नगर पालिका क्षेत्र विस्तार की सूचना राजपत्र में प्रकाशित
दमोह। लोकसभा चुनाव की घोषणा के पहले मध्य प्रदेश के राजपत्र में दमोह नगर के चारों तरफ स्थित सात ग्राम पंचायत के 9 ग्रामों को नगर पालिका क्षेत्र में शामिल किए जाने की सूचना का राजपत्र में प्रकाशन हो गया है। इसके बाद कहा जा सकता है कि जल्द ही इन ग्राम पंचायत को नगरी निकाय में शामिल किए जाने की स्थानीय स्तर पर प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी और आने वाले दिनों में इन क्षेत्रों मैं शासन की योजनाओं औऱ सुविधा ओं का लाभ नगर पालिका के माध्यम से मिलने लगेगा। लेकिन राजपत्र में लिधौरा ग्राम पंचायत का जिक्र नहीं होना आश्चर्य का विषय है, जो की फुटेरा तालाब के पीछे शहर से मात्र 2 किलो मीटर की दूरी पर है।
मध्य
प्रदेश शासन के राजपत्र में 11 मार्च 2024 को दमोह जनपद क्षेत्र में शामिल
रही 7 ग्राम पंचायतो के 9 ग्रामों को दमोह नगर पालिका में शामिल किए जाने
की अधिसूचना का प्रकाशन कर दिया गया है। जिससे अब ईमलाई, आमचौपरा, हिरदेपुर, मारूताल कोटातला, पिपरिया दिगंबर, मडाहार, समन्ना, सिंगपुर, कुंअरपुर
आदि ग्रामीण क्षेत्र आने वाले दिनों में दमोह नगर पालिका क्षेत्र मैं
शामिल हो जाएंगे। और इन गांव में शासन की योजनाओं के संचालन तथा विकास
कार्यों की जिम्मेदारी नगर पालिका को सौंप दी जाएगी। हालांकि इसमें काफी
समय लग सकता है क्योंकि वर्तमान में इन सभी ग्राम पंचायत में पंचायत राज
अधिनियम के तहत जनप्रतिनिधि निर्वाचित होकर कारभार संभाले हुए हैं।
दमोह
नगर पालिका में शामिल किए गए अधिकांश ग्राम पंचायत क्षेत्र शहरी क्षेत्र
से सटे होने की वजह से यहां पर पहले से ही अनेक कॉलोनी का निर्माण हो चुका
है वहीं अनेक कालोनियां तेजी से विकसित हो रही है जो की अब नगरपालिका
क्षेत्र में शामिल हो जाएंगी। लंबे समय अनेक कॉलोनी क्षेत्र ऐसे हैं जहा के
निवासी बोर्ड नगर पालिका क्षेत्र में डालते हैं और उनके मकान पंचायत
क्षेत्र में दर्ज है। इधर पालिका सीमा में आने के बाद
इन गांव में सड़क नाली स्ट्रीट लाइट पेयजल सप्लाई जैसी सुविधाओं का लाभ
नगर पालिका के माध्यम से मिलने लगेगा। इसी के साथ यहां के निवासियों को नगर
पालिका की दरों के अनुसार टैक्स का भुगतान भी करना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि फुटेरा तालाब के पीछे लिधौरा ग्राम पंचायत भी स्थित है। इसे भी नगर पालिका में शामिल करने का प्रस्ताव पूर्व में भेजा जा चुका है। 2022 में दावे आपत्तियों भी मंगाई जा चुकी है। लेकिन इसका नाम फिलहाल राज पत्र में प्रकाशित नहीं होना आश्चर्य का विषय है।
यह भी उल्लेखनीय है कि 2018 में विधानसभा चुनाव के पहले युवा नेता सिद्धार्थ मलैया की पहल पर
तत्कालीन वित्त मंत्री जयंत मलैया ने दमोह शहरी क्षेत्र के विस्तार तथा शहर
से सटे ग्रामीण क्षेत्र के विकास को ध्यान में रखकर राज्य शासन को इन
ग्राम पंचायत को दमोह नगर पालिका में शामिल करने का प्रस्ताव भिजवाया था। जिन पर दावे आपत्तियों आदि की प्रक्रिया चलते-चलते अनेक वर्षों का समय लग गया
अब जाकर इनके शहरी क्षेत्र में शामिल होने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। जिसका
श्रेय दमोह विधायक और पूर्व मंत्री जयंत मलैया तथा उनके बेटे सिद्धार्थ को ही जाता है। देखना होगा इन क्षेत्रों के लोगों को कब तक दमोह नगर पालिका से
मिलने वाली सुविधाओं का लाभ मिलना शुरू होगा तथा लिधौरा ग्राम पंचायत के गांव नगर पालिका में शामिल होने का प्रस्ताव कब तक स्वीकृत होता है।
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