वेदी सूतन कर तिलक महोत्सव के साथ संपन्न
दमोह। सकल तारण तरण दिगंबर जैन समाज फुटेरा कला द्वारा सुंदर एवं मनोहारी श्री तारण तरण दिगंबर जैन बड़ा चैत्यालय बनाया गया जिसके निमित्त तीन दिवसीय श्री जिनवाणी अस्थाप, कलशारोहण, वेदी सूतन एवं तिलक महोत्सव विविध अनुष्ठानों एवं उपलब्धियों के साथ सकल समाज, युवाओं के समर्पण एवं वात्सल्य भाव से यादगार रूप से साआनंद संपन्न हुआ जिससे पूरे देश में फुटेरा कला का गौरव बढ़ा।
महोत्सव के मीडिया प्रमुख दीपक राज जैन
ने बताया कि मंगल महोत्सव में पूरे देश से तारण समाज के त्यागीव्रती
साधकगण, विद्वतगण, श्रेष्ठिजनों सहित गुरुभक्त श्रावक - श्राविकाओं ने
सम्मिलित होकर परम पवित्र जिनशासन की मंगल प्रभावना की जिनका महोत्सव समिति
की ओर आत्मीय अभिनंदन किया गया। मंगल महोत्सव के
तृतीय दिवस बड़ा चैत्यालय का वेदी सूतन हुआ जिसमें सभी जोड़ों सहित बालक
बालिकाओं ने विधि विधान पूर्वक मुख्य पंडाल से शौभायात्रा के साथ मंगलगान
करते हुए नगर का भ्रमण किया ओर चैत्यालय पहुंचकर भक्ति भाव पूर्वक वेदी
सूतन कर आनंद उत्सव मनाया पश्चात मुख्य पंडाल पहुंचकर तिलक महोत्सव की
मंदिर विधि में सम्मिलित होकर मंदिर विधि, आरती, चन्दन, प्रसाद कर मंगलमय
महोत्सव की पूर्णता की।
महोत्सव अध्यक्ष निर्मल जैन
एवं संयोजक अमित जैन व्या ने बताया कि तीन दिवसीय महोत्सव को यादगार एवं
ऐतिहासिक बनाने ने सर्वश्री श्रद्धेय ब्रह्मचारी बसंत महाराज, चिदानन्द,
विज्ञानंद, दिव्यानंद, बाबूलाल, पन्नालाल, आलोक, राजेश जैन, सुनील जैन
सहित ब्रह्मचारिणी समयश्री, विंदश्री, सरिता जैन, अर्चना जैन का समागम
प्राप्त हुआ।
तीन दिवसीय मंगल महोत्सव प्रतिष्ठाचार्य
सर्वश्री प्रतिष्ठारत्न पंडित निलेश जैन, विजय मोही, जयकुमार जैन,
राजेंद्रकुमार जैन, महेशचंद्र जैन सहित पंडित नेमीचंद गोयल के कुशल
मार्गदर्शन एवं समर्पण भाव के साथ सम्पन्न हुआ एवं कुशल मंच संचालन
भूपेंद्र जैन शिक्षक द्वारा किया गया जिनका समिति द्वारा अभिनंदन किया गया।
तीन दिवसीय महोत्सव के समस्त सहयोगियों का अध्यक्ष
सेठ निर्मलकुमार जैन, कार्यकारी अध्यक्ष आनंद जैन जबेरा, संयोजक
सुरेन्द्रकुमार जैन, अमित जैन व्या, उपाध्यक्ष पंडित निर्मलचंद जैन,
श्रीपाल जैन, जिनेन्द्र जैन, महामंत्री सुधीरकुमार जैन, मंत्री कैलाशचंद
जैन, नितिन जैन, संजय जैन, सेठ मनोज जैन, सचिव संतोष जैन, अजीत जैन,
कोषाध्यक्ष महेंद्र जैन एवं अजीत जैन सहित समस्त पदाधिकारियों ने आभार
व्यक्त कर उनका धन्यवाद ज्ञापित किया।
पटेरा में वेदी प्रतिष्ठा श्री जिनवाणी अस्थाप महोत्सव 21 से 23 तक.. पटेरा नगर में तारण तरण दिगंबर जैन चैत्यालय जी में नवनिर्मित मनोहारी सुंदर वेदी प्रतिष्ठा 21 से 23 फरवरी तक विविध आयोजनों अनुष्ठानों के साथ संपन्न हो रहा है। इसमें प्रेरणा स्त्रोत समाज गौरव इतिहास रत्नाकर अध्यात्म रत्न बाल ब्रम्हचारी श्री बसंत जी महाराज के निर्देशन मार्गदर्शन में पूरे देश के त्यागीव्रती विद्वतगण साधकगण श्रेष्ठी गण एवं श्रावक श्राविकाओं को उपस्थिति में जिनवाणी अस्थापए कलशारोहण वेदी प्रतिष्ठा तिलक महोत्सव का तीन दिवसीय आयोजन संपन्न होने जा रहा है। जिसकी तैयारियां व समीक्षा निरंतर जारी है। महोत्सव के मीडिया प्रभारीए चैत्यालय जी के अध्यक्ष राजेन्द्र कुमारए संयोजक डॉ शांत कुमार अतुल चौधरी ने जानकारी देते हुये बताया कि महोत्सव के महा प्रतिष्ठाचार्य पं श्री अनिल कुमार जी सोहागपुर है। आमंत्रित विद्वतजन पूरे देश से पधार रहे है। अध्यात्म धर्म की महिमा प्रभावना का यह अभूतपर्व अवसर है। 