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दमोह जिले के तीन क्षेत्रों में त्रिकोणिय मुकावला.. पथरिया-हटा में बसपा, जबेरा में गोंगपा ने भाजपा कांग्रेस के समीकरण बिगाड़े.. कम वोटों से जीत हार होने की संभावना से समर्थक मतदान प्रतिशत बढ़ाने लगाएगे जोर..

 तीन विधानसभा क्षेत्रों में त्रिकोणिय मुकावले के हालात..  

दमोह जिले के चार विधान सभा क्षेत्र की जहां कुल 57 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वही मुख्य मुकाबले में नौ दो ग्यारह यानी चारों क्षेत्र से कल 11 प्रत्याशी नजर आ रहे हैं। 54 पथरिया विधानसभा क्षेत्र से 17 प्रत्याशियों में से अंतिम दौर में मुख्य मुकाबला भाजपा कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के बीच है।

                                   

  55 दमोह विधान सभा क्षेत्र के 19 उम्मीदवारों में से अंतिम दौर में मुख्य मुकाबला भाजपा कांग्रेस के बीच ही बचा है। 56 जबेरा विधानसभा क्षेत्र में 12 उम्मीदवार की मौजूदगी के बावजूद मुख्य मुकाबला भाजपा कांग्रेस और गोंगपा के बीच सिमट चुका है। इसी तरह 57 हटा विधानसभा क्षेत्र में 9 उम्मीदवार मैदान में होने के बावजूद अंतिम रूप से मुख्य मुकाबला भाजपा कांग्रेस और बसपा के बीच सीमित होकर रह गया है। ऐसे में देखना होगा मतदाताओ की अधिकांश वोट किस प्रत्याशी का वरण करती है।

पथरिया में एक बार फिर त्रिकोणी मुकाबला.. पथरिया विधानसभा क्षेत्र में इस बार 12 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है लेकिन पिछली बार की तरह इस बार भी त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति अंत तक बनी हुई है। पिछली बार चौथे नंबर पर रही कांग्रेस इस बार त्रिकोणी मुकाबले में भाजपा तथा भाजपा को बराबरी से टक्कर दे रही है। क्योंकि कांग्रेस ने यहां से पिछली बार बगावत करके तीसरे नंबर पर रहे राव बृजेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया है। जो अपने समर्थकों की भीड़ के साथ इस बार भी जलवा दिखा रहे हैं।

भाजपा ने पूर्व विधायक लखन पटेल को लगातार तीसरी बार पार्टी टिकट देकर उन पर भरोसा जताया है। पिछली बार महज दो हजार वोट से चुनाव में पीछे रह गए लखन पटेल को इस बार 2 महीने पहले भाजपा प्रत्याशी घोषित कर दिए जाने का फायदा मिला है तथा पार्टी के रूठे कार्यकर्ताओं से लेकर अपने समाज जनों तथा समर्थकों को मनाने में सफल रहे हैं

। भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभा बटियागढ़ में होने के बाद किसी भी बड़े नेता की सभा क्षेत्र में नहीं होना चर्चाओं में बना रहा है। इधर बहुजन समाज पार्टी से दूसरी बार टिकट पाने वाली विधायक रामबाई सिंह परिवारजन जेल में होने के बावजूद उनके समर्थकों का उत्साह कहीं से भी कम नहीं हुआ है।

 वह पहले से ज्यादा जोश के साथ चुनाव मुकाबले में डटी हुई है तथा जीत का दावा भी कर रही है। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती की आमसभा भी बसपा के लिए प्लस पॉइंट रही है।
जबेरा में गोंगपा ने बनाये त्रिकोणीय हालत..जबेरा विधानसभा क्षेत्र से इस बार 12 प्रत्याशी मैदान में है जिनमें मुख्य मुकाबला भाजपा के धर्मेंद्र सिंह कांग्रेस के प्रताप सिंह और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के विनोद राय के बीच सिमट कर रह गया है। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष रहे विनोद राय ने पार्टी टिकट की लगातार दावेदारी की थी लेकिन टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।

