पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव भी देर रात तक जाम में फंसे रहे..
दमोह
जिले के जबेरा थाना अंतर्गत प्रजापति समाज के एक युवक की मौत हो जाने के
बाद देर रात मृतक के परिजनों ने उसकी मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ
मामला दर्ज करने की मांग को लेकर दमोह जबलपुर रोड पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू
कर दिया जिससे एग्जाम की हालत निर्मित हो गए दोनों तरफ वाहनों की लाइन लग
गई। इस दौरान पुलिस परिजनों को समझने पहुंची जबेरा थाना पुलिस के प्रति भी
परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। दूसरी ओर जबलपुर से आ रहे पूर्व मंत्री गोपाल
भार्गव को भी जाम की वजह से रुकना पड़ा। उन्होंने पीड़ित परिजनों की बात
सुन आई पुलिस की वरिष्ठ अधिकारियों से मोबाइल पर बात की बाद में देर रात
दमोह से एडिशनल एसपी संदीप मिश्रा जबेरा पहुंचे जिन्होंने आरोपियों के खिलाफ
रिपोर्ट दर्ज करने और कार्रवाई का भरोसा दिलाया उसके बाद ही यह जाम खत्म
हुआ और पूर्व मंत्री भी यहां से गढ़ाकोटा के लिए रवाना हो सके।
दमोह।
जबेरा थाना मुख्यालय पर एक व्यक्ति की मौत के बाद अक्रोशित परिवारजन व
समाज के लोगों ने जबेरा बाईपास पर चक्का जाम प्रदर्शन कर दिया। परिवार के
लोगों का आरोप है कि उनके पिता ने गांव की ही कुछ लोगों से पैसे उधार लिए
थे जिस पर वह लगातार पैसे मांग रहे थे । उन्ही लोगो ने घर से ले जाकर
उन्होंने जहर पिलाकर मार डाला ।पुलिस थाने पहुंचकर परिवारजन शिकायत करने का
पहुंचे परंतु थाने मे किसी ने नहीं सुना। गंभीर स्थिति में मोहन चक्रवर्ती
को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे जहां पर डॉक्टर प्रशांत हजारी
द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए जबलपुर रेफर कर
दिया वहीं जबलपुर जाते समय रास्ते में ही मोहन ने दम तोड़ दिया। जिस पर
गुस्साये परिवार जन ने यपास पर चक्का जाम कर दिया ।
मौके पर एसडीएम
बृजेश सिंह, तहसीलदार विवेक व्यास, थाना प्रभारी विजय अहिरवार बाईपास
पहुंचे जहां पर परिवारजन को समझने का प्रयास किया किंतु गुस्सा परिजन मानने
को तैयार नहीं थे। वही दमोह जबलपुर स्टेट हाईवे पर रात्रि में वहां की
लंबी कतार लग गई। वही जबलपुर से लौट रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव
ने भी परिवार जन को बहुत समझाने का प्रयास किया किंतु परिवारजन नहीं
माने। घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई मौके पर
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा पहुंचे जिन्होंने मोर्चा संभालते हुए
समझने का प्रयास किया उनकी मांग के आधार पर जबेरा थाने में एफआईआर दर्ज
कराई गई। तब जाकर करीब 3 घंटे की मस्कत के बाद चक्का जाम खुल पाया। जानकारी
लगते ही तेंदूखेड़ा थाना प्रभारी फेमिदा खान, तेजगढ़ थाना प्रभारी
धर्मेंद्र उपाध्याय, नोहटा थाना प्रभारी अरविंद सिंह सहित आसपास के थानों की
पुलिस पहुंची प्रशासनिक अधिकारियों के प्रयास से चक्का जाम हटाया गया।
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