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उपराष्ट्रपति महोदय ने दमोह की बेटी आरुषि जैन का गोल्ड मेडल से किया सम्मान.. इधर जबलपुर हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति ने दमोह के वरिष्ठ अधिवक्ताओं का किया सम्मान..

दमोह की शान आरुषि जैन का दिल्ली में सम्मान
दिल्ली/दमोह। विज्ञान भवन दिल्ली में आयोजित एनआईटी दिल्ली के चतुर्थ दीक्षांत समारोह में दमोह की बेटी आरुषि जैन ने इतिहास रच दिया। आरुषि वर्तमान में एटलासियन कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं और उन्हें भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी द्वारा बीटेक की डिग्री गोल्ड मेडल सहित प्रदान की गई।

आरुषि के पिता सुनील जैन एलआईसी में प्रशासनिक अधिकारी एवं माता सपना जैन शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल मारुताल में व्याख्याता पद पर कार्यरत हैं। एलआईसी परिवार की ओर से आरुषि को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी गई हैं। यह उपलब्धि न केवल आरुषि के लिए बल्कि पूरे दमोह शहर के लिए गर्व की बात है। आरुषि की सफलता युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत होगी।

बडे अधिवक्ता नही, अच्छे अधिवक्ता बनना आवश्यक है- न्यायमूर्ति संजय द्विवेदी
दमोह। जिला अधिवक्ता दमोह द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में आज 50 वर्ष से अधिक वकालत कर चुके वरिष्ठ अधिवक्ताओं का शाल, श्रीफल व मानपत्र देकर सम्मान किया गया कार्यक्रम में उच्च न्यायालय जबलपुर के न्यायमूर्ति श्री संजय द्विवेदी मुख्य अतिथि रहे कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश दमोह श्री आनंद तिवारी थे तथा कार्यक्रम में संघ के अध्यक्ष कमलेश भारद्वाज ने अध्यक्षता की।

संघ के वरिष्ठ अधिवक्ताओं को सम्मानित किया गया जिनमें श्री राधिका प्रसाद खरे, रामकृष्ण श्रीवास्तव, अब्दुल सत्तार खान, कमल प्रसाद श्रीवास्तव, जोगेन्द्र सिह जुनेजा, रमेश कुमार अग्रवाल, विनोद कुमार श्रीवास्तव, हरवंशलाल अवस्थी, सुदामा प्रसाद पाराशन, रमेश कुमार श्रीवास्तव, भगवती प्रसाद श्रीवास्तव, विपिन कुमार टंडन, सुरेश कुमार मेहता, जय प्रकाश श्रीवास्तव, अनिल कुमार धगट, नारायण शंकर दवे, सूरज प्रसाद तिवारी  थे, मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति संजय द्विवेदी ने नये अधिवक्ताओं को विधि का अध्ययन करने व व्यवसाय के प्रति समर्पित रहने पर जोर दिया। तथा एक बडा अधिवकता बनने से ज्यादा एक अच्छा अधिवक्ता बनने का सुझाव दिया। 
दमोह जिला एवं सत्र न्यायाधीश आनंद तिवारी ने न्यायाधीश व अधिवक्ता दोनों के सम्मिलित प्रयास से पक्षकारों को शीघ्र न्याय प्राप्त करने की आवश्कता को बताते हुए इसे समाज के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया। संघ के अध्यक्ष कमलेश भारद्वाज ने दमोह न्यायालय में प्रकरणों में शीघ्र, त्वरित व सही निराकरण होने का श्रेय अधिवक्ताओं व न्यायालय दोनों को समान रूप से श्रेय दिया। मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति संजय द्विवेदी का जीवन परिचय सचिन गुरू अधिवक्ता द्वारा दिया गया व उनके मानपत्र का वाचन संघ के उपाध्यक्ष सुरेश खत्री ने किया। 
वरिष्ठ अधिवक्ताओं के सम्मान पत्र का वाचन व उन्हें सम्मानित कराने का कार्य अधिवक्ता अनुनय श्रीवास्तव द्वारा किया गया कार्यक्रम में सचिव सुधीर पांडेय ने सभी का आभार माना। कार्यक्रम का सफल संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता आलोक श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में अतुल देव श्रीवास्तव, अरविंद शर्मा, हरिशंकर दीक्षित, मनोज नागदेव, दीपक सिंघानिया, गणेश सेन, भरत सेन, कमल सिह ठाकुर, गजाधर पटैल, सह सचिव दीपा मिश्रा, द्रोपती ठाकुर, पूनम मेहता, परवीन खान का विशेष योगदान रहा। 

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