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अवैध शराब बनाकर बेचने वाली नारंगी भाभी व देवर ने ग्राहक के साथ मिलकर की थी जगदीश की हत्या.. कलेक्ट्रेट के सामने वन डिपो में हुई अंधी हत्या का खुलासा..

शराब बेचने वाली भाभी व देवर व अन्य ने की थी हत्य

दमोह। जबलपुर नाका वन डिपो क्षेत्र में दो दिन पहले जगदीश विश्वकर्मा की चाकू मारकर आंख फोड़कर हत्या की अंधी गुत्थी को सुलझाने में पुलिस ने सफलता प्राप्त की है। नृशंस हत्या के इस मामले में देसी कच्ची शराब बनाकर बेचने वाली एक भाभी के साथ उसके देवर तथा एक ग्राहक को पुलिस ने हत्या का आरोपी बनाया है। हत्या की वजह शराब के रूपयो का लेनदेन बताया गया है।

मामले का खुलासा करते हुए सीएसपी अभिषेक तिवारी ने बताया कि 15 फरवरी को सिविल वार्ड 2 निवासी जगदीश विश्वकर्मा का रक्त रंजित शव वन डिपो परिसर पहाड़ी के पास मिला था। जिस पर कोतवाली में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करके जांच शुरू की गई थी। मृतक के शराब पीने के आदी होने तथा इस क्षेत्र में मुडा कूचबंदिया समाज के कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से देसी शराब बनाकर बेचने जैसे हालात को ध्यान में रखकर पुलिस ने जब जांच पड़ताल शुरू की तो इस अंधे हत्याकांड की परतें खुलती देर नहीं लगी। 

जांच के दौरान साक्षियों, परिजनों के बयानों मुखबिरों से प्राप्त सूचना के आधार पर संदेहियों दिनेश कुचबंदिया, नारंगी कुचबंदिया एवं आनंद मुड़ा को अभिरक्षा में लेकर सख्ती से पूछताछ करने पर इन्होंने रुपए के लेनदेन पर से जगदीश के साथ मारपीट कर चाकू से हमला करना स्वीकार किया जिससे जगदीश विश्वकर्मा की मृत्यु हो गई। 

बताया जा रहा है कि नारंगी कुचबंदिया अपने देवर दिनेश के साथ अवैध रूप से देसी कच्ची शराब बनाकर बेकरार करती थी जगदीश विश्वकर्मा से इनका शराब के पैसों को लेकर लेनदेन था। 14 फरवरी की रात जगदीश जब उनके पास शराब पीने पहुंचा तो पहले के पैसों को लेकर उसका विवाद हो गया इस दौरान वहां पर मौजूद एक अन्य ग्राहक आनंद मुड़ा से भी उसका विवाद हुआ। जिस पर तीनों ने मिलकर जगदीश के साथ मारपीट कर चाकू से आंखें फोड़ कर ऐसा हमला किया कि उसकी मौत हो गई।

मेमोरेडम कथन और जांच में मिले तथ्यों के बाद आरोपी आनंद पिता दिलीप मुड़ा निवासी जटाशंकर कॉलोनी, दिनेश पिता मानसिंह कुचबंदिया एवं नारंगी पति विनोद कुचबंदिया निवासी पॉलिटेक्निक के पीछे को  विधिवत गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करने पर जेल भेज दिया गया है। कार्रवाई करने वाली टीम में निरी. आनंद राज, उनि शिवांगी गर्ग, सउनि राकेश पाठक, प्र. आर.हेमंत अवस्थी, देवेन्द्र रैकवार. सूर्यकांत, महेश यादव, आर कृच कुमार लोधी.नरेन्द्र पदीप. बृजेन्द्र मिश्रा, रूप नारायण, म.आर. आरती राय, आर. आकाश पाठक, सै. राकेश बबलू दुबे शामिल रहे।
एसपी ऑफिस के सामने पहाड़ी क्षेत्र में बरसों से बनती और बिकती है अवैध शराब
उल्लेखनीय की एसपी ऑफिस से चंद कदम की दूरी पर पहाड़ी क्षेत्र में लंबे समय से मुड़ा कुचबंदिया वर्ग के कुछ लोगो के द्वारा जिसमें महिला बच्चे भी शामिल है अवैध रूप से देसी  कच्ची शराब का निर्माण एवं विक्रय किया जाता रहा है आबकारी विभाग द्वारा जब कभी करवाई करके खानापूर्ति कर ली जाती है। वही हत्या के इस मामले की गुत्थी सुलझाने के साथ यह साफ हो गया है कि हत्या की वजह शराब की बिक्री लेनदेन रही है। ऐसे में देखना होगा पुलिस आबकारी विभाग जबलपुर नाका पॉलिटेक्निक कॉलेज पहाड़ी क्षेत्र को इस तरह की अवैध शराब निर्माण बिक्री जैसे हालात से कब तक मुक्त कर पता है।

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