर्वेद सागर जी का सानिध्य भी सभी को
प्राप्त हुआ। मुख्य पात्र बनकर विधान का सौभाग्य संजय सराफ बड़े परिवार,
संतोष गांगरा आशीर्वाद परिवार, अमित जैन परिवार, राजेंद्र अटल परिवार एवं
चकेश सराफ परिवार को प्राप्त हुआ। मयंक भैया चंचल के द्वारा विधान संपन्न
कराया गया।
इस अवसर पर कल्याण मंदिर स्तोत्र की महिमा
बताते हुए मुनि श्री प्रयोग सागर जी महाराज ने कहा कि जीव चार प्रकार के
होते हैं। एक वो जो अंधकार से अंधकार की ओर भागते है, दूसरे प्रकाश से
अंधकार की ओर जाते है। तीसरे अंधकार से प्रकाश की ओर तथा चौथे प्रकाश
प्रकाश की ओर जाते है। अंधकार से अंधकार की ओर बढ़ते रहने वाले निगोद नारकीय
जीवो का जीवन लड़ाई झगड़े में निकल जाता है। उन को अपने जीवन के उद्देश्य
का भी पता नहीं होता है।
अच्छे कुल में जन्म लेने के बाद भी निकृष्ट कार्य
करने वाला प्रकाश से अंधकार की ओर जाने वाला जीव होता है। जबकि नीचे कुल
में जन्म लेने के बाद भी उच्च कोटि के धर्म संगत कार्य करने वाला अंधकार से
प्रकाश की ओर जाने वाला जीव होता है। प्रकाश से प्रकाश की ओर जाने जीव वह
होते है जो अपने साथ दुसरो के जीवन को भी भव सागर के पार लगते है।
ऐसे
रत्नत्रय के धारी आचार्य भगवान श्री विद्यासागर जी महाराज ने हम जैसे
सैकड़ो हजारों जीवो को सम्यक मार्ग पर अग्रसर करके संपूर्ण समाज को
प्रकाशवान करने का कार्य किया है। शाम को मुनि संघ के सानिध्य में 48 दीपों
से भक्ति भाव के साथ भक्तांबर की आराधना की गई।
गुरु उपकार दिवस आज दोपहर 2 बजे से..
मुनि श्री प्रयोग सागर जी महाराज के 27 वे मुनि दीक्षा दिवस के अवसर पर 12
फरवरी को दोपहर 2 बजे से जैन धर्मशाला में गुरु उपकार दिवस समारोह आयोजित
किया गया है। इस अवसर पर मुनि श्री की मांगलिक देशना का लाभ सभी को प्राप्त
होगा।
इसके पूर्व प्रातः बेला में श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान की घट
यात्रा निकाली जाएगी। ध्वजारोहण पश्चात विधान प्रारंभ होगा। 13 फरवरी को
उपाध्याय श्री विश्रुत सागर जी एवं मुनि श्री निर्वेद सागर जी का दीक्षा
दिवस मनाया जाएगा। नन्हे मंदिर कमेटी के अध्यक्ष नवीन निराला एवं महामंत्री
राजकुमार रानू ने सकल जैन समाज से समय पर सभी कार्यक्रम में शामिल होकर
धर्म लाभ की अपील की है।
0 Comments