देश के विभिन्न प्रदेशों से आए विषय वेत्ताओं ने रखे विचार
दमोह। अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना नई दिल्ली एवं एकलव्य विश्वविद्यालय
दमोह के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी
"इतिहास विद्या एवं इतिहास लेखन : प्रविधि, प्रवृत्तियां एवं नवीन आयाम" का
शुभारंभ उपस्थित अतिथियों ने किया।
उद्घाटन सत्र में उपस्थित पूर्व
राज्यसभा सांसद एवं कुलाधिपति विश्वविद्यालय, सासाराम, बिहार से गोपाल
नारायण सिंह, विशिष्ट अतिथि के रूप में ICHR अध्यक्ष पद्मश्री डॉ.
रघुवेन्द्र तंवर, कार्यक्रम के अध्यक्ष दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय,
गोरखपुर के इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष, राजकीय उच्चतर शिक्षा आयोग उत्तर
प्रदेश के अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय संकलन योजना के कार्यकारी अध्यक्ष
प्रोफेसर ईश्वर शरण विश्वकर्मा, अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के संगठन
सचिव डॉ. बालमुकुंद पांडे एवं बीज वक्ता के रूप में उपस्थित महात्मा गांधी
अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा, महाराष्ट्र के साथ ही पूर्व
सदस्य सचिव आईसीपीआर एवं आईसीएचआर प्रोफेसर रजनीश कुमार शुक्ला, अखिल
भारतीय इतिहास संकलन योजना के महासचिव हेमंत धिंग मजूमदार, मध्य प्रदेश
शासन के पूर्व वित्त मंत्री श्रीमान जयंत मलैया एवं एकलव्य विश्वविद्यालय
की कुलाधिपति डॉ. सुधा मलैया, कुलपति प्रोफेसर डॉ. पवन कुमार जैन एवं
कुलसचिव डॉ प्रफुल्ल शर्मा के सानिध्य में मां सरस्वती के चरणों में दीप
प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।एकलव्य
विश्वविद्यालय के संगीत विभाग द्वारा विद्यार्थियों के माध्यम से राष्ट्रीय
गीत वंदे मातरम का गायन किया गया। पूजनोपरांत मंचासीन अतिथियों का स्वागत
परिचय राष्ट्रीय महासचिव हेमंत धिंग मजूमदार ने कराया, स्मृति चिन्ह एवं
पौधा भेंट कर प्रति कुलाधिपति श्रीमती पूजा मलैया, कुलपति डॉ. पवन जैन,
कुलसचिव डॉ. प्रफुल्ल शर्मा, निदेशक आएक्यूएसी डॉ. पर्ली जैकब, अधिष्ठाता
अकादमी शाखा डॉ. अर्चना पाठक, अधिष्ठाता छात्र कल्याण शाखा डॉ. शैलेन्द्र
जैन एवं अधिष्ठाता इंजीनियरिंग डॉ. अनिल पिम्पलापुरे के द्वारा किया गया।
इसके पश्चात कुलाधिपति डॉ. सुधा मलैया द्वारा स्वागत उद्बोधन दिया गया साथ
ही सम्मानित मंच से शोध पत्रों के सारांश को समेटे हुए संगोष्ठी की शोध
संक्षेपिका का विमोचन मुख्य अतिथि गोपाल नारायण सिंह के द्वारा किया गया
साथ ही इतिहास पर एक अति महत्वपूर्ण पुस्तक "सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य की
मृत्यु का रहस्य"का विमोचन किया गया।
पुस्तक का लेखक संपादन एवं डिजाइनर
एकलव्य विश्वविद्यालय की कुलाधिपति डॉ.सुधा मलैया द्वारा किया गया। इसका
विमोचन आईसीएचआर के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ.रघुवेन्द्र तंवर ने किया। डॉ.
