राजा आदिनाथ को आया वैराग बने दिगंबर महा मुनिराज
दमोह।
विद्वानों की नगरी खड़ैरी में चल रहे महामहोत्सव के चतुर्थ दिवस तप
कल्याणक महोत्सव मनाकर 108 दिगंबर महामुनिराज श्री आदि नाथज़ी का गुणानुवाद
किया गया। प्रातः काल की मंगल बेला पर श्रावकगणों ने
शांति जाप में हिस्सा लिया पश्चात श्री जिनेन्द्र पूजन कर वीतराग देव -
शास्त्र - गुरु भगवंतों का स्मरण कर परम कृपालु गुरुदेवश्री कानजी स्वामी
के मंगल प्रवचन में ज्ञायक भगवान आत्मा की बात जानी वहीं जबलपुर से पधारे
पं. राजेंद्रकुमार जैन, देवलाली के पं. अभयकुमार शास्त्री एवं मेरठ के डॉ.
मनीष शास्त्री ने सुंदर व्याख्यान देकर दिगंबर महा मुनिराजों के साथ
तपकल्याणक का महत्व बताया।
तपकल्याणक
सभा में मध्य प्रदेश शासन के राज्य मंत्री लखन पटेल सहित भाजपा जिला
अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी एवं भाजपा के वर्तमान सांसद प्रत्यासी राहुल
सिंह का आगमन हुआ और उन्होंने मुनिराज आदिकुमार के चरणों में नमन कर देश के
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश के मुख्य मंत्री डॉ. मोहन यादव की ओर
से शानदार एवं यादगार महोत्सव की शुभकामनाएं दी। सभी
जनप्रतिनिधियों का महोत्सव समिति की ओर से अध्यक्ष सुनील सराफ सागर, अमित
जैन फुटेरा, के. सी. शास्त्री, ऋषभ जैन, प्रशांत सिंघई, सोहिल जैन ने शॉल,
श्रीफल, अंग वस्त्र सहित मोमेंटो भेंट कर आत्मीय अभिनंदन किया। सभा का
संचालन जिनशासन सेवक दीपक राज जैन एवं आभार प्रदर्शन निर्देशक पीयूष
शास्त्री जयपुर द्वारा किया गया।
इसके पूर्व दिगंबर महा मुनिराजों के साथ
तपकल्याणक का महत्व बताया। गया। प्रथम
तीर्थंकर आदिनाथ ऋषभ देव की कुल आयु 84 लाख पूर्व थी उन्होंने 83 लाख
पूर्व राज अवस्था में व्यतीत किए, एक दिन राज दरबार में नीलांजना का नृत्य
चल रहा था तभी उसकी मृत्यु हो गई और तुरंत ही सौधर्म इंद्र ने दूसरी
नीलंजना राज दरबार में भेज दी। इस घटना को देख राजा आदिकुमार को संसार की
असारता का भान हुआ और उन्होंने जैनेश्वरी दीक्षा धारण कर वन गमन कर दिया।
वहीं स्वर्ग से आए लोकांतीक देवों ने उनके वैराग की अनुमोदना की। सभा
में प्रथम पालकी उठाने का सुंदर चित्रण भी किया गया जिसमे देव एवं मानवों
में चर्चा भी हुई, जिस पर सौधर्म इंद्र ने कहा की जो मुनिराज आदिकुमार के
साथ दीक्षा लेगा वही प्रथम पालकी उठाएगा, सौधर्म इंद्र ने कहा की है मानवों
आज संयम के आगे स्वर्ग का वैभव फीका पढ़ गया, आप एक समय के लिए यह मनुष्य
जन्म हमे दे दो और स्वर्ग का सारा वैभव ले। फिर सौधर्म इंद्र के कहने पर
मनुष्यों ने प्रथम चार कदम पालकी उठाई पश्चात इंद्रो ने पालकी लेकर वन गमन
किया जहां दिगंबर मुनिराज की भक्ति की गई, समस्त अनुष्ठान बाल ब्रह्मचारी
अभिनंदन शास्त्री के प्रतिष्ठाचार्यत्व में संपन्न हुए दोपहर
के समय पुरुषार्थ सिद्धि उपाय एक अनुशीलन पर सुंदर संगोष्ठी का आयोजन किया
गया जिसमे विविध विद्वानों ने अपने विचार रख जन समुदाय की जैन दर्शन के
मुख्य सिद्धांतों को बताया।संध्या की बेला पर
सकल समाज ने दिगम्बर महा मुनिराजों की भक्ति कर अतिथि विद्वानों के श्रीमुख
से मां जिनवाणी का रसास्वादन किया पश्चात दिल्ली से पधारे युवा भजन गायक
संजीव जैन उस्मानपुर वालों की भजन संध्या में वीतराग देव - शास्त्र - गुरु
भगवंतों को नमन करते हुए उनका गुणगान कर जोरदार नृत्यगान करते हुए महोत्सव
की खुशियां मनाई। सफल आयोजन के लिए महोत्सव समिति ने संजीव जैन का अभिनंदन
किया।
आज मनेगा ज्ञान कल्याणक महोत्स.. महोत्सव
के मीडिया प्रभारी दीपक राज जैन एवं के. सी. शास्त्री ने बताया कि महोत्सव
के पंचम दिवस फाल्गुन कृष्ण अमावस्या 10 मार्च को ज्ञान कल्याणक महोत्सव
का शुभारंभ प्रातः 6.50 को शांति जाप कर श्री जिनेन्द्र पूजन से होगा
पश्चात 8 बजे से गुरुदेवश्री के सीडी प्रवचन, 8.45 से आहार दान पर विशेष
प्रवचन एवं 9.45 से तीर्थंकर मुनिराज की नवधा भक्ति पूर्वक आहार दान की
विधि होगी। दोपहर 1.45 से ज्ञान की महिमा विषय पर
