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आचार्य श्री विद्या सागर जी को देश प्रदेश में विनयांजलि.. राज्यमंत्री धर्मेन्द्र लोधी जबेरा में आचार्य श्री की मूर्ति स्थापना नोहटा में स्वागत गेट मुख्यमंत्री से निवेदन करेंगे.. दमोह में आर्यिका संघ के सानिध्य में गुरुदेव को दी अद्भुत विनयांजलि..

आचार्य श्री जी की विनयांजलि में राज्यमंत्री श्री लोधी

दमोह।  प्रदेश के संस्कृतिए पर्यटन धार्मिक न्यास तथा धर्मस्व राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी आचार्य श्री विद्या सागर जी महाराज की विनयांजलि के अवसर पर नोहटा एवं जबेरा में सम्मिलित हुए।

राज्यमंत्री श्री लोधी ने कहा ऐसे संत दुनिया में एक बार ही मिलते हैं आचार्य श्री केवल जैन समाज के नहीं अपितु संपूर्ण समाज के गुरुवर थे। आचार्य जी ने देश समाज राष्ट्र के कल्याण के कार्य किए हैं। आचार्य कर्नाटक में जन्मे और बुंदेलखंड सहित संपूर्ण मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा समय बिताया और जब जबेरा विधानसभा के परस्वाहा ग्राम के समीप बने हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र पधारे थे तब उन्हें आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर प्राप्त हुआ था और जहां भी अवसर प्राप्त हुआ है मुझे आशीर्वाद प्राप्त हुआ है।

उन्होंने कहा कि वे पत्र के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से निवेदन करेंगे कि भारत रत्न आचार्य श्री के नाम से प्रदान किया जाए एवं जबेरा नगर में आचार्य श्री की मूर्ति स्थापना नगर नोहटा में गुरुदेव के नाम से स्वागत गेट बनवाने के लिए वे प्रयास करेंगे।

दमोह जैन समाज ने दी गुरुदेव को अद्भुत विनयांजलि.. हजारों गुरु भक्तों ने अपने जीवन में कोई ना कोई नियम धारण किया.. ..दमोह दिगंबर सरोवर के राजहंस परम् तपस्वी आचार्य श्रोमणी विद्यासागर जी महाराज को दमोह में ही नहीं पूरे देश में ही नहीं वल्कि पूरे विश्व में 25 फ़रवरी दोपहर 1बजे से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विनयांजलि सभा का आयोजन किया गया है इसी क्रम में आज दमोह नगर में भी जैन मिलन नगर प्रमुख शाखा दमोह द्वारा श्री दिगंबर जैन पंचायत के निर्देशन पर परम् पूज्य गणनी आर्यिका विभाश्री माताजी सासंघ एवं वीर नंदनी माता के सानिध्य में विनयांजलि सभा का आयोजन किया गया था जिसमें जैन समाज के सभी संगठन समस्त पाठशाला एवं महिला मंडलों के साथ जैन मिलन परिवार की सभी शाखाओं की उपस्थिति रही। 

विनयांजलि सभा को संबोधित करते हुए दिगंबर जैन पंचायत दमोह के अध्यक्ष सुधीर सिंघई ने कहा कि निश्चित ही यह पूरे देश में अद्भुत और सच्ची श्रद्धांजलि है जो आज हम सभी गुरु भक्त दमोह में दे रहे हैं निश्चित ही जिस गुरु को हम जैन ही नहीं अन्य सभी भी त्याग का प्रतिरूप मानते थे उन गुरु को विनयांजलि के रुप में सभी परिग्रह को परिमाण ब्रत के रूप में धारण कर परिग्रह की सीमा निश्चित कर रहे हैं और यही त्याग का जब हम जीवन भर पालन करेंगे तो अपने गुरु को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। ऐडवोकेट दीपक श्रीवास्तव ने कहा कि आचार्य भगवन् विद्यासागर जी महाराज केवल जैनियों के ही नहीं अपितु संपूर्ण ब्रह्मांड के देवता थे उन्होंने कहा कि कुंडलपुर महोत्सव के समय हम अपने दोस्तों के साथ प्रतिदिन कुंडलपुर प्रवचन सुनने जाया करते थे और आचार्य भगवन् का निकट से दर्शन हो जाये इसलिए वापसी के मार्ग पर लाईन लगाकर खड़े हो जाते थे और मैं सौभाग्यशाली हूं कि आचार्य भगवन् का अपने घर के द्वारा पर भी दर्शन प्राप्त किया है

