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मगरमच्छ के चुंगल से मासूम कृष्णा छूटा लेकिन नहीं बच सकी जान.. दूसरे दिन नदी किनारे झाड़ियों में फंसा शव रेस्क्यू टीम व ग्रामीणों के हाथ लगा.. वन अधिकारी ने नदी नालों से दूर रहने सचेत किया..

मासूम का शव दूसरे दिन रेस्क्यू झाड़ियों में फंसा मिला

दमोह।  नोहटा थाना अंतर्गत हटरी गांव निवासी अर्जुन लोधी के आठ साल के मासूम बेटे कृष्ण का शव आखिरकार दूसरे दिन बरामद हो गया। इसके बाद पुलिस ने पंचनामा कार्यवाही करते हुए उसे पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया । उल्लेखनीय है कि हटरी निवासी कृष्ण अपने पिता अर्जुन के साथ नदी में नहाने के लिए गया था इसी दौरान पानी में डुबकी लगाते ही एक मगर मच्छ कृष्ण को अपने मुंह में दबोच कर ले गया था। जिसके बाद शनिवार को दिन भर मासूम की तलाश में नदी के अंदर गोताखोर तथा मोटर बोट की मदद से रेस्क्यू किया जाता रहा था लेकिन मासूम का कोई सुराग नहीं लग सका था। इसके बाद शाम को गुस्साए ग्रामीणों ने चका जाम करके आक्रोश व्यक्त किया था। वहीं वरिष्ठ अधिकारियों की समझाइस पर बाद में मार्ग को खोला गया था। 
रात हो जाने की वजह से रेस्क्यू तो रोक दिया गया था लेकिन ग्रामीण तथा परिजन इस आशा में रात भर नदी किनारे बैठे रहे थे कि शायद मगरमच्छ के चुंगल से निकालकर मासूम बाहर आ जाए। इस दौरान नदी किनारे बैठे एक बुजुर्ग लक्ष्मण सिंह पर भी मगरमच्छ ने हमला करने का प्रयास किया था। वही लोगों ने मगरमच्छ की इस हरकत को मोबाईल में कैद कर लिया था। जिसमे वह काफी बड़ा दिख रहा था। इधर रविवार सुबह SDRF टीम के साथ ग्रामीण मनोज शर्मा ने जब फिर से कृष्ण की तलाश शुरू की तो घाट से कुछ ही दूरी पर झाड़ियों में उसका शव मिल गया। उसके पेट के दोनों तरफ मगर के दांत के घाव दिख रहे थे, जिसमें समझा जा सकता है कि मगरमच्छ ने मासूम को निगल नहीं पाया था।
पानी में दबोच कर ले जाने के कारण दम घुटने से मासूम की मौत हो गई होगी । ग्रामीणों ने बताया की मगरमच्छ मासूम को मुंह में दबाकर कई बार ऊपर आया और फिर इतने गहरे पानी में चला गया कि उसे खोजना काफी मुश्किल था। मासूम का शव मिल जाने से परिजनों का जहां रो रो कर बुरा हाल बना हुआ है वही वन विभाग के अधिकारियों द्वारा बारिश को ध्यान में रखकर लोगों से नदी नालों के आसपास नहीं जाने की अपील की गई है क्योंकि इस क्षेत्र में छोटे-बड़े मगरमच्छ काफी संख्या में विचरण करते हुए आए दिन नजर आ जाते हैं।

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