बस स्टैंड पर ऑटो रिक्शा और ई रिक्शा पार्किंग के लिये स्थान चिन्हित..
दमोह। सड़क सुरक्षा समिति बैठक में दिए गये निर्देशों के क्रम में कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर एवं पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी के मार्गदर्शन में कार्यवाही की जा रही हैं। इस सबंध में एसडीएम दमोह आर एल बागरी ने बताया शहर में जो अतिक्रमण या अन्य कार्य किये जाने हैंए उनको चिन्हित किया गया था जिसमें ऑटो रिक्शा और ई.रिक्शा खड़े करने के लिये स्थान नहीं था यह तय किया गया कि ऑटो रिक्शा और ई. रिक्शा के लिये एक स्थान चिन्हित कर खड़ा किया जाएए जिसके तहत टीम द्वारा बस स्टैंड का निरीक्षण किया गया उसके आसपास जगह देखी गई जिसमें बस स्टैंड के अंदर ही दो ऐसी जगह चिन्हित की गई जिनमें साइड में ऑटो रिक्शा और ई.रिक्शा खड़े किए जा सकते हैं।
उन्होंने कहा स्थान चिन्हित करने के बाद थोड़ा अतिक्रमण था उसको हटवाया गया है। अतिक्रमण हटवाने के बाद उस स्थान को साफ सुथरा किया गया। ऑटो रिक्शा और ई.रिक्शा खड़ा करने की स्थिति के लिए बनाया गया और आज से वहाँ पे ऑटो रिक्शा और ई. रिक्शा खड़े होना शुरू हो गए। यातायात प्रभारी दलबीर सिंह मार्को ने इस सबंध में जानकारी देते हुए बताया बस स्टैंड पर आटो एवं ई रिक्शा पार्किंग हेतु स्थल चिन्हित कर अतिक्रमण हटवाया जाकर ऑटो एवं ई.रिक्शा वाहनों को बस स्टैंड में व्यवस्थित पार्किंग कराई जा रही हैं।लगातार हादसों के बाद अब ब्लैक स्पॉट और ब्लांइड स्पॉट पर कार्यवाही शुरू.. दमोह। कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा दमोह जिले में सड़क दुर्घटनाओं में काफी वृद्धि हुई हैए इसका एक बड़ा कारण ब्लैक स्पॉट और ब्लाइंड स्पॉट है। उन्होंने कहा जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिकों सभी से इस संबंध में काफी गंभीर सुझाव प्राप्त हुए थे और सभी ने इस पर चिंता व्यक्त की थी की ब्लैक स्पॉट और ब्लाइंड स्पॉट को खत्म करना बहुत जरूरी है। पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी द्वारा अपनी टीम को इसमें लगाया गया था और यातायात पुलिस के द्वारा ब्लैक स्पॉट और ब्लाइंड स्पॉट का चिन्हांकन किया गया वह सूची हमारे समक्ष प्रस्तुत की गई और उस पर एक आदेश जारी किया..उसके बाद एजेंसियों ने खासतौर से यातायात पुलिस विभाग की एजेंसियो ने इस पर काम करना शुरू कर दिया है और चेतावनी के बोर्ड लगना शुरू हो गए हैं अतिक्रमण हटाना शुरू हो गया है। उन्होंने कहा जितने भी ब्लैक स्पॉट और ब्लाइंड स्पॉट है एक.एक पर काम कर रहे हैंए उनकी कमियों को दूर किया जा सके यहां पर व्यवस्थाएं ठीक की जा सके ताकि आगे आने वाले समय में सड़क दुर्घटनाओं में हम एक बड़ी कमी ला सके।जिले में चिन्हित ब्लैक स्पॉट और ब्लांइड स्पॉट में जो कमियां पाई गई थी संबंधित अधिकारियों को आयोजित बैठक में दिशा.निर्देश दिए गए थे। सबंधित एजेंसियों द्वारा उस पर कार्य करना प्रारंभ कर दिया गया हैं। एन एच आई द्वारा चिन्हित ब्लैक स्पॉट विदारी घाटी थाना जबेरा रोड़ पर सड़क मरम्मत का कार्य किया गया है। इसी तरह अन्य एजेंसियों द्वारा भी दिए गए निर्देश अनुसार कार्रवाई करना प्रारंभ कर दिया गया हैं।यातायात प्रभारी दलबीर सिंह मार्को ने इस सबंध में जानकारी देते हुए बताया इसी प्रकार तेंदूखेड़ा से रहली एवं तेजगढ़ मार्ग पर कार्यवाही एजेंसी द्वारा कार्यवाही की गई हैं। श्री मार्को ने आगे बताया दुर्घटनाओं को रोकने हेतु पेड़ो पर रिफ्लेक्टर लेफ्ट टर्न.