विनयांजली सभा को संबोधित करते हुए जैन मिलन के क्षेत्रीय संयोजक संजू शाकाहारी ने कहा कि आचार्य भगवन् एक अद्भुत साधक थे उन्होंने केवल धर्म की नहीं अपितु समाज के हर वर्ग के उद्धार के लिए कार्य किया है हजारों वर्षों तक जिन मंदिरों के दर्शन हो सकें इसलिए ऊंचे-ऊंचे जिनालयों का निर्माण किया तो पशुओं के प्रति करुणा से प्रेरित होकर हजारों गौशालाओं का निर्माण की प्रेरणा दी वहीं अहिंसक जीविका के लिए हथकरघा के माध्यम से हजारों जीवों को रोजगार उपलब्ध कराये वहां कैदियों के प्रति करुणा भाव से की कैद से मुक्त होकर वह आजीविका कैसे चलायेंगे इसलिए जेल में हथकरघा लगवाए शुद्ध दवा उपलब्ध हो देश की प्राचीन दवा पद्धति आयुर्वेद को संरक्षित करने के लिए पूर्ण आयु को प्रारंभ किया वहीं जटिल वीमारी पर तुरंत इलाज हो सके इसलिए भाग्योदय चिकित्सालय की स्थापना करवाई वहीं शिक्षा स्तर को सुधारने के लिए एवं संस्कार मूलक शिक्षा प्राप्त हो इसलिए प्रतिभा स्थली का निर्माण कराया भारत सरकार की नवीन शिक्षा नीति को उन्होंने निर्देशन दिया सर्वप्रथम इंडिया नहीं भारत वोलो का प्रवर्तन किया ऐसे महामुनि जिन्होंने कभी भी किसी का विरोध नहीं किया उनके वारे में बोलने के लिए कितना भी बोलें वह सूर्य को दीपक दिखाने जैसा है मैं उनके चरणों में जैन मिलन परिवार की तरफ से श्रद्धांजलि समर्पित करता हूं पदम जैन, डा अनिल चौधरी, अनुभव गौतम, सुधीर पांडे, संदीप खरे, राकेश पटेल, वीरेंद्र असाटी, अनिमेष सिंघई सावन सिंघई सुधीर जैन डब्लू सहित अनेक गुरुभक्तों ने श्रद्धांजलि समर्पित की
 इस अवसर पर आर्यिका रत्न विशिष्ट श्री माताजी ने कहा कि प्रारंभिक जीवन में ब्रह्मचर्य व्रत आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज से लिया वह एक अपराजेय साधक थे उन्होंने ने परम् समाधि को प्राप्त किया है आगम में जिस पंडित पंडित मरण का उल्लेख किया है वह उन्होंने प्राप्त किया है ऊं की ध्वनि के साथ यह अद्भुत समाधि युग युग तक साधकों को प्रेरणा प्रदान करेगी माता जी ने पथरिया पंचकल्याणक महोत्सव में आचार्य भगवन् विद्यासागर जी महाराज और गणाचार्य विराग सागर जी महाराज के मिलन एवं साथ बिताए हुए आठ दिन का वृतांत सुनाते हुए आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को अद्भुत वात्सल्य का प्रतीक बताया। संचालन प्रदीप जैन ने किया इस अवसर पर जैन मिलन नगर प्रमुख शाखा दमोह, आदर्श जैन मिलन, महिला जैन मिलन,नेमीनगर महिला जैन मिलन, वसुंधरा जैन मिलन, जैन मिलन बरिष्ठ शाखा, महिला जैन मिलन कांच मंदिर, टंडन बगीचा जैन मिलन,जबलपुर नाका जैन मिलन, पलंदी मंदिर महिला मंडल नवकार महिला मंडल, सुधा कलश महिला मंडल, सिंघई मंदिर महिला समिति, सहित सभी मंदिर के पदाधिकारियों ऐवं जैन पंचायत के पदाधिकारियों के साथ समाज जन की उपस्थिति रही।
