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गले मे जलने के निशान बना दूरियों का कारण, लोक अदालत ने फिर मिलाया बिछड़ो को.. नेशनल लोक अदालत में 401 प्रकरणों का हुआ निराकरण.. दो करोड़ 54 लाख 90 हजार 249 रूपये के अवार्ड पारित..

 गले मे जलने के निशान बना दूरियों का कारण, लोक अदालत ने फिर मिलाया बिछड़ो को..

दमोह। गले मे जलने के निशान भी विवाहित जोड़ो में दूरियों का कारण बन सकता है लेकिन लोक अदालत में ऐसे बिछड़ो को मिलने का जतन भी होता है इसका प्रत्यक्ष उदाहरण 09 दिसम्बर को आयोजित नेशनल लोक अदालत में देखने को मिला  दरसल समन्ना निवासी रानू की शादी देवपुर बकस्वाहा के गोवर्धन के साथ 2019 में हुई थी लेकिन शादी के बाद किचिन में करते समय रानू एक अग्नि दुर्घटना का शिकार हो गई और उसके गले मे जलने के निशान आ गए हालांकि गोवर्धन ने उसके जलने के इलाज तो करवाया लेकिन इस पूरी कवायद में गोवर्धन पे काफी कर्ज हो गया और वो कर्ज चुकाने की गरज से मेहनत मजदूरी करने दिल्ली चला गया लेकिन रानू को लगा के उसके जलने के चलते पति अब उसे पसन्द नहीं करता है..
बस इन्ही सब गफलतों ने दोनों दम्पतियों को कोर्ट की चौखट पे लाके खड़ा कर दिया और शुरू हो हो गया दोनों पक्षो में पेशियों का खेल रानू गोवर्धन पे 25000 रु महीने भरण पोषण का केस लगाया तो वही गोवर्धन तलाक लेने आगे बढ़ने लगा..चीफ लीगल डिफेंस काउंसिल मनीष नगाइच ने बताया के प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय के पीठासीन अंजनी नंदन जोशी ने दोनों पक्षो को समझाइश दी और कोर्ट कचहरी में पड़ने से होने वाले पहलुओं को समझाया तो दोनों पक्षों में थोड़ी आस जगी दोनों पेशियों के दौरान अपना सुख दुःख बाटने लगे अन्ततः लोक अदालत के दिन दोनों पक्षो ने फिर से एक हो जाने की ठानी और लोकअदालत पे दोने ने फिर से एक दूसरे को माला पहनाकर गिले शिकवे मिटाए और प्रधान न्यायाधीश को बुके सौपकर हँसते हँसते साथ घर रवाना हुए जिसका साक्षी पूरा न्यायालय परिवार बना।

नेशनल लोक अदालत में401 प्रकरणों का हुआ निराकरण..
दमोह।  मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार परस्पर समझौते के आधार पर आमजन को त्वरित एवं सुलभ न्याय दिये जाने के उद्देश्य से नेशनल लोक अदालत का आयोजन राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार जिला न्यायालय दमोह तथा तहसील न्यायालय हटा पथरिया तेंदूखेड़ा में श्रीमती रेणुका कंचन प्रिंसिपल जिला न्यायाधीश अध्यक्ष  जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दमोह के मागदर्शन में किया गया।

 जिला न्यायालय दमोह में नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ माननीय विशेष न्यायाधीश श्री शरतचंद सक्सेना द्वारा सरस्वती जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर तथा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। शुभारंभ कार्यक्रम में श्री मयंक अग्रवाल कलेक्टर श्री सुनील तिवारी एसपी विशेष न्यायाधीश श्री अंजनी नंदन जोशी प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय डॉ श्रीमती आरती शुक्ला पाण्डेय प्रथम जिला न्यायाधीश श्री अम्बुज पाण्डेय जिला न्यायाधीश सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दमोह सुश्री महिमा कछवाहा तृतीय जिला न्यायाधीश श्रीमती रजनी प्रकाश बाथम द्वितीय जिला न्यायाधीश श्री जितेन्द्र नारायण सिंह मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं अन्य समस्त न्यायाधीशगण श्री रजनीश चौरसिया जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री मनीष नगाईच चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल श्री मुकेश पाण्डेय उपाध्यक्ष जिला अधिवक्ता संघ प्रशासनिक अधिकारी बैंकों के प्रबंधकगण अधिवक्तागण न्यायालयीन कर्मचारीगण एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकारीए कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

नेशनल लोक अदालत में न्यायालयों में लंबित दाण्डिक सिविल मोटर दुर्घटना कुटुम्ब न्यायालय में लंबित पारिवारिक मामले चैक बाउंस लंबित विद्युत के प्रकरणों के साथ.साथ बैंकों दूरसंचार विद्युत एवं नगर पालिका के प्रिलिटिगेशन प्रकरणों को रखा गया। जिनके निराकरण हेतु संपूर्ण जिलों में 17 खण्डपीठों का गठन किया गया। प्रत्येक खण्डपीठ में 1 पीठासीन अधिकारी के साथ 02.02 सुलहकर्ता सदस्यों की नियुक्ति गई। 

श्री अम्बुज पाण्डेय जिला न्यायाधीश सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दमोह द्वारा जानकारी देते हुये व्यक्त किया गया कि नेशनल लोक अदालत में मोटर दुर्घटना के 34 प्रकरणों में कुल 1ए27ए87000ध्.के अवार्ड पारित किये गये। इसके अतिरिक्त न्यायालयों में लंबित 39 विद्युत प्रकरणोंए 30 चैक अनादरण 12 पारिवारिक विवाद 214 दांडिक 22 सिविल प्रकरणों सहित कुल 401 प्रकरणों का नेशनल लोक अदालत के माध्यम से निराकरण किया गया। 

नेशनल लोक अदालत के माध्यम से प्रिलिटिगेशन के मामलों में विद्युत विभाग के 151 प्रकरण विभिन्न बैंकों के 19 प्रकरण जलकर के 182 प्रकरणों सहित 352 प्रिलिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण किया। यह नेशनल लोक अदालत सभी न्यायाधीशों एवं सभी अभिभाषक बंधुओं जिला प्रशासन जिला न्यायालय एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के समस्त स्टॉफ के सहयोग से सम्पन्न हुई। श्री रजनीश चौरसिया जिला विधिक सहायता अधिकारी ने सभी के सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया।

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