मलैया ने बताया कि यह पुस्तक निश्चित तौर पर भारतीय जनमानस को नई दिशा
प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करेगी। बीज वक्ता के रूप में
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा एवं पूर्व सदस्य
सचिव आईसीपीआर प्रोफेसर रजनीश कुमार शुक्ला ने इतिहास के विभिन्न पहलुओं को
उद्घाटित किया,एवं ऋग्वेद से लेकर आज तक की वैज्ञानिकता को उद्घाटित किया।
मुख्य अतिथि गोपाल नारायण सिंह ने भी संस्कृति, संस्कार भारत की पूंजी
बताते हुए उन्होंने इस पर गहन चिंतन करने की बात रखी।
वक्ता के रूप में
उपस्थित अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के संगठन सचिव डॉ. बालमुकुंद
पांडेय ने इतिहास पर वक्तव्य देते हुए बताया कि इतिहास को नए दृष्टि से
देखने की जरूरत है। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रोफेसर ईश्वर सिंह विश्वकर्मा
ने बताया कि हमारे समृद्ध इतिहास को किस तरीके से नष्ट किया गया, यह बात
किसी से छिपी नहीं है। कार्यक्रम के अंत में एकलव्य विश्वविद्यालय के
कुलपति डॉ. पवन कुमार जैन ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। तत्पश्चात सभी
एक साथ खड़े होकर राष्ट्रगीत वंदेमातरम गाकर भारत का जयघोष किया गया। इस
शुभारंभ सत्र का मंच संचालन डॉ. हृदय नारायण तिवारी द्वारा किया गया। इस
राष्ट्रीय संगोष्ठी में भारत के सभी प्रान्तों से विद्वतजनों की उपस्थिति
रही।यह संगोष्ठी मंथन दो दिनों तक अनवरत चलेगा एवं इससे जो अमृत निकलेगा वह
राष्ट्र के लिए शुभकारी होगा।
महिला सेल ने स्कूल के विद्यार्थियों को जागरूक किया
दमोह।
पुलिस मुख्यालय महिला सुरक्षा शाखा भोपाल के निर्देशानुसार विशेष जागरूकता
अभियान अभिमन्यु का द्वितीय चरण 1 अगस्त से 15 अगस्त 2023 तक किया जा रहा
है, शनिवार को पुलिस अधीक्षक सुनील तिवारी के निर्देशन में और अतिरिक्त
पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा, महिला डीएसपी भावना दांगी के नेतृत्व में
एक्सीलेंस स्कूल के विद्यार्थियों को अभिमन्यु अभियान की जानकारी दी गई।
निर्भया
मोबाइल सब इंस्पेक्टर जमनी दुबे, प्रधान आरक्षक रीता मिश्रा महिला सुरक्षा
शाखा, संध्या तिवारी महिला थाना और निर्भया वाहन में तैनात आरक्षक सतीश
गुरु ने उत्कृष्ट विद्यालय पहुंचकर कक्षा दसवीं- में छात्र-छात्राओं से
पूछा कि अभिमन्यु के बारे में जानते हो तो एक छात्र ने उत्तर देते हुए कहा
कि अभिमन्यु अर्जुन के पुत्र हैं, जिन्होंने चक्रव्यू से स्वयं की सुरक्षा
की थी। इसी के बारे में आरक्षक सतीश गुरू व प्रआर
महिला रीता मिश्रा ने छात्र-छात्राओं को विशेष जानकारी दी. पोस्टर्स,
पुस्तिका दिखाकर व प्रश्नावली करा कर छात्र छात्राओं को जागरूक किया। जहां
छात्र-छात्राओं को जागरूक करते हुए कहा कि कहीं भी अगर आपको परेशानी आती
है, तत्काल निर्भया मोबाइल पुलिस को सूचित करें. जिससे निर्भया मोबाइल
तत्काल पहुंचेगी और आपको सुरक्षा देगी।
सतर्क रहें-
सुरक्षित रहे-सजग रहें- सुरक्षित समाज के बारे अवगत कराया. इस अवसर पर
उत्कृष्ट विद्यालय प्राचार्य एस.एल. अहिरवार, क्लास टीचर अशोक मेल और छात्र
मौजूद रहे। अभियान का उद्देश्य समाज में महिलाओं एवं बालक/बालिकाओं के
विरुद्ध होने वाले अपराधों में कमी लाने एवं लडके/लडकियों को समान अवसर
प्रदान करना, समाज के हर स्तर पर व्याप्त लिंगभेद को समाप्त करना एवं आज के
पुरुष को सभ्य समाज के निर्माण हेतु रुढिवादी धारणाओं एवं पूर्वाग्रहों के
चक्रव्यूह को तोडते हुये महिलाओं के विकास एव सह-अस्तित्व का सहभागी बनाना
है।
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