पत्रकार वार्ता में महोत्सव के संबंध में विस्तृत जानकारी
दमोह। बुंदेली गौरव न्यास द्वारा आयोजित बुंदेली दमोह महोत्सव के संबंध में
पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें 18 जनवरी से 31 जनवरी तक चलने
वाले महोत्सव के संबंध में जानकारी दी गई। बुंदेली
गौरव न्यास सचिव प्रभात सेठ ने बताया कि बुंदेली दमोह महोत्सव की शुरुआत
साइकिल मैराथन के साथ होगी साइकिल मैराथन में कलेक्टर दमोह, बुंदेली गौरव
न्यास समिति सदस्य, प्रतिभागियों की उपस्थिति रहेगी साइकिल मैराथन का
आयोजन 18 जनवरी को सुबह 10:00 बजे जिला कलेक्टर कार्यालय से प्रारंभ होकर
किल्लाई नाका, तीन गुल्ली स्टेशन चौराहा घंटाघर कीर्ति स्तंभ से होते हुए
तहसील मैदान पर संपन्न होगी। जहां पूरे विधि विधान से विघ्नहर्ता श्री गणेश
के पूजन, ध्वजारोहण के साथ महोत्सव का शुभारंभ होगा। शाम को दीप प्रज्वलन
के साथ मंचीय कार्यक्रम का शुभारंभ होगा जिसमें राज्य मंत्री धर्मेंद्र
सिंह, राज्य मंत्री लखन पटेल, दमोह विधायक जयंत मलैया सहित वरिष्ठ नागरिक
जनों की उपस्थिति रहेगी।
बुंदेली दमोह महोत्सव के 14 दिवसीय आयोजन आयोजन
में विभिन्न प्रकार के संस्कृतिक, लोक कला के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे
साथ ही स्वर श्री, नृत्य श्री, वाद्य श्री और अभिनय श्री जैसी प्रतियोगिता
आयोजित होगी जिसमें प्रतिभागी अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इसी के साथ
नारी गौरव, चित्रकला, व्यंजन प्रतियोगिताएं भी आयोजित होगी जिसमें विभिन्न
आयु वर्ग के प्रतिभागी शामिल हो सकेंगे। इस बार नये तरह के झूले का प्रबंध
किया है। सिद्धार्थ मलैया ने कहा कि हमारा प्रयास है
की बुंदेली दमोह महोत्सव के मंच से हम अपने स्थानीय कलाकारों को अधिक से
अधिक मंचन प्रदर्शन का अवसर प्रदान करना चाहते हैं हमारे जिले के विद्यालय
महाविद्यालय में जो स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, और वार्षिक उत्सव में
विद्यार्थियों द्वारा जो कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं उन्हें महोत्सव
के मंच पर मंचन और प्रदर्शन का अवसर मिल सके जिससे उनकी कला को हम एक बेहतर
मंच प्रदान कर सके और सोशल मीडिया, लाइव प्रसारण और टेलीविजन के माध्यम से
अधिक से अधिक दशकों तक पहुंच सके।
इस बार हम उन सोशल मीडिया एक्टिविस्ट की
भी एक गोष्ठी और सम्मान करेंगे जो सोशल मीडिया पर शॉर्ट वीडियो के माध्यम
से अपने अभिनय को प्रदर्शित करते हैं, सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म हमारे
जीवन का अभिन्न अंग बन चुके, ऐसे व्यक्ति जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों
में रहते हुए समाज को एक बेहतर दिशा देने का कार्य किया है ऐसे लोगों का भी
सम्मान हम महोत्सव मंच से करेंगे और आप सभी से भी यह आग्रह है ऐसे लोगों
के नाम समिति तक पहुंचाने का आप सभी से आग्रह है। बुंदेली गौरव न्यास एक
सार्वजनिक न्यास है जिसका ध्येय हमारे यहां के स्थानीय कलाकारों को बेहतर
मंच प्रदान करना है। बुंदेली संस्कृति खेल व्यंजन को हम सहेज सके यह हमारे
लिए अच्छी बात होगी। बुंदेलखंड भारतीय संस्कृति का एक भाग है और भारत में
ऐसी अनेक संस्कृति और भाषा है। इस मंच के माध्यम से हम उन्हें भी प्रदर्शित
करने का प्रयास करते हैं जिससे हमारे यहां के लोग भी विभिन्न संस्कृतियों
को जान सके और समझ सके।
न्यासा उपाध्यक्ष कैप्टन
वाधवा ने पत्रकार वार्ता में पधारे सभी सभी पत्रकार बंधुओ का आभार प्रकट
करते हुए विगत वर्षों के तरह इस वर्ष भी अपने समाचार पत्र, इलेक्ट्रॉनिक
मीडिया, युटुब पोर्टल के माध्यम से बुंदेली दमोह महोत्सव के समाचार जनता तक
