Ticker

6/recent/ticker-posts
1 / 1

जबलपुर लोकायुक्त की जनपद कार्यालय में दस्तक.. प्रभारी लेखपाल और सचिव को 6000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा.. एरियर्स भुगतान के बदले में रिश्वतखोरी महंगी पड़ी..

एरियस के नाम पर रिश्वत लेते बाबू और सचिव गिरफ्तार

कटनी। लोक सभा चुनाव की आचार संहिता खत्म होते ही भले ही दफ्तरों में कामकाज पूर्व की भांति पटरी पर नहीं लौटा हो लेकिन रिश्वतखोरी का खेल फिर से रफ्तार पकड़ चुका है ताजा मामला कटनी जिले के बड़वारा जनपद पंचायत अंतर्गत सामने आया है जहां जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने रिश्वतखोर बाबू के साथ एक सचिव को ₹6000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ने के बाद में भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7 के तहत कार्यवाही की है।

 प्राप्त जानकारी के अनुसार कटनी जिले के ढीमरखेड़ा जनपद क्षेत्र अंतर्गत आने वाले पिपरिया शुक्ला ग्राम पंचायत में पदस्थ सचिव जितेंद्र सिंह बघेल के खिलाफ 2018 में निलंबन की कार्यवाही की गई थी। पांच साल बाद वर्ष 2023 में उनकी बहाली हो गई। उनका इन 5 वर्षों का करीब 7 लाख 50 हजार रुपये एरियस बकाया था। जिसे दिलाने के बदले बाबू ने 7 हजार की रिश्वत मांगी थी। फरियादी जितेंद्र सिंह बघेल ने बताया कि इस कार्य के लिए पूर्व में भी करीब दस हजार रुपए दे चुका था।

 इसके बाद भी जब उसका एरिया भुगतान की फाइल आगे नहीं बड़ी तो उसके द्वारा लोकायुक्त जबलपुर कार्यालय पहुंचकर बाबू संजय चतुर्वेदी की शिकायत की गई। लोकायुक्त द्वारा मामले की पुष्टि किए जाने के बाद जाल बिछाया गया और आज 6000 रुपये की घूस लेते हुए बाबू संजय चतुर्वेदी और सहयोगी सचिव आशीष दुबे को पकड़ने में देर नही की।

डी एस पी दिलीप झरवड़े ने बताया कि लुर्मी ग्राम निवासी जितेंद्र सिंह बघेल पिता केशव प्रसाद के द्वारा शिकायत प्राप्त हुई थी कि बड़वारा जनपद कार्यालय में पदस्थ लिपिक प्रभारी लेखपाल एरियस के नाम पर रिश्वत की मांग कर रहा है। शिकायत के बाद आज बड़वारा जनपद कार्यालय में ₹6000 की रिश्वत लेते हुए प्रभारी लेखपाल संजय कुमार चतुर्वेदी और कार्यालय में पदस्थ सचिव आशीष दुबे को पकड़ा है दोनों के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है।, कार्यवाही मे निरीक्षक रेखा प्रजापति,निरीक्षक नरेश बैगा एवं अन्य 5 सदस्य शामिल रहे। मोहम्मद एजाज की रिपोर्ट

Post a Comment

0 Comments