इंदौर पुलिस टीम ने मुंबई में जाकर दिखाया कमाल.
इंदौर शहर की पुलिस टीम मुंबई जाकर वहां कि एक खतरनाक गैंग के सरगना को गिरफ्तार करके लाई है। बताया जा रहा है कि मुंबई पुलिस भी वहां जाने से डरती है जहां से इंदौर पुलिस जिस ईरानी गेंग के सरगना को गिरफ्तार करके यहां लाई है। झोन 1 कि 6 लोगों कि पुलिस टीम ने भेष बदलकर गैंग के ठिकानों पर डेरा डाला तब जाकर मिली सफलता। यह वही गेंग है जिसने शहर में कई थाना क्षेत्र में नकली पुलिस बनकर बुजुर्ग लोगों के साथ ठगी की घटना को अंजाम दिया है और लाखों रुपए के जेवर लेकर फरार हो गए हैं।
दरअसल पिछले कई दिनों से इंदौर शहर के थाना क्षेत्रो में नकली पुलिस बनकर लगातार लोगों के साथ ठगी करने के मामले सामने आ रहे थे। इन वारदातों को रोकने के लिए डीसीपी जोन 1 आदित्य मिश्रा ने अपनी एक टीम बनाई। पुलिस टीम ने लगभग 200 किलोमीटर रोड रेंज के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों का सेंधवा तक पीछा किया। इसके बाद पुलिस को जानकारी मिली कि बदमाश ईरानी गैंग के सदस्य और मुंबई के अंबिवली के रहने वाले हैं। इस बारे में इंदौर पुलिस ने मुंबई की पुलिस टीम से संपर्क किया और उनके बारे में अन्य जानकारी हासिल की।मुंबई पुलिस से मिली जानकारी के आधार पर इंदौर पुलिस टीम ने मुंबई के अंबिवली में लगभग 2 से 3 दिन कबाड़ और कचरे वालें के भेष में ईरानी गैंग के बीच में डेरा डाला। आपको बता दे की इंदौर टीम ने जहां पर अपना भेष बदलकर डेरा डाला वहां पर ईरानी गैंग के लगभग 1000 परिवार रहते हैं जिनका मुख्यतः काम ही चोरी और लूट की वारदातों को अंजाम देना रहता है। इस जगह पर मुंबई पुलिस भी जाने में खौफ खाती है क्योंकि वहां की महिलाएं पुरुष मिलकर पुलिस पर भी हमला कर देते हैं।
लेकिन बावजूद इसके बेखौफ इंदौर पुलिस टीम ने बखूबी वहां से ईरानी गैंग के मुख्य सरगना यूनुस खान को धरदाबोचा और इंदौर गिरफ्तार कर लें आयी इस बारे में डीसीपी जोन 1 आदित्य मिश्रा ने बताया कि पकड़ा गया रुपया यूनुस खान ईरानी गैंग का सरगना है और इसके जैसे कई और बदमाश इस गैंग से जुड़े हुए हैं। प्रारंभिक पूछताछ में यूनुस खान ने इंदौर शहर के मल्हारगंज पलासिया और गांधीनगर में फर्जी पुलिस वाला बनाकर लूट करना कबूल किया है। आरोपी को कोर्ट के समक्ष पेश कर पुलिस रिमांड ली जाएगी ताकि उससे गिरोह के अन्य सदस्य एवं अन्य वारदातों के बारे में भी पूछताछ की जा सके।
दमोह पुलिस को भी तलाश है.. पुलिस बनकर बस स्टैंड क्षेत्र में ठगी की वारदात करने वालों की..
दमोह जिला मुख्यालय पर भी पिछले दिनों नकली पुलिस बनकर एक रिटायर्ड शिक्षक नरसिंहपुर निवासी बुजुर्ग सुभाष नेमा के साथ सोने की चैन व अंगूठी की ठगी किए जाने का घटनाक्रम सामने आया था। बस स्टैंड क्षेत्र में 29 फरवरी 2024 को दिन दहाड़े हुई इस वारदात जिसको लेकर कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की थी लेकिन दस दिन से अधिक का समय भी जाने के बाद भी अभी तक पुलिस के हाथ खाली के खाली है।
इंदौर पुलिस द्वारा नकली पुलिस बनकर ठगी तथा लूट करने वाली ईरानी गैंग के सरगना को मुंबई से गिरफ्तार किए जाने के बाद यह बात भी सामने आई है कि अन्य क्षेत्रों में भी ईरानी डेरों से इस गैंग के सदस्य जुड़े हुए है। ऐसे में इस बात की संभावना जताई जाने लगी है कि दमोह में पिछले दिनों हुई इस तरह की वारदात को अंजाम देने वाले लोग भी इसी ईरानी गैंग से जुड़े हो सकते हैं। देखना होगा कि दमोह जिले के आसपास के क्षेत्र में ईरानी डेरों तक पहुंचकर दमोह पुलिस एक्शन लेती है अथवा नहीं।तथा इंदौर पुलिस द्वारा ईरानी गैंग के सरगना को पकड़े जाने के बाद दमोह के मामले को लेकर दमोह पुलिस इंदौर पुलिस से इस मामले में संपर्क करती है अथवा नहीं..
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