लोकायुक्त ने 50000 रिश्वत लेते सब इंस्पेक्टर को पकड़ा
छिंदवाड़ा। मप्र के छिंदवाड़ा में कोतवाली में पदस्थ पुलिस सब इंस्पेक्टर के द्वारा केस खत्म कराने के नाम पर 50000 की रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। जबलपुर से आई लोकायुक्त की टीम ने सब इंस्पेक्टर को चंदनगाव की एक दुकान पर 50 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों दबोचने में सफलता प्राप्त की है।
लोकायुक्त टीम ने सब इंस्पेक्टर जितेंद्र यादव के पास से रिश्वत में लिए गए 50000 रुपये नगद जप्त करके हाथ धुलाई गए जिससे पानी का रंग गुलाबी हो गया। रंगे हाथों पकड़ने के बाद लोकायुक्त टीम पुलिस सब इंस्पेक्टर को सर्किट हाउस ले गई है जहा भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7 के तहत कार्रवाई की है। ट्रैप दल में दिलीप झरबडे डीएसपी लोकायुक्त, निरीक्षक एवं ट्रैप दल के अन्य सदस्य शामिल रहे।
पूरे घटनाक्रम को लेकर जानकारी देते हुए आवेदक दुर्गेश सोनी ने बताया कि 22 अगस्त की रात को पुलिस ने उसे उठाया था दूसरे दिन मुझ पर झूठे आरोप लगा कर 151 में 24 अगस्त 2024 को थाने के बाहर सब इंस्पेक्टर जितेंद्र यादव ने ₹100000 की मांग की थी। इनके साथ एक पुलिस कर्मी और साथ में था। इन लोगो ने मेरे घर पर 25000 लिया था । तब 25 अगस्त को मेरी जमानत हुई । इस बात से परेशान आवेदक ने जबलपुर लोकायुक्त में लिखित शिकायत की थी। लोकायुक्त ने मामले की जांच करते हुए सब इंस्पेक्टर जितेंद्र यादव को 50000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया।
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