पहुंचाने का कार्य करेंगे ऐसा आग्रह और आप सभी से सहयोग की अपेक्षा है। पंकज
श्रीवास्तव ने कहा कि बुंदेली दमोह महोत्सव कि विगत वर्षों में मिली
उपलब्धि आप सभी पत्रकार बंधुओ के सहयोग के बिना प्राप्त नहीं हो सकती थी
देश के कोने कोने में आप सभी ने महोत्सव की उपलब्धि को पहुंचाने का कार्य
किया है हमारा प्रयास रहता है कि हम स्थानीय कला को कैसे आगे बढ़े और उनके
हुनर को किस प्रकार अधिक से अधिक अवसर मिल सके ऐसा हम सभी का प्रयास रहता
है। पत्रकार वार्ता में महोत्सव व्यवस्था प्रमुख मोहित
संगतानी, मनीष तिवारी, रवि गोस्वामी, अमरदीप जैन, राजू नामदेव, विकास जैन,
मयंक वाधवा, अमित वर्मा, राम जैन, संदीप दुर्गा यादव, जयपाल राजपूत,
अखिलेश सिंह सहित महोत्सव समिति सदस्यों की उपस्थिति रही।
तिल गणेश मेला में गजानन टेकरी पर उमड़ा जनसैलाब.. दमोह।
माघ कृष्ण संकटा (तिल गणेश) चतुर्थी विक्रम संवत 2081 अंग्रेजी कैलेंडर के
अनुसार 17 जनवरी को दमोह की गजानन टेकरी संतोषी माता मंदिर पहाड़ी पर
विशाल तिल गणेश मेला का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों व्रत धारण करने वाली
महिलाओं ने सुबह से देर शाम तक पूजन अर्चन मंदिर के महंत राजेश पाठक,
दिनेश पाठक के सानिध्य में विधिवत् हवन पूजन के साथ 1001 तिली के लडुआ का
भोग लगाया गया। गजानन पहाड़ी पर प्राचीन गणेश की प्रतिमा स्थापित है। यहां
पर साल में तिल गणेश का मेला भरता है। तिल गणेश चतुर्थी पर काली व सफेद
तिली के लड्डू का भोग श्री गणेश को लगाया जाता है। इस दिन दूर्वा चढ़ाने का
भी विशेष महत्व है। महिलाएं व्रत धारण करती हैं और लड्डुओं से पूजन अर्चन
कर विशेष आराधना करती हैं। शहर में श्री गणेश की उपासना के लिए प्राचीन
मंदिर गजानन पहाड़ी पर ही स्थित है, जिससे पूरे शहर की हजारों महिलाएं यहां
पहुंचती हैं।
सोमवार की सुबह से लेकर देर शाम तक
महिलाओं की लंबी कतारें लगी थीं। गणेश मंदिर तक पहुंचने के लिए महिलाओं को
आधा घंटे तक का इंतजार करना पड़ रहा था। भगवान गणेश के दर्शन करने के बाद
महिलाएं वहीं हवन कुंड में आहुति दी गई।
बच्चों ने उठाया मेला का आनंद.. तिल
गणेश के मेला पर बच्चों के मनोरंजन के लिए भी दुकानदारों ने दुकानें लगाईं
थीं, महिलाओं की बाहुल्यता के चलते महिलाओं व बच्चों के खेल खिलौनों से
सजी दुकानों का मेला था। जिसमें ऊंची पहाड़ी पर चढऩे वाले बच्चों को आनंद आ
रहा था। इस पहाड़ी पर ऐसे भी बच्चे पहुंचे थे, जो पहली बार किसी ऊंचे
स्थान से पूरे शहर का नजारा कर रहे थे। मंदिर
के व्यवस्थापक दिलीप चौरसिया और मोंटी रैकवार ने बताया कि हिंदू पंचांग के
अनुसार प्रत्येक वर्ष माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को माताएं
अपनी संतान की लंबी उम्र और सुखी जीवन के लिए सकट चौथ का व्रत रखती हैं. इस
तिथि को संकट चौथ, माघी चतुर्थी, संकष्टी चतुर्थी, तिल चौथ आदि नाम से
जाना जाता है. इस दिन भगवान श्री गणेश का विधि-विधान से पूजन होता है. वहीं
चांद को अर्घ्य देने के बाद व्रत पूर्ण होता है।
तिल गणेश चतुर्थी पर अपने बच्चों को शिक्षित बनाने का संकल्प ले- जयंत मलैया.. गजानन
टेकरी तिल गणेश मेला पर धर्म प्रेमी बंधुओं को मध्यप्रदेश सरकार के पूर्व
वित्त मंत्री और दमोह विधायक जयंत मलैया ने संबोधित करते हुए कहा है कि वह
अपने बच्चों को शिक्षित करने का संकल्प लें। यदि आज आपने भगवान गणेश के
सामने पूजन कर बच्चों को शिक्षित करने का संकल्प लिया तो निश्चित रूप से
समाज में व्यापक परिवर्तन आयेगा। उन्होंने गणेश चतुर्थी पर सभी के लिए
शुभकामनाएं दी। इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष श्याम शिवहरे ने संबोधित करते
हुए कहा है कि दमोह की गजानन टेकरी पर लगने वाला यह प्राचीन तिल गणेश मेला