राइट टर्न के बोर्ड दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र के बोर्ड गति सीमा के बोर्ड चेतावनी बोर्ड भी लगाये जा रहे हैं। इसी क्रम में चिन्हित ब्लैक स्पॉट बिदारी घाटी थाना जबेरा पर रोड एजेंसी द्वारा सड़क मरम्मत कार्य किया गया।जिला टास्क फोर्स समिति की समीक्षा बैठक संपन्न.. दमोह। जनसुनवाई में कई बच्चे आते हैं जिनके माता.पिता का तलाक हो चुका है ऐसे केस में बच्चों की सहायता स्पोंसरशिप योजनान्तर्गत की जाए इसी प्रकार कई महिलाएँ विधवा हैं उनकी भी सहायता की जाये। वंचित महिलाओं बालक एवं बालिकाओं जिनके पिता या माता .पिता दोनों की मृत्यु हो चुकी है गंभीर एवं लाइलाज बीमारी से ग्रसित हैए विपरीत परिस्थतियों में रह रहे बच्चों के लिए कौन.कौन सी योजनायें है चिन्हित किया जावे। यह बात कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की समीक्षा बैठक के दौरान कही।
कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में विभागीय योजनाओं की प्रस्तुति पीपीटी के माध्यम से जिला कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा दी गई। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी परियोजना अधिकारी के साथ टास्क फोर्स के सदस्यगण उपस्थित रहे। कलेक्टर श्री कोचर ने बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि बाल मनोचिकित्सक के लिये जिला चिकित्सालय में नर्स श्रीमति यामिनी किलिस्कर जिन्होंने क्लीनीकल सॉइक्लॉजी में एमए किया है जेजे बोर्ड एवं वन स्टॉप सेंटर में परामर्श हेतु इनके द्वारा सेवाएँ दी जायें। वन स्टॉप सेंटर के संबंध में बताया गया कि सेन्टर से संबंधित प्रकरणों को परामर्श के द्वारा निराकरण कराए जा चुके हैं शेष न्यायालय में प्रक्रियारत हैं। कलेक्टर श्री कोचर ने निर्देशित किया कि अगली बार से प्रस्तुतीकरण सरल तरीके से किया जाये जिसमें स्पष्ट हो कि पुराने कितने प्रकरण शेष हैं और नए में से माहवार कितने शेष और निराकृत हैं । उन्होंने निर्देश दिये कि बाल विवाह आईईसी स्पोन्सरशिप व मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के नियम पात्रता एवं पात्रता शर्ते संक्षिप्त एवं सरल भाषा में बनाकर दिये जायें ताकि सोशल मिडिया के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जा सके।बाल विवाह पर चर्चा के दौरान कलेक्टर श्री कोचर ने निर्देशित किया की रोके गये बाल विवाह की ग्रामवार्ड वार सूची प्रदान की जाये हर वर्ष बाल विवाह रोकने का डाटा कम होता जा रहा हैए यह देखने की जरुरत हैए आँगनबाड़ी कार्यकर्ता ग्राम का मुख्य केन्द्र होती है उसे ग्राम की लगभग हर बात की जानकारी होती है जिनके द्वारा ही हम बाल विवाह से संबंधित जानकारी प्राप्त करा सकते हैं। उन्होंने कहा जिन बच्चों के इस वर्ष बाल विवाह रोके गये हैं उनकी वर्तमान में क्या स्थिति है फॉलो अप करवाया जाए ओर कोशिश की जाए की यह वापिस शालाओं आईटीआई या किसी वोकेशनल कोर्स से जुड़ पाये। यदि कहीं बाल विवाह रोकने में कोई समस्या आती है या लड़ाई झगड़े का माहौल बनता है तो ऐसी स्थिति में सबसे पहले पुलिस को जानकारी दी जाये सरपंच सचिव आशा कार्यकर्ता से पूरा सहयोग लिया जाये बाल विवाह में जो भी सहयोगी हैं उनकी एफआईआर दर्ज कराई जाये।
0 Comments