थाने में खड़ी कारो से बरामद हुई करोड़ो की हशीश..
नरसिंहपुर। तीन साल पहले नेशनल हाईवे 44 पर DRI टीम व पुलिस ने मुखविर की सूचना पर घेराबंदी करते हुए करते हुए दो गाड़ियों को पड़कर करोड़ों रुपए कीमत की हशीश बरामद की थी। तभी से थाना परिसर में जप्त शुदा खड़ी इन गाड़ियों से एक बार फिर पुलिस ने करोड़ों की हशीश बरामदहोने का गजब मामला सामने आया है।
दरअसल नेशनल
हाइवे 44 पर अक्टूबर 2020 में DRI टीम व नरसिंहपुर पुलिस ने एक रिनॉल्ट डस्टर कार
क्रमांक टीएन 05 एडबल्यू 0965 और एक टाटा जेस्ट क्रमांक यूपी78 एफडी 5857
से अवैध मादक पदार्थ 117 किलोग्राम ‘‘हशीश" जप्त की थी। इस दौरान तस्करी
में लिप्त 07 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया था। ‘‘हशीश" को नेपाल
बार्डर से स्मगल करके उत्तरप्रदेश के रास्ते चेन्नई की ओर ले जाया जा रहा
था।
इस मामले में जेल में बंद एक आरोपी की बहन ने
गाड़ियों की सुपुर्दगी लेने के लिए कोर्ट में आवेदन लगाया था। इधर पुलिस को
भी मुखबिर से सूचना मिली कि 3 साल पहले जप्त गाड़ियों में अभी भी करोड़ो की
हशीश छिपी हुई है।जिस पर कोर्ट से परमिशन लेकर पुलिस ने 7 आरोपियों और
डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस 'डीआरआई' के अधिकारियों की मौजूदगी में
वीडियोग्राफी कर गाड़ियों की बॉडी की मैकेनिकल जांच करवाई।
जिस के बाद कारो
की बॉडी के अंदर लोहे के बॉक्स तथा टायरों के अंदर हशीश के कुल 86 पैकेट
बरामद किए गए। जो कि तीन साल से बंद पड़े थे। इस कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और मीडिया कर्मियों की भी मौजूदगी रही। सभी उत्सुकता के साथ कार में छुपा कर रखी गई हशीश के डिब्बो के निकलने का नजारा देखते रहे
आईजी
जबलपुर जोन उमेश जोगा तथा नरसिंहपुर एसपी अमित कुमार द्वारा प्रेस
कांफ्रेंस करके इस पूरे मामले की जानकारी मीडिया को दी गई। हाल ही में पुलिस ने
कबाड़ खड़ी गाड़ियों से जिसमें साढ़े चार करोड़ रुपये की 86 किलो ग्राम हशीश
बरामद की है। जबकि तीन साल पहले इन्ही गाड़ियों से साढ़े 6 करोड़ कीमत की हशीश
बरामद करके 7 आरोपियों को पकड़ा गया था। जो अभी भी जेल में है।
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