मालगाड़ी के नीचे से निकल रही छात्रा की पैर कटने से मौत
दमोह। कटनी बीना रेल सेक्शन में थर्ड लाइन निर्माण कार्य में देरी के साथ स्टेशनों के कायाकल्प एवं अन्य कार्यों में संबंधित ठेकेदारों की लेट लतीफी की वजह से यात्रियों के साथ ग्रामीण जनों को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आए दिन हादसों का शिकार होना पड़ रहा है। इसके बावजूद तय समय सीमा में कार्य कंप्लीट करने की ओर ना ठेकेदार ध्यान दे रहे हैं और ना ही रेलवे के अधिकारी।
ऐसे ही कुछ हालातो के बीच घटेरा
रेलवे स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज के निर्माण में लगातार देरी की वजह से
स्थानीय निवासियों तथा यात्रियों को रेल लाइन पार करने को मजबूर होना पड़
रहा है। यहां पर माल गाड़ियों के देर तक खड़े रहने की वजह से आवश्यक कार्य
करने के लिए ग्रामीणजन माल गाड़ी के नीचे से निकलने को मजबूर रहते हैं और
उनका कोई रोकने रोकने वाला भी नहीं होता। शनिवार को घटेरा स्टेशन पर काफी
देर से खड़ी मालगाड़ी के नीचे से एक स्कूली छात्रा निकल रही थी इसी दौरान
मालगाड़ी चल पड़ी और छात्रा नीतू गौड़ का एक पैर चपेट में आ गया। उसके बाद
उसे गंभीर हालत में 108 की मदद से जिला अस्पताल भिजवाया गया लेकिन तब तक
काफी देर हो चुकी थी।
इस हादसे मैं छात्र की मौत हो
जाने से परिजनों का जहां रो रो कर बुरा हाल बना हुआ है वहीं ग्रामीण जनों
के द्वारा इस तरह की घटनाओं के लिए फुट ओवर ब्रिज का कार्य करने वाले रेलवे
ठेकेदार की लेट लतीफी तथा लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। यहा
पर 6 माह पूर्व फुट ओवर ब्रिज के लिए फाउंडेशन के निर्माण कराया जा चुका
है। लेकिन उसके बाद से कार्य बंद रहने से लोगो को मजबूरन रेलवे लाइन क्रास
करनी पड़ रही है और ग्रामीण हादसे का शिकार हो रहे है। आज भी 15 वर्ष की
छात्रा नीतू पिता नोने आदिवासी निवासी घटेरा अपने घर से सहेली को किताब
देने रेलवे स्टेशन के दूसरी तरफ जा रही थी। तो अप रूट की मील लाइन पर
मालगाड़ी खड़ी होने पर छात्रा मालगाड़ी के नीचे से निकलने का कोशिश की। इसी
दौरान मालगाड़ी आगे बढ़ गई और छात्रा का पैर ट्रेक पर आने से कट गया।
बता
दे कि रेलवे स्टेशन घटेरा में रेलवे लाइन के दोनों तरफ ग्रामीण निवास करते
है और फुट ओवर ब्रिज नही होने से एक तरफ से दूसरी तरफ जाने के लिए रेल
लाइन क्रास करना पड़ती है। वर्तमान में तीसरी रेल
लाइन के साथ स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज भी स्वीकृत किया गया है और ठेकेदार ने
जनवरी माह में उसका निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया था,लेकिन फाउंडेशन
बनाने के बाद ठेकेदार ने निर्माण कार्य बंद करा दिया और ग्रामीणों सहित रेल
यात्रियों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म तक आने जाने के लिए जान
हथेली पर रखकर रेल लाइन क्रास करनी पड़ रही है। अभिषेक खरे की खबर
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