कुंडलपुर में आचार्य श्री जी को विनयांजलि दी गई.. दमोह। सिद्धक्षेत्र कुंडलपुर बड़े बाबा जी की नगरी में आचार्य गुरुवर विद्यासागर जी महाराज की तपस्थली में विन्यानजली  सभा का आयोजन किया गया। जिसमें गुरु भक्ति गीत श्रीमती सुरभि जैन एवं दीप प्रज्वलन तीर्थ क्षेत्र कुंडलपुर के प्रबंधक मोतीलाल जैन सहप्रबंधक एन के जैन ब्रह्मचारी ताराचंद संतोष जी कुंडलपुर जैन समाज से गोकुलचंद चंद्र हेमचंद जी संतोष बड़कुल डॉ अरुण जी पूर्णयु  संस्थान के द्वारा किया गया सहभागिता ब्रह्मचारी सजल भैया प्रोफेसर राजेंद्र जी विदिशा डॉर संतोष जी प्रकाश चंद मगरोन की सहभागी रहे।
आचार्य गुरुवर का गुणानुवाद ब्रह्मचारी ताराचंद जी डॉक्टर साहब अरुण जी ब्रह्मचारी वीरेंद्र जी रविंद्र जैन सचिन जैन डालचंद बड़कुल अमित जैन आदित्य जैन दीपेश शास्त्री दीपू ठाकुर कुंडलपुर प्रिंस जैन दिल्ली ब्रह्मचारिणी बहन सुनीता दीदी बांसा ब्रह्मचारिणी बहन राजुल दीदी मीना दीदी कुंडलपुर अनीता जैन केकड़ी अनुराग जैन संस्कार जैन सुधीर जैन प्रवचन श्रुति जैन कुंडलपुर जैनेंद्र जैन गैरतगंज ने गुरु चरणों में बिन्यांजली अर्पण की एवं  दो मिनट के मोन के साथ सभा का समापन किया गया सभा का संचालन अनिल पुजारी कुंडलपुर के द्वारा किया गया 
सिंग्रामपुर मे आचार्य श्री सामूहिक विनयांजलि दी गई..दमोह। जैन समाज सन्त परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का समाधि मरण की पश्चात आज ग्राम में सभी वर्ग की उपस्थिति में जैन समाज द्वारा विनम्र श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें सुबह मंदिर जी मैं अभिषेक शांति धारा के बाद शांतिनाथ विधान आचार्य छत्तीसी विधान का आयोजन किया गया दोपहर में 1 बजे मंदिर जी प्रांगण से जुलूस प्रारंभ कर पाडव ग्राउंड  से वापिस कार्यक्रम स्थल पर समापन किया गया वहीं कार्यक्रम स्थल पर विनम श्रद्धांजलि सभा का आयोजन मे  पाठशाला की बहन श्रद्धा जैन द्वारा मंगलाष्टक किया गया स्वामी रंजीता नंद जी महाराज  पूर्व विधायक प्रताप सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह वरिष्ठ के सानिध्य मे  आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी की फोटो के सामने दीप जलाकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई
कार्यक्रम में बहन सृष्टि जैन द्वारा आचार्य श्री की जीवन पर आधारित तपस्या कैसे कि विस्तार पूर्वक जन्म से लेकर समाधि तक बताया गया मंच का संचालन अवधेश जैन द्वारा किया गया कार्यक्रम में रंजीता नंद जी महाराज द्वारा आचार्य श्री की जीवन पर आधारित अनेक बात कही उन्होंने बताई आचार्य श्री 108 विद्यासागर महाराज सिंग्रामपुर से बिहार करते जबेरा की ओर आ रहे थे रात्रि विश्राम दानी ताल में हुआ उस रात हमें रात भर हमें नींद नहीं आई 3 बजे रात को एक जैन महानुभव हमारे संपर्क में थे 3 बजे रात को उनको कॉल करके बात की सुबह महाराज जी को आनंद धाम में रुकना है महानुभाव ने हमसे कहा महाराज जी सुबह 6 हम बताते हैं हम सुबह 4 बजे नहा कर तैयार हो गए सुबह 6 बजे महाराज जी के चरणों में  श्रीफल लेकर पहुंच गए..