जिसके बाद पहले उन्हें बसपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया था। लेकिन उन्होंने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरने का निर्णय लिया। पूरे क्षेत्र में आदिवासी समाज के साथ राय समाज सहित अन्य वर्गों का उनका भरपूर समर्थन मिलता नजर आया है। हालांकि बसपा के जिला पदाधिकारी अंतिम दिनों में उनके विरोध में बात करते रहे हैं इसके बाद भी स्थानीय स्तर पर इसका कोई खास असर पड़ता नहीं दिखा है जिससे अंतिम दौर में विनोद राय की आरी सब पर भारी पड़ने की चर्चाएं जारी है।
भाजपा ने यहां से लगातार दूसरी बार विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी को उम्मीदवार बनाया जो मध्य प्रदेश सरकार की प्रमुख योजनाओं से लेकर केंद्र सरकार की योजनाओं का बखान करते हुए क्षेत्र के अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए फिर से जीत दिलाने का आवाहन करते हुए सक्रिय रहे हैं प्रचार के अंतिम दौर में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल एवं फगन सिंह कुलिस्ते की आमसभा का फायदा भी इनको मिलता हुआ नजर आ रहा है।
कांग्रेस ने लगातार तीसरी बार पूर्व विधायक प्रताप सिंह पर भरोसा जताते हुए पार्टी उम्मीदवार बनाया है। पिछली बार महज कुछ हजार वोट से पीछे रह गए प्रताप इस बार पूरा जोर लगाए हुए हैं तथा उनको पूर्व मंत्री रत्नेश सालोमन के परिवार तथा समर्थनों का साथ भी मिलता हुआ नजर आ रहा है। इधर बहुजन समाज पार्टी सिर्फ नामांकन दाखिल कर देने वाली महिला कांग्रेस के अध्यक्ष रजनी ठाकुर द्वारा नाम वापस ले लिया जाना भी प्रताप के लिए राहत भरा रहा है।
हटा में भी त्रिकोणीय मुकाबले की हालत बने..
पिछले अनेक चुनाव से भाजपा के गढ़ बन चुके हटा विधानसभा क्षेत्र में इस बार त्रिकोणी मुकाबले के हालत निर्मित हो गए हैं। यहां से पहली बार बहुजन समाज पार्टी ने भाजपा कांग्रेस दोनों ही दलों की नींद उड़ा दी है। कांग्रेस टिकट के दावेदार रहे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भगवान दास चौधरी बहुजन समाज पार्टी से चुनाव मैदान में उतरने के साथ मुकाबला को रोमांचक बनाए हुए है। उनको भाजपा से इस्तीफा देने वाले पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल और पूर्व जनपद अध्यक्ष आलोक अहिरवार के साथ-साथ उनके समर्थकों का भी भरपूर साथ मिल रहा है।
भाजपा ने यहां से विधायक पीएल तंतुबाय की टिकट काटकर दो बार की विधायक उमा देवी खटीक पर भरोसा जताया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनके पक्ष में आमसभा को संबोधित कर चुके हैं।  वही पार्टी की पुरानी परंपरागत वोटो के भरोसे इस बार भी वह जीत का दावा कर रही है।
पिछले चुनाव में लगातार करारी पराजय का स्वाद चखती रही कांग्रेस ने यहां से पिछली बार के बागी प्रत्याशी प्रदीप खटीक को टिकट दी है। नगर पालिका चुनाव में अपनी टीम का कमाल दिखाने वाले प्रदीप विधानसभा टिकट का पा जाने के बावजूद पार्टी के उनके वरिष्ठ नेताओं का साथ नहीं पा सके है। वही कांग्रेस के किसी भी बड़े नेता की सभा भी यहां पर नहीं हुई है। ऐसे में कांग्रेस यहां पर भाजपा बसपा से पिछड़ती हुई हुई नजर आ रही है..

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