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कलेक्टर जनसुनवाई में 103 आवेदन, गुंजी ग्राम पंचायत में गड़बड़ी को लेकर ज्ञापन.. भोपाल ग्वालियर की पुरातत्व सर्वेक्षण टीम ने जबेरा क्षेत्र के प्राचीन स्थानों का किया सर्वेक्षण.. खाद्य सुरक्षा प्रशासन ने फुटकर दूध वालों की सेंपलिंग की

कलेक्टर जनसुनवाई में 103 आवेदन आये
दमोह।  कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने कलेक्टर कार्यालय में बनाये गये मीटिंग हॉल में शहर एवं दूरस्थ अंचलों से आये आमजन की समस्याओं को सुना तथा संबंधित अधिकारियों को त्वरित निराकरण के निर्देश दिए।
जनसुनवाई में 103 आवेदन आये। इस अवसर पर अपर कलेक्टर मीना मसराम सहित अन्य जिलाधिकारियों ने सहभागिता निभाई।

जुनवाई में गुंजी ग्राम पंचायत में गड़बड़ी को लेकर ज्ञापन.. ग्राम पंचायत गुंजी मे सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक की मिली भगत सरपंच के सगें भाई एवं भाभी के खाते लगाकर प्रधानमंत्री आवास की राशि हड़पी। ग्राम पंचायत गुंजी में प्रधानमंत्री आवासों में सरपंच के सगे भाई राहुल चौबे पिता रामसेवक चौबे जाब कार्ड क्रं.1053 है हितग्राही का नाम सुहागरानी पाण्डे एवं सरपंच भाभी संध्या चौबे पति शिवप्रसाद चौबे जाब कार्ड क्रं 1055-बी है। हितग्राही का नाम कमलरानी बसोरएवं सरपंच के भाई ललित चौबे पिता नारायण चौबे जाबकार्ड क्रं. 1056-बी है और बहुत हितग्राहियों की राशि हड़प कर ली गई। ज्ञापन सौंपते हुए जल्द से जल्द कार्यवाही की मांग की है।

 भोपाल एवं ग्वालियर की पुरातत्व सर्वेक्षण टीम के द्वारा जबेरा विधानसभा क्षेत्र के प्राचीन मंदिरों एवं स्थानों का किया गया सर्वेक्षण
दमोह।  प्रदेश के संस्कृति पर्यटन धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्यमंत्री ;स्वतंत्र प्रभार श्री धर्मेंद्र सिंह लोधी के निर्देश अनुसार भोपाल एवं ग्वालियर की पुरातत्व सर्वेक्षण टीम के द्वारा
जबेरा विधान सभा क्षेत्र के नोहटा में संग्रहालय बनाने हेतु बाड़गुंआ डूमर में 9वीं, 10वीं शताब्दी के प्राचीन हनुमान मंदिर एवं मुआर में लगभग 16वीं शताब्दी के एक मंदिर का सर्वेक्षण किया गया एवं इनको संरक्षित करने हेतु स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।
 इस संबंध में अधिकारियों ने बताया जबेरा क्षेत्र में कुछ प्राचीन मंदिरों एवं प्राचीन स्थानों के सर्वेक्षण करने के निर्देश दिये गये थे। इस कार्यवाही में सबसे पहले नोहटा से शुरूआत की गई नोहटा के नोहलेश्वर मंदिर का निरीक्षण किया उसमें जो संबंधित काम थे उसके साथ ही वहां पर एक पुरानी बिल्डिंग है जो थाना है जहां स्थानीय संग्रहालय बनाने के लिए योजना तैयार की जा रही है उस जगह का निरीक्षण किया है। उसके बाद बाड़गुंआ आएए बाड़गुंआ में एक प्राचीन मंदिर हैए वहां पर दो से तीन मंदिरों के अवशेष हैं वे मंदिर दसवीं शताब्दी के आसपास के बने हुए हैंए उन मंदिरों को संरक्षित करने जा रहे हैं और भविष्य में उस मंदिर का पुनर्निर्माण भी करेंगे। इसके बाद डूमर में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर का निरीक्षण किया किसी समय उस जगह पर छोटे.छोटे लगभग 6 से 7 मंदिर बने हुए थे वह भी 9वीं से 10वीं शताब्दी के कलचुरी पीरियड के थे उन मंदिरों के अवशेषों से वहां एक नवीन मंदिर बना दिया गया हैए वह सुरक्षित है।     
उन्होंने बताया इसके बाद मुआर गांव का निरीक्षण कियाए मुआर में एक प्राचीन मंदिर हैए जो करीब 16वीं.17वीं शताब्दी का एक राम मंदिर हैए जो देखरेख के अभाव में जीर्ण.शीर्ण स्थिति में है इसको संरक्षित किया जायेगा और भविष्य में इसका जीर्णोद्धार करेंगे। इसके साथ ही मुआर में एक प्राचीन स्थल हैए वहां एक प्राचीन तालाब है जो 10वीं.11वीं शताब्दि का है जिसे मड़ा तालाब कहते हैं वहां पर भी प्राचीन मंदिर के अवशेष हैंए जिसका निरीक्षण किया है।

खाद्य सुरक्षा प्रशासन ने फुटकर फेरी एवं दूध बेचने वालों की सेंपलिंग की..
दमोह।कलेक्टर मयंक अग्रवाल द्वारा दिये गये निर्देशों के तहत डीण्ओण् खाद्य सुरक्षा प्रशासन राकेश अहिरवाल के मार्गदर्शन में खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत संयुक्त विभागीय जांच दल में शामिल दिनेश मांझी प्रबंधक सांची दुग्ध संघ के साथ खाद्य सुरक्षा अधिकारी माधवी बुधौलिया ने दमोह शहर में निरीक्षण कार्यवाही करते हुए फुटकर एवं फेरी वाले दूध विक्रेताओं द्वारा बेचे जा रहे दूध की गुणवत्ता की जांच की। निरीक्षण की कार्यवाही घंटाघरए गांधी चौक के पास की गई है।

मौके पर दूध विक्रेता रवि यादव निवासी ग्राम हथनी राजकुमार यादव निवासी ग्राम खेरुआ नरोत्तम यादव निवासी ग्राम खेरूआ एवं आशू यादव निवासी ग्राम लखनपुर से भैंस का दूध एवं गाय का दूध के नमूनें जांच हेतु लिए गए। उक्त दूध के नमूनों को जांच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोग शाला भेजे गये है। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। मौके पर दूध विक्रेताओं द्वारा विक्रय किए जा रहे दूध में पानी की मात्रा की जांच लैक्टोमीटर से की गई है एवं मिल्क एडल्टरेशन डिटेक्शन स्ट्रिप्स की सहायता से दूध में स्टार्च न्यूट्रलाइजर एवं अन्य मिलावटी पदार्थों की जांच की गई।
खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा दमोह जिले के सभी उपभोक्ताओं से आग्रह किया गया है कि किसी भी दूध विक्रेता से दूध खरीदने से पहले उससे खाद्य लाइसेंस पंजीयन के बारे में जरूर पूछें एवं केवल लाइसेंसधारी दूध विक्रेता से ही दूध खरीदें।

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