जेल झगड़े में बीच बचाव करने पहुंचे एएसआई घायल..
दमोह। अभी तक आपने दो के झगड़े में तीसरे का भला होने की कहावत तो सुनी होगी लेकिन दमोह में दो लोगों के झगड़े में तीसरे का बुरा हो जाने जैसी स्थिति सामने आई है। जिला जेल से जुड़ा यह पूरा मामला अस्पताल से लेकर कोतवाली पुलिस तक पहुंचा है। दोनों पक्षों से आवेदन लेकर पुलिस घटना की जांच कर रही है वही सीसीटीवी फुटेज में सारी घटना रिकॉर्ड हो जाने की बात कही जा रही है।
दमोह जिला जेल में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा
है आज दिन विचार दिन बंदी कैदियों के द्वारा जिला जेल में होने वाली अवैध
वसूली की चर्चा बाहर आती रहती है वही अब जिला जेल में पदस्थ एक महिला
आरक्षक तथा एक संतरी के बीच झगड़ा होने तथा महिला आरक्षक के पति जो शस्त्र
बल में तैनात बताएं की जा रहे हैं के द्वारा संतरी से मारपीट कर हथियार
छुड़ाने जैसे आरोप सामने आए हैं। पूरे घटनाक्रम में
खास बात है कि जिला जेल परिसर में शोर गुल को सुनकर बीच बचाव करने के लिए
पहुंचे एक सहायक उप निरीक्षक का हाथ जख्मी हो गया जिसे इलाज के लिए जिला
अस्पताल पहुंचना पड़ा। मामले में दोनों पक्ष एक दूसरे पर मारपीट के आरोप
लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कोतवाली पहुंचे थे।
जहा
ग्वालियर निवासी दमोह जेल में संतरी राजकुमार शाक्य महिला आरक्षक रजनी पर
खुलकर गंभीर आरोप लगाते हुए पूर्व भी शिकायत करने की बात कही हैं। उनके पति
पर भी आज जेल पहुचकर मारपीट कर हथियार छुड़ाने और वर्दी पर हाथ डालने के
आरोप लगाये हैं। जबकि आरक्षक रजनी जेल प्रहरी राजकुमार पर लगातार परेशान
करने के आरोप लगाती रही है। मामले में टी विजय सिंह
राजपूत का कहना है कि जेल में पदस्थ महिला आरक्षक रजनी प्रजापति और संतरी
राजकुमार शाक्य के द्वारा एक दूसरे के खिलाफ मारपीट किए जाने की लिखित
शिकायत दी गई है, जिसकी जांच की जा रही है।
वही जेल में हुए इस घटनाक्रम
के मीडिया की सुर्खियां बन जाने के बाद जेलर सीएल प्रजापति द्वारा दोनों
पक्षों के बीच राजीनामा की कराने की खबरें भी सामने आ रही है। जबकि
जेल के हालात को उजागर करते घटनाक्रम की उच्च स्तरीय जांच कराई जाने की जन
अपेक्षा की जा रही है। जिससे सच्चाई सामने आ सके, क्योंकि पूरी घटना वैसे
भी सीसीटीवी में कैद होने की बात कही जा रही है।
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