एक धरोहर है जिसे हमारे लिए आने वाले समय में बड़े पैमाने पर यह आयोजन करना
है। भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी ने कहा है कि दमोह शहर
के बीचोंबीच इतना अच्छा मेला मैंने पहली बार देखा कि इतनी उंचाई पर दमोह
का सबसे बड़ा मेला का आयोजन होता है। भगवान गणेश जी का आशीर्वाद समूचे
बुंदेलखंड पर बना रहे।
इस दौरान मंदिर
व्यवस्थापक दिलीप चौरसिया, सकल हिन्दू समाज जिला अध्यक्ष कपिल सोनी, नगर
अध्यक्ष राममनोहर घारू, भाजपा जिला उपाध्यक्ष रमन खत्री, मंदिर के
व्यवस्थापक सकल युवा हिन्दू समाज के जिला अध्यक्ष मोंटी रायकवार, गजानन
टेकरी मेला आयोजन समिति के पूर्व अध्यक्ष राजीव राय सावजी, कैलाश शैलार,
भाजपा जिला उपाध्यक्ष गोलू बजाज, विनोद शांडिल्य, गोविन्द राय, बबलू भट्ट
सहित गजानन टेकरी संतोषी माता मेला आयोजन समिति के सदस्यों की मौजूदगी रही। संचालन दिलीप चौरसिया, मोंटी रैकवार और आभार कमल चौरसिया के द्वारा व्यक्त किया गया।
यातायात नियमों का पालन करें-सुरक्षित रहें : मार्को.. दमोह। एकलव्य
विश्वविद्यालय दमोह की राष्ट्रीय कैडेट कोर, राष्ट्रीय सेवा योजना,
विद्यार्थी परिषद, इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी एवं यातायात पुलिस, दमोह के
संयुक्त तत्वावधान में सड़क सुरक्षा अभियान 2025 "परवाह करेंगे-सुरक्षित
रहेंगे" के तहत यातायात पुलिस श्री दलवीर सिंह मार्को द्वारा यातायात
नियमों के बारे में जागरूक किया गया। विश्वविद्यालय की
कुलाधिपति डॉ. सुधा मलैया, प्रति कुलाधिपति श्रीमती पूजा मलैया, श्रीमती
रति मलैया के नेतृत्व एवं कुलगुरू प्रोफेसर डॉ. पवन कुमार जैन,
कुलसचिव डॉ. प्रफुल्ल शर्मा के निर्देशन में किया गया।
इस अवसर पर एकलव्य
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.
प्रफुल्ल शर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. शैलेन्द्र जैन, विशिष्ट अतिथि
श्री दलवीर सिंह मार्को, कांस्टेबल हरगोविंद सिंह, अधिष्ठाता इंजीनियरिंग
डॉ. अनिल पिम्पलापुरे, प्राध्यापक डॉ. सुमित नारायण जरोलिया, एनसीसी केयर
टेकर एवं एनएसएस अधिकारी डॉ. हृदय नारायण तिवारी, श्री मितुल अहिरवार एवं
साहिल कुर्मी के साथ ही बड़ी संख्या में प्राध्यापकों एवं
विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम में सहभागिता की। अतिथितियों का स्वागत पौधा
देकर किया गया। विशिष्ट अतिथि टीआई श्री दलवीर सिंह मार्को ने बताया कि
हम सभी को सुरक्षित जीवन के लिए यातायात नियमों का पालन करना चाहिए। इन
नियमों के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि दो पहिया वाहन से
यात्रा करते समय ड्राइबर एवं पीछे बैठने वाले दोनों को हैलमेट पहनना
अनिवार्य है। बिना नंबर प्लेट की गाड़ी चलाने पर चालान किया जा सकता है। कभी
भी नशा करके गाड़ी न चलाएं। चार पहिया वाहन से यात्रा करते समय सीट बेल्ट
लगाना आवश्यक है साथ ही वाहन चलाते समय यातायात चिन्हों एवं निर्देशों का
पालन करना आवश्यक है। छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. शैलेन्द्र जैन ने इस अवसर
पर अपने उद्बोधन में बताया कि हम सभी को यातयात नियमों का पालन करना
चाहिए, क्योंकि शिक्षा का कार्य समाज को जागरूक करना है। कार्यक्रम का मंच
संचालन कर रहे एनसीसी एवं एनएसएस अधिकारी डॉ. हृदय नारायण तिवारी ने सभी के
प्रति आभार व्यक्त करते हुए बताया कि हम सभी को हमेशा सड़क नियमों का पालन
करते हुए लोगों को जागरूक करना चाहिए साथ ही हम सभी यह शपथ लेते है कि कभी
भी नशा करके एवं तेज गति से वाहन नहीं चलाएंगे तथा यातायात नियमों के बारे
में समाज में जागरूक करेंगे।
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