श्रमण संस्कृति संस्कार शिक्षण शिविर का समापन
दमोह।
समाधि सम्राट गुरुवर आचार्य विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य
निर्यापक मुनि श्री सुधा सागर जी महाराज निर्यापक मुनि श्री प्रसाद सागर जी
महाराज निर्यापक मुनि श्री वीर सागर जी महाराज के ससंघ मंगल सानिध्य में
नन्हे मंदिर दिगंबर जैन धर्मशाला में सात दिन तक चले श्रमण संस्कृति
संस्कार शिक्षण शिविर के समापन पर सम्मान एवं पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित
किया गया।
इसमें प्रातः काल मंगलाचरण दीप प्रज्वलन के पश्चात मुनि श्री की
संगीतमय मंगल पूजन की गई विभिन्न महिला मंडलों एवं संस्थाओं के सदस्यों ने
सामूहिक रूप से अर्ग समर्पित किय शिविर में सम्मिलित बालिकाओं ने एक सुंदर
नाटिका के माध्यम से जन जागरण के विषयों पर मनमोहक प्रस्तुति की जिसमें
जिसमें आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के द्वारा प्रारंभ प्रकल्पों एवं
संदेशों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया..
शिविर के मुख्य कलश को
स्थापित करने वाले दिल्ली के वीरेंद्र जैन अहिंसा ज्वेलर्स एवं लघु कलश
स्थापना कर्ताओं को भी समिति एवं जैन पंचायत की ओर से सम्मानित किया गया
तथा कलश का निस्तापन कर उनको प्रदान किए गए शिविर में सम्मिलित हुए बच्चों
एवं पुरुष एवं महिलाओं की विभिन्न कक्षाओं में अध्ययन उपरांत परीक्षा में
प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान पाने वालों को समिति और पंचायत की ओर से
पुरस्कार प्रदान किए गए इस मौके पर शिविर के प्रभारी डॉ प्रदीप आचार्य एवं
कार्यकर्ताओं का भी सम्मान दिगंबर जैन पंचायत एवं अन्य संस्थाओं के द्वारा
किया गया
यदि हमें अपने दुश्मन से भी सीखने को मिले तो अच्छे गुण सीख लेना चाहिए.. इस अवसर पर निर्यापक मुनि श्री सुधा सागर जी महाराज एवं निर्यापक
मुनि श्री प्रसाद सागर जी महाराज ने शिविर के सफल आयोजन के लिए अपना
आशीर्वाद प्रदान किया मुनि श्री ने कहा कि हमारे जीवन में ऐसी उपलब्धि होनी
चाहिए कि हमें यह सदैव स्मरण रहे कि हमें यह ज्ञान दमोह के शिविर से
प्राप्त हुआ है यदि हमें अपने दुश्मन से भी सीखने को मिले तो अच्छे गुण सीख
लेना चाहिए.. गुणवान लोगों की संगति करने से मनुष्य के अंदर भी गुणोंका
विकास होता है यह शिविर तो एक सैंपल मात्र हैं जिस तरह बाजार में शोरूम में
अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया जाता है..
इस तरह शिविर के माध्यम से
शिवरात्रियों को धर्म की अच्छाइयों से अवगत कराया जाता है महापुरुष अपने
आत्मज्ञान को दूसरों को देकर आनंद मानते हैं वे सदैव सोचते हैं कि जो आनंद
मेरे पास है वह मैं दुनिया को दे दूं दूसरों को सम्मान देने में भी बहुत
आनंद आता है मुझे पड़ाने में आनंद आ रहा है और तुम्हें पढ़ने में आनंद आ
रहा है भगवान के महिमा का गुड़ानुवाद करने से हम मैं भी वे गुण विकसित होने
लगते हैं हम प्रभु की जय बोलते हैं और यश हमारा बढ़ता है जो अपने से बड़ों
को सम्मान और स्नेह देता है उसको उच्च गोत्र का बंध होता है..
