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भविष्य से भेंट कार्यक्रम कलेक्टर एसपी बने टीचर.. अपनी जिंदगी का कोई लक्ष्य निर्धारित जरूर करें और कुछ बनकर दिखायें- कलेक्टर.. हम कछुये के समान निरंतर बिना रूके अपने लक्ष्य के लिये आगे बढ़ते रहें और सफल हों- एसपी

कलेक्टर ने खमरिया बिजौरा विद्यालय में बच्चों को पढ़ाया

दमोह। जिंदगी में सबसे इंपोर्टेंट चीज़ है कुछ बनना यदि आप कुछ नहीं बनोगे तो फिर आप इस जिंदगी में कुछ भी नहीं हो इसलिए आपने देखा होगा कि आपके घर में अपने मम्मी.पापा से पूछे वह अपनी कहानी सुनाएंगे वे कहेंगे कि हमारे समय में हमें यह सब करने नहीं मिला है लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए कल बड़े होने के बाद आप भी ऐसा ही कहें इसलिए ईश्वर ने आपको मौका दिया हैए अच्छा स्कूल दिया है पढ़ने का अच्छा वातावरण दिया है। मेरा सभी से आग्रह यही है अपनी जिंदगी का कोई लक्ष्य निर्धारित जरूर करें और कुछ बन कर दिखायें। 

इस आशय के विचार कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने आज जिले के ग्राम खमरिया बिजौरा के शासकीय एकीकृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित भविष्य से भेंट कार्यक्रम में विद्यार्थियों के बीच व्यक्त किये। इस मौके पर कलेक्टर श्री कोचर ने विद्यार्थियों से शैक्षणिक प्रश्न किये और विद्यार्थियों ने जबाव भी दिये। उन्होनें विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का पूर्ण समाधान किया। इस अवसर पर श्री भावसींग मासाब सहित प्राचार्य और शिक्षकगण भी मौजूद थे। कलेक्टर श्री कोचर ने विद्यार्थियों से कहा हम लोग वर्तमान हैं आप भविष्य हैं इसीलिए सरकार ने यह कहा था वर्तमान जो है वह भविष्य से मिलने जाएगा। यानी भविष्य से भेंट मतलब हम आपसे मिलने के लिए आएंगे इसलिए पूरे जिले में प्रदेश में हर स्कूल में कई अलग.अलग तरीके से लोग स्कूलों में विद्यार्थियों से मिलने के लिए जा रहे हैं जो विद्यार्थियों को अलग.अलग टिप्स और मोटिवेट कर रहे हैंए स्कूलों में पढ़ा रहे है इसका उद्देश्य एक ही था की हर स्कूल के विद्यार्थी सपने देखना सीखें।

