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बांसा ट्रिपल मर्डर केस में दो मुख्य आरोपियों को भेजा गया जेल.. कॉलोनाइजर तथा मैनेजर पर FIR के बाद गिरफ्तारी पर ईनाम.. एसपी ने चौकी प्रभारी और विवेचक को लाइन अटैच किया...

ट्रिपल मर्डर केस में कॉलोनाइजर व मैनेजर पर FIR

दमोह। देहात थाना अंतर्गत बांसा तारखेड़ा गांव में 24 जून को होमगार्ड सैनिक सहित तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर देने के मामले में पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करके जहां जेल भेज दिया है वही आरोपियो से पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई की उनके लिए हथियार तथा रुपया बिल्डर राकी सुरेखा व उनके मैनेजर सतीश उर्फ मोनू प्रजापति द्वारा उपलब्ध कराए गए थे। 

जिस पर उनके खिलाफ भी षड्यंत्र की धारा 120 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इनके फरार हो जाने की वजह से एसपी नान की गिरफ्तारी पर इनाम की भी घोषना की है।  इधर इस घटना की जांच में लापरवाही तथा पूर्व में हुई शिकायतों पर ठीक से कार्यवाही नहीं करने पर सागर नाका चौकी प्रभारी बिंदेश्वरी कुर्मी एवं विवेचक को लाइन अटैच कर दिया गया है। इस पूरी कार्रवाई को लेकर जानकारी देते हुए एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने जानकारी देते हुए कहा कि मामले में जांच जारी है और जो भी नाम सामने आएंगे उनका केस में शामिल किया जाएगा।
उल्लेखनीय की करीब एक माह पूर्व होमगार्ड सैनिक रमेश विश्वकर्मा की बछिया पर गाड़ी चढ़ा देने पर से बांसा ग्राम में राजा विश्वकर्मा का विवाद हो गया था उसे समय गाड़ी में बिल्डर राकी सुरेखा भी मौजूद थे। इस मामले में दोनों तरफ से पुलिस को शिकायत की गई थी वहीं होमगार्ड सैनिक रमेश विश्वकर्मा द्वारा बाद में कलेक्टर एसपी को आवेदन देकर उपरोक्त घटना के बाद से अपनी जान का खतरा बताया था और इसके लिए राजा विश्वकर्मा तथा राकी सुरेखा को जिम्मेदार ठहराया गया था। इस आवेदन की जांच सागर नाका चौकी प्रभारी बिंदेश्वरी कर्मी को सौंपी गई थी लेकिन उनके द्वारा शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया और 24 जून को यह बड़ी वारदात हो गई।

आपको बता दें कि 24 जून की सुबह बांसा ग्राम में राजा विश्वकर्मा ने अपने साथियों के साथ मिलकर बाइक से कोचिंग जा रहे उमेश विश्वकर्मा तथा विकास विश्वकर्मा पर गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी। वही होमगार्ड सैनिक रमेश विश्वकर्मा को भी गोली मारकर तथा धारदार हथियार से गला रेत कर दर्शन से हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस द्वारा तीन लोगों के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए थे वहीं पोस्टमार्टम के बाद 25 जून को तीनों शव जब बांसा ग्राम पहुंचे थे तो लोगों ने चक्का जाम कर दिया था बाद में कलेक्टर एसपी के आश्वासन पर प्रदर्शन खत्म करके अंतिम संस्कार किया गया था।
इधर 26 जून को दो मुख्य आरोपी सहित तीन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जब उनसे पूछताछ की तो उनके द्वारा बिल्डर राकी सुरेखा तथा उनके मैनेजर सतीश के द्वारा हथियार तथा रूपये एवं गाड़ी उपलब्ध कराने की जानकारी दी गई इसके बाद 26 जून की रात राकी सुरेखा के कृष्ण हाइट्स पर पुलिस द्वारा जांच छापा मार कार्रवाई करके सीसीटीवी फुटेज खगाले गए। 
वही वारदात में प्रयुक्त हथियार बरामद करने के बाद 27 जून को इस मामले में राकी सुरेखा का तथा उनके मैनेजर की भूमिका स्पष्ट हो जाने के साथ उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया। हालांकि इस बात की भनक उनको पहले से लग चुकी थी इस वजह से फरार हो गए जिस पर पुलिस अधीक्षक द्वारा इनकी गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किए जाने की बात कही गई है। इधर उपरोक्त घटना के बाद दहशत में डूबे परिजनों के द्वारा अभी तक आरोपियों के कब्जे पर बुलडोजर कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।

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