 जैसे ही महाराज जी ने सामने देखा मुस्कुरा कर पूछा आप रात भर नहीं सोए हो महाराज जी का आशीर्वाद के बाद आनंद धाम में आचार्य श्री की अगवानी की करीबन 20 मिनट तक महाराज जी का सानंद मिला ऐसे मुनिवर को में कोटि-कोटि नमन करता हूं वही ग्रामवासी एवं क्षेत्रवासियों ने आचार्य श्री के जीवन पर अपने विचार रखें साथ ही विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की कार्यक्रम में   सिंग्रामपुर, गुबरा, कुसमी, सिंगपुर, भजिया, कोडा, सहसना, राम सलैया,आम घाट, सगोडी की ग्राम के लोगों द्वारा श्रद्धांजलि सभा पुहंच कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई सिंग्रामपुर पुलिस स्टाफ द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
झलोन में आचार्य श्री जी को विनयांजलि दी गई.. दमोह। दिगंबर परंपरा के राजहंस  राष्ट्रहित चिंतक ‌ब्रह्मांड के देवता संत शिरोमणि आचार्य प्रवर श्री विद्यासागर जी समाधि पर झलोन में भी सामूहिक गुरु विन्यांजलि सभा आयोजित की गई हैं।  सकल दिगंबर जैन समाज झलौन के द्वारा आस पास के ग्राम गुंहची पुरा बैरागढ़ सिमरिया हरदुआ हाथीघाट हिनौती मुहरा मोहढ गोरखा करोंदी बंजरियां गुबरा डुकरसता तिपनी उमरियां धनेटा हरदुआ ससना बिसनाखेड़ी ढाना सेहरी मगदूपुरा अंचलपुरा झापन आदि ग्राम वासियों की विनयांजलि सभा ‌बस स्टैंड चौराहे के पास मिडिल स्कूल के प्रांगण में संपन्न हुई। 
जहां आमंत्रित मुख्य ‌अतिथियों में पूर्व विधायक प्रताप सिंह समाजसेवी संतोष भारती जनपद अध्यक्ष तुलाराम यादव अमित बड़कुल शेरा जैन सुंदरलाल जैन गुलाब सिंह ठाकुर चंद्रकांत हजारी राजेंद्र जैन पदम जैन चक्रेश जैन आदि ने दीप प्रज्वलित किया गया।आचार्य श्री को समर्पित तिलक रानी काजल जैन के द्वारा मंगलाचरण किया गया। इसके पश्चात जितेंद्र भैया के द्वारा आचार्य श्री की जीवनी पर प्रकाश डाला गया। धर्मेंद्र सिंह लोधी राज्य मंत्री के पिताजी भावसिंह मासाब नोहटा भारत सिंह मुहरा संत कमल बापू पन्ना रामेश्वर यादव एवं वन परिक्षेत्रअधिकारी सृष्टि जैनआदि ने पूज्य आचार्य श्री के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विचार रखते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए। 
कार्यक्रम में आसपास के ग्रामों से आमंत्रित सभी धर्म प्रेमी जनो ने आचार्य श्री को पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का संचालन सचिन जैन गुंहची के द्वारा ‌एवं बिन्यांजलि सभा में उपस्थित सभी भक्तजनों का सकल दिगंबर जैन समाज की ओर से अध्यक्ष सुरेश चंंद जैन ने हृदय से आभार व्यक्त किया । प्रातः काल जिनालय में श्रीजी का अभिषेक शांतिधारा के साथ आचार्य गुरुवर के लिए सामूहिक विशेष पूजा पाठ आयोजित किया गया। सभी जैन अजेन धर्म प्रेमी महिलाओं ने अपने घरों के सामने रंगोली सजाई। समाज के सभी पुरुष वर्ग ने सफेद वस्त्र एवं महिलाओं ने केसरिया रंग के वस्त्र धारण कर गुरु विद्या छाया, धर्मशाला में एकत्रित होकर विन्यांजलि सभा स्थल पर पहुंचे।

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