कलेक्टर श्री कोचर ने विद्यार्थियों से कहा उनको अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना हैए वे कहां रहते हैंए किस परिस्थिति में रहते हैं किस परिवार के हैंए उनकी आर्थिक स्थिति कैसी हैए उनकी सामाजिक स्थिति कैसी है यह सभी कुछ भी मायने नहीं रखता हैए मायने रखता है सपना की मैंने क्या सपना देखा। केवल सपने देखने से काम नहीं होता है क्योंकि यदि ऐसा होता तो हर आदमी का कोई भी सपना पूरा हो जाताए लेकिन इतनी आसानी से सपने पूरे नहीं होते है। सपना पूरा करने के लिए सपना यदि आप आसमान का देखते हो तो आपके पैर जमीन पर रहना जरूरी है आप सपना देख रहे हो उसको पाने के लिए आपको बहुत तैयारियां करनी पड़ती है। कलेक्टर श्री कोचर ने कहा हमने जो सपना देखा है अपनी जिंदगी के लिएए क्या वह सपना पूरा करने की ताकत हमारे अंदर है भी या नहीं ऐसा तो नहीं कि हम बनना चाहते थे डॉक्टर लेकिन हमने इंजीनियरिंग का सपना देख लिया तो सपना इस चीज का देखिए जो हम कर सकते हैं जिस पर हमारी रुचि है जो हमारी समझ के अंदर हैं जो हम करने के लिए सक्षम है और दूसरी चीज उस सपने को पूरा करने के लिए पूरी ताकत लगाना पड़ेगी तब जाकर यह सपना पूरा हो सकता है।
कलेक्टर श्री कोचर ने विद्यार्थियों से कहा आप गांव में रहते हैंए कोई दिक्कत नहीं है आप हिंदी बोलते हैं सरकारी स्कूल में पढ़ते हैंए गांव में रहकर ही पढ़ाई कर रहे हैं तो भी कोई दिक्कत नहीं है आजकल ऑनलाइन सब कुछ मिलने लगा है आप छोटी जगह पर रहते हुये भी ऑनलाईन सीख कर अपना सपना पूरा कर सकते है। यदि आप साधारण घर के हो गरीब परिवार के हो आपके परिवार में पैसा नहीं हैए आप गांव के रहने वाले हैं आपको अंग्रेजी नहीं आती है तो कोई समस्या नहीं है यह सब चींजे बिल्कुल भी बाधा नहीं बनती हैं जो अच्छा पढ़ने वाले बच्चे हैं या जिन्हें अपना लक्ष्य क्लियर हैए वह सफलता प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा बहुत अच्छा लगता है कि हम आईएएस की पढ़ाई कर ले लेकिन जब पढ़ाई शुरू होती है तब समझ में आता है कि कितना बड़ा सिलेबस है। धरती से लेकर आसमान तक कोई भी चीज ऐसी नहीं है जो इसकी परीक्षा के सिलेबस में नहीं हैए तो जब आप पढ़ना शुरू करते हैं तब आपको समझ में आता है कि कितना बड़ा सिलेबस है। फिर हम आधे रास्ते जाकर के वापस आ जाते हैं कि हमसे नहीं हो पा रहा है तो यह नहीं होना चाहिए इसलिए मैं कह रहा हूं कि अभी देखें जो भी करना है उस परीक्षा का सिलेबस उसके अनसोल्वड पेपर यदि आप देखेंगें तो एक मिनट में समझ में आ जाएगा कि आपसे होगा या नहीं होगा।
कलेक्टर श्री कोचर ने एक छात्रा के प्रश्न पर कहा तुम्हें यहां देखना पड़ेगा की डांस तुम्हारे लिए हॉबी है या करियर है। एक्टिंग तुम्हारे लिए हॉबी है या करियर है। कोई चीज हॉबी कब होती है जब उसे हम दिन में एक घंटा कर सकते हैए लेकिन कोई चीज हमारा कैरियर कब होती है जब हम दिन भर वही करते हैंए 8 घंटा या 10 घंटा तो पहले यह सोचना पड़ेगा की क्या तुम डांस को इतना ज्यादा पसंद करती हो कि रोज 8 से 10 घंटे भी करना पड़े तो तुम्हें थकान महसूस नहीं होए तुम्हे अच्छा लगे तो 8 से 10 घंटा रोज और अगले 40 साल तक क्योंकि केरियर लगभग 40 साल चलता है।
उन्होंने कहा जो एक्टिंग स्कूल है वह बिल्कुल अलग होते हैं। श्री अनुपम खेर एक बहुत बड़े एक्टर है उनका अपना एक एक्टिंग स्कूल चलता हैए अनुपम खेर अकैडमीए ऐसे बहुत सारे एक्टर है जो अपनी एकेडमी चलते हैं । एक स्कूल दिल्ली में है एनएसडी नेशनल स्कूल आफ ड्रामा यह इंडिया की सबसे अच्छी संस्था है यह विश्व की भी सबसे अच्छी संस्थानों में से भी एक है एक्टिंग सीखने के लिए। कलेक्टर श्री कोचर ने विद्यार्थियों को नये शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ की शुभकामनायें दी और आगे आने वाले भविष्य को उज्जवल करने के लिये आशान्वित हुये।
