दमोह जिले में प्रत्याशी चयन के साइड इफेक्ट जारी
दमोह। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया संपूर्ण हो जाने के बाद चुनाव प्रचार जोर पकड़ने लगा है वही प्रत्याशी चयन से नाखुश दावेदार व समर्थकों के भीतर घात तथा इस्तीफा निष्कासन का दौर भी जोर पकड़े हुए हैं। उपरोक्त हालात से दोनों प्रमुख दल भाजपा कांग्रेस सच होत नहीं है दूसरी ओर उपरोक्त हालात से बहुजन समाज पार्टी तथा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी फील गुड महसूस करती नजर आ रही है।
दमोह जिले के चारों
विधानसभा क्षेत्र से भाजपा कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा के बाद नामांकन
तथा चुनाव चिन्ह वितरण का दौरा पूरा हो जाने के बाद सभी प्रत्याशी चुनाव
प्रचार की राह पकड़ चुके हैं। लेकिन उनको पार्टी टिकट से वंचित दावेदार तथा
उनके समर्थकों को मनाने में पसीना बहाना पड़ रहा है। उसके बाद भी अपने
इरादे पर अटल अनेक नेता खुलकर अपनी पसंद के प्रत्याशी का प्रचार करके अपनी
पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को अंगूठा दिखाने से नहीं चूक रहे हैं। जिसकी
शिकायत पार्टी हाई कमान तक पहुंचाने के बाद कुछ नेता जहां पार्टी छोड़ चुके
हैं वह कुछ नेताओं को निष्कासन करने की कार्यवाही भी शुरू हो गई गई है।
भाजपा ने शिवचरण पटेल को निष्कासित किया.. चुनाव
प्रचार की बेला में पार्टी के अधिकार प्रत्याशी को छोड़कर दूसरे प्रत्याशी
का खुलेआम प्रचार करने की शिकायतों के बाद भारतीय जनता पार्टी ने जिला
पंचायत के पूर्व अध्यक्ष शिवचरण पटेल को पार्टी से निष्कासित कर दिया है..
हालांकि इसके पहले वह अपना इस्तीफा पार्टी संगठन को भेज चुके थे। श्री पटेल
के हटा विधानसभा क्षेत्र में बहुजन समाज पार्टी के पक्ष में प्रचार करने
बैठकों में शामिल होने की वीडियो तस्वीर वायरल हुई थी।
कांग्रेस ने हरिराम और गोविंद को निष्कासित किया.. इधर
कांग्रेस द्वारा अपने दो जिला उपाध्यक्ष हरीराम सिंह आदिवासी और गोविंद
घायल को 6 साल के लिए पार्टी की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है।
जिला
कांग्रेस अध्यक्ष रतन चंद जैन द्वारा जारी निष्कासन पत्र में स्पष्ट किया
गया है कि उपरोक्त दोनों नेताओं को जबेरा क्षेत्र में गोंडवाना गणतंत्र
पार्टी का प्रचार करने तथा पार्टी प्रत्याशी प्रताप सिंह की शिकायत पर
निष्कासित किया गया है।
जिला पंचायत सदस्य उर्मिला पटेल ने भी भाजपा छोड़ी.. हटा
विधानसभा क्षेत्र से विधायक की टिकट कटने से खपा पूर्व जिला पंचायत
अध्यक्ष शिवचरण पटेल के बाद पूर्व जनपद अध्यक्ष आलोक अहिरवार ने भाजपा से
इस्तीफा दे दिया था। वही अब जिला पंचायत सदस्य उर्मिला बलराम पटेल द्वारा
भी भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिए जाने की जानकारी सामने आई है।
उल्लेखनीय जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के दौरान शिवचरण पटेल द्वारा सांसद व
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल से मिलकर उर्मिला बलराम पटेल को ही पार्टी
का अधिकृत प्रत्याशी घोषित कराया गया था। लेकिन पूर्व सांसद चंद्रभान सिंह
ने भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात करके अपनी पत्नी को
जिला पंचायत अध्यक्ष पद का भाजपा का अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर लिया था।
वही बाद में अपना नामांकन भी वापस ले लिया था जैसे जिला पंचायत अध्यक्ष
चुनाव में भाजपा का प्रत्याशी मैदान में नहीं रहा था वही कांग्रेस की
रंजीता गौरव पटेल ने एक तरफ़ जीत दर्ज कर ली थी।
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