20 फरवरी को विशेष घर यात्रा भूमि शुद्धि व वेदी शुद्धि से महोत्सव का आगाज होगा। महोत्सव को ऐतिहासिक व सानंद संपन्न कराने श्री तारण तारण दिगंबर जैन समाज सकल दिगंबर जैन समाज व पूरे नगर में उत्साह का महौल व्याप्त है। कार्यक्रम को संपादित करने हेतू विभिन्न समितियां बनाई गई है जो अपने अपने कार्य को मूर्त रूप देने जुट गये है। विशेष रूप से श्री तारण तरण जागृति महिला मंडल श्री तारण तारण नव युवा मंडल श्री तारण तरण रत्नत्रय बालिका मंडल श्री बडे बाबा जैन् मिलन शाखा पटेरा कुण्डलपुर के साथ ही दमोह बटियागढ खड़री तेंदूखेड़ा तेजगढ़ पथरियाए कुम्हारी व समीपी ग्रामों के तारण तरण मंडल सक्रियता से जुटे है। विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि 21 फरवरी को श्री जिनवाणी अस्थाप समारोह मुख्य रहेगा। प्रात से पूजन होगा। रात्रि में नाट्य मंचन व सामूहिक नृत्य प्रस्तुति होगी। 22 फरवरी को मंदिर विधि कलश दान प्रभावना दोपहर में श्री जिनवाणी पालकी जी शोभायात्रा एवं कलशारोहण होगा। रात्रि में विशेष कार्यक्रम भजन संध्या ख्याति लब्ध सम्राट रूपेश जैन एंड ग्रुप द्वारा भजनो की प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगी। 23 फरवरी को प्रात तारण त्रिवेणी पाठ वेदी सूदन महत्व वेदी सूदन महोत्सव दोपहर में वृहद मंदिर विधि तिलक महोत्सव एवं सम्मान समारोह आयोजि किया जायेगा। महोत्सव समिति चैत्यालय जी समिति एवं सकल दिगंबर जैन समाज सकल तारण तरण समाज ने सभी धर्मावलंबियों से महोत्सव में पधारने का अनुरोध किया है।
सिध्द चक्र महामंडल विधान में 1024 अर्घ्य चढ़ाए गए.. दमोह।
श्री पारसनाथ दिगंबर जैन नन्हें मंदिर धर्मशाला में आयोजित श्री सिद्ध चक्र
महामंडल विधान के अंतिम दिन भक्ति भाव के साथ 1024 अर्घ्य समर्पित किए गए।
मंगलवार को प्रातः बेला में विश्व शांति महायज्ञ के साथ विधान संपन्न
होगा। सिध्द चक्र महामंडल विधान अवसर पर सोमवार सुबह जैन धर्मशाला में
आयोजित धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री प्रयोग सागर जी महाराज जी
ने कहा कि धर्म की प्रत्येक क्रिया में भावना का महत्व होता है। भावना अलग
है आकांशा अलग है। भावना से ही मोक्ष की प्राप्ति होती है भावना भावनासनी
होती है। भावना कर्म बंध का कारण भी होता है। भावना कौन सी होनी चाहिए
विशुद्ध भावना का परिणाम अलग होता है। आचार्य महाराज का तारीख से 18 फरवरी
को प्रथम समाधि दिवस है। गुरु को स्मरण करने का कोई विशेष दिन नहीं होता
किंतु किसी दिन विशेष से हमारी भावना जुड़ी होती है और उसको अति उत्साह
पूर्वक हमें मनाना चाहिए जिससे हमारे भाव में विशुद्धता बड़ैं..
इसके पूर्व
प्रातः बेला में श्री जी की अभिषेक शांति धारा उपरांत विधान के महा पात्रों
के साथ इंद्र इंद्राणी जनों ने भक्ति भाव के साथ 1024 अर्घ्य समर्पित
किये। मंगलवार को प्रातः मेला में श्री जी के अभिषेक शांति धारा पूजन
उपरांत विश्व शांति की भावना से हवन किया जाएगा। जिसमें शामिल होने की अपील
श्री महेश बड़कुल पुण्यार्जक परिवार ने सकल जैन समाज से की है।
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