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भोपाल में महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा लगाने एंव बुन्देली भवन की मांग.. बुंदेलखंड के मंत्री श्री लखन पटेल को मांग पत्र सौपा गया.. इधर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर पुष्पांजलि कार्यक्रम..

महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा लगाने एंव बुन्देली भवन की बुंदेलखंड के मंत्री से मांग..
भोपालबुन्देलखण्ड एकता मंच एंव विरासत बचाओं मंच का सयुक्त प्रतिनिधि मण्डल ने बुंदेलखंड के श्री लखन पटेल पशु पालन मंत्री म.प्र. शासन से मिलकर उन्हें अवगत कराया कि महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा टीन सेट पर लगनी थी किन्तु स्मार्ट सिटी एंव नगर निगम के अधिकारियो द्वारा शिलालेख का पत्थर वहा से हटा दिया तथा रोड बना दी गई है नगर निगम द्वारा प्रतिमा के लिये टेन्डर स्वीकृत कर आदेश भी दिया था किन्तु उनकी कही भी प्रतिमा नही लगाई है अतःआप व्यक्तिगत रूची लेकर उपयुक्त स्थल का चयन कर प्रतिमा लगाई जावे ।
बुंदेलखंड एकता मंच के प्रवक्ता सत्येन्द्र साहू ने बताया कि बुन्देलखण्ड के निवासियों की संख्या भोपाल मे अत्यधिक होने से बुन्देली भवन हेतु स्थल दिया जावे । यह भी मागें मंत्री जी से की गई।माननीय पशु पालन मंत्री द्वारा प्रतिमा एंव बुन्देली भवन के लिये स्थल देने के लिये शीघ्र कार्यवाही का आष्वासन दिया । एवम बुंदेलखंड के जितने जन प्रतिनिधि, मंत्री सांसद, विधायक है उन्हे बुंदेलखंड एकता मंच में संरक्षक मंडल में रखा जाएगा। और सभी को मांग पत्र सौंपा जाएगा।इस अवसर पर बुन्देलखण्ड एकता मंच के अध्यक्ष श्री विजय दुबे कार्यकारी अध्यक्ष पी.एस. बुन्देला ,उपाध्याक्ष रजनीष सोनी, प्रवक्ता सत्येन्द्र साहू विरासत सभाओं मंच के कार्यकारी अध्यक्ष विजय मिश्रा,सचिव श्री हर्ष लटौरिया, उपाध्यक्ष श्री ओम बाबू मिश्रा, एंव कोषध्यक्ष श्री एस. के. खरे, तथा श्री हिदेष मीना उपस्थित थे ।
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर पुष्पांजलि कार्यक्रम
दमोह भारतीय जनता पार्टी द्वारा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी बलिदान दिवस से प्रारंभ हुए स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत अभियान का समापन डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जयंती पर जिला कार्यालय में पं श्यामा प्रसाद मुखर्जी जयंती उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर हुआ। राघवेन्द्र सिंह परिहार ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक भारत-श्रेष्ठ भारत चाहते थे. देश की एकता व अखंडता के लिए संघर्ष करने की जब-जब बात आयेगी..
 डॉ मुखर्जी जरूर याद आयेंगे। चाहे बंगाल को देश का हिस्सा बनाये रखने के लिए उनका संघर्ष हो या एक निशान, एक प्रधान, एक विधान के संकल्प के साथ जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाये रखने के लिए सर्वोच्च बलिदान देना हो, देश की अखंडता के लिए उनके अद्वितीय प्रयासों के लिए प्रत्येक भारतीय उनका ऋणी है। जनसंघ की स्थापना से देश को वैचारिक विकल्प प्रदान करनेवाले डॉ मुखर्जी राष्ट्र प्रथम के पथ पर चिरकाल तक दिग्दर्शक रहेंगे। कार्यक्रम में जिला मंत्री अरविन्द उपाध्याय कार्यालय मंत्री रामलाल उपाध्याय, मंडल अध्यक्ष देवकीनंदन पटेल, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष प्रिंस जैन, अरूण सोनी, श्याम दुबे, युवा मोर्चा जिला मीडिया प्रभारी राहुल जैन, सृजन असाटी, रामकुमार, अनिल सैनी,संदीप सैनी सहित कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।

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