एसपी
ने कन्या हाई स्कूल अभाना को गोद लेने का निर्णय लिया.. दमोह। यदि कोई महिला कोई लड़की आर्थिक रूप से स्वतंत्र है आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हैए तो उन्हें इन समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। आप सभी विद्यार्थियों का पहला लक्ष्य अपनी जिंदगी यही होना चाहिए की आपको आर्थिक रूप से स्वतंत्र होना है किसी पर निर्भर नहीं रहना है। यह बात आज पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने शासकीय कन्या हाई स्कूल अभाना में आयोजित भविष्य से भेंट कार्यक्रम में कही। इस अवसर पर अर्चना जैन सरपंच गोविंद सिंह डॉ आलोक सोनवलकए थाना प्रभारी नोहटा अरविंद सिंह श्रयांस जैन उपस्थित रहे।
पुलिस अधीक्षक श्री सोमवंशी ने विद्यार्थियों से कहा सभी को मौके मिलते हैं सभी के व्यक्तित्व और प्रतिभा के हिसाब से वे चाहे तो दुनिया पलट सकते हैं। हम सभी में अपार क्षमता है। मैं इस नौकरी में आया हूं मेरे ऑफिस में आधे से ज्यादा जो लोग मिलने आते हैं उनमें से सबसे ज्यादा महिलाएं होती हैंए वह किसी न किसी रूम में परेशान रहती हैए उन्हें दिक्कत होती है तो मैं हमेशा यही सोचता हूं मैं उनके लिए क्या एक्स्ट्रा मदद कर सकूं और मेरे दिमाग में केवल एक ही चींज आती है वह यह है किअपने और अपने परिवार के ऊपर पैसे खर्च करने के लिए पैसे होए यदि आप किसी को पैसे देना चाहे अपने परिवार में अपने दोस्त अपने पड़ोसी.रिश्तेदारों को उनकी मदद करने के लिए पैसे हो। पैसे की बात मैंने इसलिए की है क्योंकि समाज में सम्मान पूर्वक रहने के लिए कुछ पैसे होने ही चाहिए। इसलिये सभी को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनना है।
उन्होंने कहा शतरंज की कहानी में यह होता है की जो खिलाड़ी होता है उसका अपना अपना एक रोल होता है यहां पर इतने सारे बच्चे बैठे हुए हैं कुछ बच्चे ज्यादा नंबर पाते हैं कुछ कम अंक पाते है वे भी उतने ही महत्वपूर्ण हैंए इसके लिये आपको निराश नहीं होना है। आप लोगों को यह सोचने की जरूरत नहीं है स्कूल के किसी एग्जाम में आपके नंबर नहीं आ रहे हैं तो आप किसी से कम है। सभी अलग.अलग कार्य के लिये बने हैए इसलिये हमेशा आत्मविश्वास बनाये रखेए हम किसी से कम नहीं है। सभी विषय बराबर है सवाल रूचि एवं चयन का है।

उन्होंने कहा वर्तमान में मोबाईल ने हर विद्यार्थी को समान बना दिया है दमोह और दिल्ली के विद्यार्थी अब समान है। एक किताब एक हजार किताब के बराबर है इसलिये सोने से पहले पढ़ने की आदत डालना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को कछुआ और खरगोश की प्रेरक कहानी सुनाकर सभी को प्रेरणा दी कि हमें कछुआ बनना हैए जिससे हम कछुये के समान निरंतर बिना रूके अपने लक्ष्य के लिये आगे बढ़ते रहे और सफल हो। पुलिस अधीक्षक श्री सोमवंशी ने अपने जीवन की कहानी सुनाकर सबको  रोमांचित किया ओर कहा कि जीवन में कभी निराश मत होनाए आत्म निर्भर बनना। उन्होंने कन्या हाई स्कूल अभाना को गोद लेने का निर्णय लिया। पुलिस अधीक्षक श्री सोमवंशी ने कु भारती लोधी को साफा पहनाकर आई कोन अवार्ड प्रदान किया। कार्यक्रम में कु त्रिवेणी कु साक्षी रंजीता अंजली नेहा रैकवार आदि को अच्छे अंक लाने पर पुरुस्कृत किया गया।

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