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मुख्यमंत्री के बटियागढ़ हटा आगमन के पहले.. केंद्रीय मंत्री के करीबी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिव चरण पटेल ने भाजपा छोड़ी.. इधर जिला पंचायत उपाध्यक्ष मंजू / धर्मेंद्र कटारे के कांग्रेस छोड़ने की अटकले तेज..

केंद्रीय मंत्री के करीबी शिवचरण पटेल ने भाजपा छोड़ी..

दमोह। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा चुनाव प्रचार हेतु 3 नवंबर को दमोह जिले के पथरिया  तथा हटा विधानसभा क्षेत्र में आगमन की तैयारी जोरो पर है। इसके पूर्व पूर्व जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री के करीबी भाजपा नेता ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है वहीं दूसरी ओर जिला पंचायत के उपाध्यक्ष कांग्रेस नेता के कांग्रेस से इस्तीफा दिए जाने की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया संपन्न होने के बाद जहां बगावत करने वालों को मनाने का दौर जारी है वही भीतर घात करने वालों की तस्वीर भी सामने आने लगी है। इसी कड़ी में हटा विधान सभा क्षेत्र में बीएसपी का प्रचार करते तस्वीर वायरल होने के बाद पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल ने भाजपा छोड़ दी है। हालांकि स्तीफा की वजह उन्होंने पारिवारिक और निजी कारण बताया है।

 भाजपा से उनके त्यागपत्र की प्रति उस समय वायरल हुई है जब मुख्यमंत्री का हटा आगमन हो रहा है तथा भाजपा प्रत्याशी उमा देवी खटीक और उनके समर्थक जोर-जोर से मुख्यमंत्री की सभा की तैयारी में जुटे हुए हैं। इधर पिछले साल पंचायत पालिका चुनाव के दौरान भाजपा छोड़ने वाले पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के समर्थक हटा के वरिष्ठ नेता दीपक जैन तथा जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि अभिषेक जैन के समर्थकों के साथ भाजपा में वापसी की तैयारी चल रही है। 
इस बीच जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के सबसे खास शिव चरण पटेल ने भाजपा से इस्तीफा देकर यह साफ कर दिया है कि वह अब खुल कर बसपा का साथ देंगे। वह पिछले विधान सभा चुनाव के दौरान भी जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल ने पथरिया विधानसभा से स्वयं नामांकन दाखिल करने के साथ पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया का पथरिया तथा दमोह से निर्दलीय नामांकन दाखिल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बाद में उन्होंने सांसद प्रहलाद पटेल के कहने पर अपना नामांकन वापस ले लिया था लेकिन कुसमारिया का नामांकन वापस नहीं होने दिया था।
पिछली बार कुसमरिया की बगावत में खास भूमिका 
शिव चरण पटेल पर पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमारिया की भाजपा से बगावत कराने तथा चुनाव लड़वाने में खास भूमिका के आरोप लगते रहे है। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में रहकर कुसमरिया बाबा ने दमोह से पूर्व मंत्री जयंत मलैया और पथरिया से विधायक लखन पटेल की जीत पर ब्रेक लगा दिया था। वह खुद तो नहीं जीते थे लेकिन भाजपा दोनों परंपरागत सीटों से हार गई थी। इस दौरान भी पथरिया से शिवचरण के बसपा प्रत्याशी रामबाई के समर्थन में काम करने की खबरें वायरल होती रही थी। क्योंकि शिवचरण जिला पंचायत के अध्यक्ष थे वही उसे समय रामबाई जिला पंचायत की उपाध्यक्ष थी। 
पिछली बार उमा की टिकट कटवाने में खास भूमिका

 पिछली बार हटा में उमा देवी की टिकट कटवाने के बाद पीएल तंतु बाय को भाजपा टिकट दिलाने और जिताने का श्रेय भी शिवचरण लेते रहे थे। इसके बाद 5 साल तक उनकी विधायकी भी वही चलाते नजर आए थे। जिससे इस चुनाव के पहले जनता के बीच श्री तंतुवाय का रिपोर्ट कार्ड इतना खराब सामने आया था कि पार्टी को उनकी टिकट काटना पड़ी थी।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष का कांग्रेस से मोहभंग..!
विधानसभा चुनाव के पहले सैकड़ो गाड़ियों के लश्कर के साथ भोपाल पहुंचकर पथरिया क्षेत्र से कांग्रेस की विधानसभा टिकट की आस में जिला पंचायत उपाध्यक्ष मंजू देवलिया/ धर्मेंद्र कटारे ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। 
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के समक्ष कांग्रेस मैं शामिल होने के बाद वह पथरिया क्षेत्र से कांग्रेस टिकट की दावेदारी भी जोर-जोर से करते रहे थे। लेकिन कांग्रेस द्वारा पूर्व वागी प्रत्याशी राव बृजेंद्र सिंह को टिकट दे दिए जाने के बाद से उपाध्यक्ष प्रतिनिधि धर्मेंद्र कटारे कांग्रेस की नामांकन रैली जुलूस से लेकर अन्य अवसरों पर सक्रिय नजर नहीं आए थे। इधर अब सोसल मीडिया पर उनके कांग्रेस छोड़ने की खबरें वायरल हो रही है। हालाकि यह साफ नहीं हो सका है कि वह भाजपा ज्वाइन करेंगे या बसपा ? या फिर पूर्व की तरह बिना किसी दल में रहकर अपनी राजनीतिक गोटी फिट करके पंचायत के कार्यों की बड़ी दुकानदारी चालू रखेंगे..

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