गोष्ठी, 3.15 से समवशरण रचना,दिव्य ध्वनि प्रसारण एवं ज्ञान कल्याणक की
पूजन, संध्या 6.30 से पाठशाला, रात्रि 7 से श्री जिनेन्द्र भक्ति, 7.30 से
शास्त्र स्वाध्याय, 8.15 से कृतज्ञता ज्ञापन समारोह एवं 9.15 बजे से महिला
मंडल खड़ैरी द्वारा नाटिका संयम की पराकाष्ठा का मंचन किया जावेगा जिसमे
सकल समाज सादर आमंत्रित है।
कुंडलपुर में मुनि श्री विराटसागर जी संघ की भव्य अगवानी.. दमोह।
संत शिरोमणि परम पूज्य आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के परम
प्रभावक शिष्य मुनि श्री 108 विराट सागर जी महाराज ,मुनि श्री निर्मोह सागर
जी महाराज, मुनि श्री निष्पक्ष सागर जी महाराज ,मुनि श्री निष्काम सागर जी
महाराज, मुनि श्री निस्संग सागर जी महाराज का भव्य मंगल प्रवेश सिद्ध
क्षेत्र कुंडलपुर की पावन धरा पर हुआ ।
इस अवसर पर मुनि संघ की भव्य अगवानी
की गई । अगवानी करने मुनिश्री विशद सागर जी, मुनि श्री निराकुल सागर
जी, कुंडलपुर क्षेत्र कमेटी अध्यक्ष चंद्रकुमार सराफ, इंजीनियर
आरके जैन ,अशोक सराफ, डॉ रमेश बजाज, ललित सराफ, पुरुषोत्तम जैन, अमित
त्यागी ,राजेंद्र भेड़ा सहित कमेटी सदस्य, कुंडलपुर जैन समाज, हथकरघा
केंद्र के भैया, कुंडलपुर में निवासरत समस्त ब्रह्मचारी भैया, दीदी जी,
पूर्णायु केंद्र के डॉक्टर स्टाफ, कुंडलपुर स्टाफ, यात्रीगण ने पूज्य
गुरुदेव की भव्य अगवानी में सम्मिलित होकर पुन्यार्जन किया।
रजपुरा में मुनि श्री विरंजन सागर के सान्निध्य में मंदिर जी का शिलान्यास.. दमोह।
पूज्य गणाचार्य श्री विराग सागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य उपाध्याय
श्री विरंजन सागर जी महाराज ससंघ के सान्निध्य में श्री पारसनाथ दिगम्बर
जैन मंदिर जी ग्राम रजपुरा के बीचोंबीच स्थित पुराने मंदिर को नवीन शिखर
सहित भव्य मंदिर निर्माण हेतु भूमि पूजन एवं शिलान्यास समारोह विविध
कार्यक्रमों के साथ किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में पवन कुमार भातपुरा
बाले बिजावर को उपाध्याय श्री के पाद प्रक्षालन का सौभाग्य प्राप्त हुआ और
समारोह के मुख्य अतिथि अशोक कुमार मझगुवां बाले बकस्वाहा सपरिवार को
मुख्यशिला के साथ शिलान्यास करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर
दानपुण्यार्जक अमरचंद ,सुनील कुमार ,निर्मल चंद्र ,आशीष कुमार ,रविंद्र
कुमार , आनंद कुमार ,शिखर चंद, संतोष कुमार जैन रजपुरा तथा अभिषेक जैन
मडियादो, सुरेश चंद्र जैन बण्डा , प्रकाश चंद जैन जबलपुर सहित अनेक
उपस्थित महिलाओं व समाजिक कार्यकर्ताओं ने शिलाएं रखकर पुण्यार्जन किया।
इस शिलान्यास समारोह को विधि-विधान से पं. अजित शास्त्री रायपुर ने
सम्पन्न कराया तथा सफल संचालन अभय जैन अकेला ने किया। इस अवसर पर समीपवर्ती
नगर व ग्राम बकस्वाहा , हटा ,पथरिया, बम्हौरी ,शाहगंज, हीरापुर, मडदेवरा,
सादपुर, मडियादो, बाजना, नैनागिरि, सुनवाहा आदि की समाज ने उपाध्यायश्री
ससंघ को श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
त्यागी व्रती भोजन शाला में श्रावक श्रेष्ठी का सम्मान.. दमोह। आचार्य विद्यासागर
त्यागी व्रती भोजन शाला में जैन समाज के श्रावक श्रेष्ठी श्री किरीट जी
दोषी मुंबई श्री मनीष जी जैन सीए मुंबई एवं सेठी जी सीए मुंबई का आगमन हुआ
चतुर्दशी के दिन भोजन उपरांत समिति के सदस्यों द्वारा सम्मान किया गया।
समिति के मीडिया प्रभारी सुनील वेजीटेरियन बताया कि क्रिरीट भाई मुंबई के
साथ इन सभी साथियों का विभिन्न सामाजिक संस्थाओं में सक्रिय योगदान रहता है
कुंडलपुर में पिछले महोत्सव में इन्होंने तन मन धन से सहयोग प्रदान किया
था मुंबई में अनेक सामाजिक धार्मिक संस्थाओं में यह सभी सदस्य सक्रियता से
जुड़े हुए हैं कुंडलपुर बड़े बाबा एवं छोटे बाबा के प्रति इनका समर्पण अत्यंत
प्रगाढ़ है। भोजन शाला समिति की ओर से सभी का ज्ञान तिलक एवं शॉल श्रीफल
भाव भीना स्वागत किया गया।
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