आबकारी अधिकारी को रीवा लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा
मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में रीवा लोकायुक्त की टीम ने रक्षाबंधन के ठीक पहले आबकारी कार्यालय पहुंचकर विभाग की महिला अधिकारी रिनी गुप्ता को शराब ठेकेदार के कर्मचारियों से 1लाख 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ने के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत कार्यवाही की है। खास बात है कि रिश्वत की यह रकम वीआईपी ड्यूटी तथा हाल ही में हुए मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के नाम पर वसूली गई थी।
रीवा
लोकायुक्त की टीम में शामिल निरीक्षक प्रमेन्द्र सिंह ने बताया कि उमरिया
के शराब ठेकेदार का कार्य संचालन करने वाले दीपेंद्र सिंह ने रीवा
लोकायुक्त एसपी से शिकायत की थी उमरिया की जिला आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता
के द्वारा वीआईपी ड्यूटी के नाम से शराब के ठेकेदार से 30 हजार रुपये
मंथली की मांग की जाती रही है। जिसे नहीं देने पर शराब दुकान से 14 पेटी शराब जब्त करके ले जाने और केस बनाने की धमकी भी दी जा रही थी। लोकायुक्त
पुलिस द्वारा मामले की जांच उपरांत मंगलवार को उमरिया कलेक्ट्रेट कार्यालय
परिसर में स्थित आबकारी कार्यालय में शराब ठेकेदार का कार्य देखने वाले
दीपेंद्र सिंह से 1 लाख 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए अधिकारी रिनी
गुप्ता को रंगे हाथों पकड़ने में देर नहीं की।
दीपेंद्र सिंह ने मीडिया से
चर्चा के दौरान साफ किया कि आबकारी अधिकारी वीआईपी ड्यूटी यानी मुख्यमंत्री
सहित अन्य प्रमुख जनों के कार्यक्रम व्यवस्था के रूप में RS 30000 मंथली
व्यवस्था चाहती थी। उनके ठेके को जिले में चार माह हो चुके थे जिसका उनको
120000 रुपए चाहिए था। रिश्वत किया रकम लेते हुए ही रीवा लोकल की टीम ने
आबकारी अधिकारी मैडम को पुरानी हाथों पकड़ने के बाद में कार्यवाही की है।
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