आज के आहार प्रदाता पुण्यार्जक परिवार.. निर्यापक मुनि श्री
सुधा सागर जी का पड़गाहन करके अपने चौके में ले जाकर नवधा भक्तिपूर्वक आहार
कराने का सौभाग्य स्मिता आनंद जैन लैब परिवार को प्राप्त हुआ। जबकि
निर्यापक मुनि श्री प्रसाद सागर जी का आज उपवास रहा।
निर्यातक मुनि श्री
वीर सागर महाराज का आहार कराने का सौभाग्य बाबूलाल खजरी परिवार को प्राप्त
हुआ। मुनिश्री पदम सागर महाराज के आहार महेश बड़कुल, मुनि श्री प्रयोग सागर
के आहार सवन सिल्वर, मुनि श्री सुब्रत सागर की आहार सुधीर सिंघई, मुनि
श्री शीतल सागर के आहार प्रदीप भैया के यहा हुए।
कुंडलपुर में बड़े बाबा जिनालय का मंगल कलशारोहण, सहस्त्र कूटजिनालय की भव्य वेदी प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम 6 से 11 जून तक
सुप्रसिद्ध सिद्ध क्षेत्र, जैन तीर्थ कुंडलपुर में युग श्रेष्ठ संत
शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य पूज्य
आचार्य श्री समय सागर जी महाराज के मंगल आशीर्वाद एवं ससंघ सानिध्य में
पूज्य बड़े बाबा मंदिर का मंगल कलशारोहण, सहस्त्रकूट जिनालय की भव्य वेदी
प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम 6 जून से 11 जून तक आयोजित किया गया है।
इस
अवसर पर 6 जून 2024 दिन गुरुवार को गुरु आज्ञा, आचार्य निमंत्रण, देव आज्ञा
,गुरु नाम गुरु आचार्य ज्ञान सागर जी महाराज का समाधि दिवस समारोह। 7 जून
2024 दिन शुक्रवार को प्रातः 5:30 से घट यात्रा ,ध्वजारोहण 8:00 बजे से
आचार्य श्री के प्रवचन सांयकाल 7:00 बजे आरती, 8:00 बजे शास्त्र प्रवचन। 8
जून 2024 दिन शनिवार प्रात 5:00 बजे से अभिषेक, शांतिधारा ,नित्यमह पूजन
,याग मंडल विधान 8:00 बजे से आचार्य श्री के प्रवचन, शाम 7:00 बजे से आरती
8:00 बजे शास्त्र प्रवचन । 9 जून 2024 दिन रविवार प्रातः 5:00 बजे से
अभिषेक ,शांतिधारा, नित्यमह पूजन, 6:30 बजे से सहस्त्रकूट, मानस्तंभ ,
संभवनाथ जिनालय वेदी संस्कार शुद्धि ,श्री जी की स्थापना प्रारंभ ,8:00 बजे
से आचार्य श्री के प्रवचन ,शाम 7:00 बजे से आरती ,8:00 बजे से शास्त्र
प्रवचन।
10 जून 2024 दिन सोमवार प्रात 5:00 बजे से अभिषेक शांतिधारा
नित्यमह पूजन, 6:00 बजे से श्री जी की स्थापना जारी, 8:00 बजे से आचार्य
श्री के प्रवचन, शाम 7:00 बजे से आरती, 8:00 से शास्त्र प्रवचन । 11 जून
2024 दिन मंगलवार प्रातः 5:00 बजे से अभिषेक, शांतिधारा ,नित्यमह पूजन,
प्रातः 6:00 बजे से श्री बड़े बाबा जिनालय का विशाल कलशारोहण, संभवनाथ
जिनालय, पदमप्रभु जिनालय, मानस्तंभ, सहस्त्रकूट जिनालय के कलशारोहण, ध्वज
स्थापना, 7:30 बजे से श्रुत पंचमी पूजन, 7:45 बजे आचार्य श्री के प्रवचन,
शाम 7:00 बजे आरती, 8:00 बजे से शास्त्र प्रवचन होंगे।
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