नागपुर ट्रेन चलाने लोकसभा अध्यक्ष को सौंपा मांग पत्र..
दमोह। संसदीय क्षेत्र की रेल सुविधाओं को लेकर केंद्रीय मंत्री और दमोह क्षेत्र से 9 साल से सांसद श्री प्रहलाद पटेल अभी तक अपने कद और पद के अनुरूप एक भी उल्लेखनीय उपलब्धि दमोह क्षेत्र को नहीं दिला सके है। जबकि पूर्व रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल से लेकर वर्तमान रेल मंत्री श्री अश्वनी वैष्णव से उनकी नजदीकी संबंध जगजाहिर है। 3 दिन पहले ही वह भोपाल से रेल मंत्री और प्रदेश भाजपा के चुनाव सह प्रभारी श्री अश्वनी वैष्णव के साथ फ्लाइट से दिल्ली रवाना हुए थे। लेकिन श्री पटेल की नजदीकी रिश्तो का लाभ दमोह क्षेत्र की रेल सुविधाओं के मामले में 2 साल में एक भी यादगार उपलब्धि नहीं दिला सका।
ऐसे में दमोह में रेल सुविधाओं की बढ़ोतरी को लेकर लगातार ज्ञापन मांग पत्र सौंप कर जनहित पर ध्यानाकर्षण कराने वाली रेल संघर्ष समिति को अब दूसरे क्षेत्रों के नेताओं के पास जाकर दमोह की रेल सुविधाओं में वृद्धि के लिए मांग पत्र सौंप कर ध्यानाकर्षण कराना पड़ रहा है। रेल संघर्ष समिति द्वारा हाल ही में कोटा पहुंचकर लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला से मुलाकात की तथा उन्हें कोटा से नागपुर ट्रेन बाया सागर दमोह होकर चलाने एक मांग पत्र सौंपा।
जिसमें कोटा से नागपुर के लिए सीधी रेल सेवा की मांग करते हुए कोरोना काल के दौरान बंद कर दी गई तीन यात्री ट्रेन 19809/19810 कोटा जबलपुर, 14719 / 14720 बिलासपुर बीकानेर और 08061 / 08062 शालीमार जयपुर साप्ताहिक स्पेशल एक्स्प्रेस को पुनः शुरू किए जाने की मांग की गई है।
लोकसभा अध्यक्ष को बताया गया कि कोटा से जबलपुर चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन 19809/19810 करीब 3 साल से कोरोना काल के बाद से बंद है। जिसको संचालित कराते हुए जबलपुर से बाया गोंदिया नागपुर तक बढ़ा दिए जाने पर कोटा के साथ गुना, बीना, सागर, दमोह को नागपुर के लिए सीधी ट्रेन सेवा का लाभ रोगी, बीमार, मरीजों के लिए मिलने लगेगा। इस ट्रेन का समय इस प्रकार किया जाए, कि यह ट्रेन सुबह 05 बजे नागपुर पहुंचे,इस समय का कारण इसलिए है,क्यों की सुबह 05 बजे से ही नागपुर में मरीजों के नंबर लगना शुरू हो जाते है।
लोकसभा अध्यक्ष ने पत्र जारी करने हेतु दिए निर्देश
जिस पर माननीय लोकसभा अध्यक्ष ने रेल मंत्री जी को तत्काल पत्र जारी करने के निर्देश दिए है। इस निवेदन पत्र को सौंपने वालों में रेल समाजसेवी प्रांजल चौहान,सुरेंद्र छोटू दवे, संतोष रैकवार शामिल रहे।
उल्लेखनीय है कि आजादी के बाद से ही बुंदेलखंड के सागर, दमोह से नागपुर तक सीधे ट्रेन चलाने की मांग चल रही है। दमोह सांसद श्री प्रहलाद पटेल के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद सभी को उम्मीद थी कि नागपुर के लिए प्रतिदिन नियमित रेल सेवा मिलने लगेगी। लेकिन उनके 4 साल के केंद्रीय मंत्री कार्यकाल में यह छोटी सी मांग फिलहाल दिवास्वप्न साबित हुई है।
दमोह रेल सेवा सुधार समिति द्वारा सोफे के उपरोक्त मांग पत्र का समर्थन करते हुए कोटा जिला भाजपा अध्यक्ष द्वारा भी अपने लेटर पैड पर उपरोक्त तीनों ट्रेनों को फिर से चलाने तथा कोटा जबलपुर ट्रेन को नागपुर तक बढ़ाकर मरीजों को सुविधा देने की मांग का समर्थन किया है।
नागपुर से दमोह साप्ताहिक ट्रेन की औपचारिक कवायद..
जबलपुर रेल मंडल द्वारा अहमदाबाद से नागपुर चलने वाली साप्ताहिक ट्रेन को जो 46 घंटे नागपुर में खड़ी रहती है को दमोह तक चलाने की कवायद किये जाने की खबरें सामने आई है।
नागपुर से यह ट्रेन इटारसी भोपाल बीना सागर होकर मंगलवार को सुबह 5:30 बजे करीब दमोह पहुंचने और आधे घन्टे बाद वापस नागपुर के लिए रवाना हो जाने का टाइम टेबल को भी सागर सांसद राज बहादुर सिंह के प्रयास से मंजूरी दी जाने की भी जानकारी रेलवे अधिकारियों के पत्र से सामने आ रही है।
लेकिन सप्ताह में एक दिन के लिए प्रस्तावित यह ट्रेन 13 घंटे से अधिक का समय लेगी तथा सुबह चलकर शाम को नागपुर पहुंचेगी। जबकि वापसी के लिए यह ट्रेन 6 दिन बाद सोमवार को उपलब्ध होगी। यहां के लोगों द्वारा कम समय में रात में चलकर सुबह नागपुर पहुचने वाली गोंदिया रूट से ट्रेन की अपेक्षा रेल मंडल से की जा रही है।
क्षिप्रा एक्सप्रेस को डेली का पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ने रेल मंत्री को लिखा कड़ा पत्र..
पिछले दिनों दमोह रेल सेवा संघर्ष समिति द्वारा इंदौर से हावड़ा के बीच सप्ताह में 3 दिन चलने वाली क्षिप्रा एक्सप्रेस को प्रतिदिन चलाने इस संदर्भ में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन और इंदौर सांसद श्री शंकर लालवानी को मांग पत्र सौंपा था। जिस को लेकर श्रीमती सुमित्रा महाजन द्वारा 11 जुलाई 2023 को रेल मंत्री को कड़े शब्दों में पत्र लिखते हुए शीघ्र ही क्षिप्रा एक्सप्रेस को पूर्व घोषणा अनुसार प्रतिदिन चलाने के निर्देश जारी किए को कहा है। उल्लेखनीय है कि करीब 5 साल पहले तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष की मांग पर ही भोपाल में आयोजित रेलवे के एक समारोह के दौरान तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शिप्रा एक्सप्रेस को प्रतिदिन चलाने की घोषणा के साथ रतलाम रेल मंडल के अधिकारियों को इसके लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। जो सब तैयारी चल ही रही थी कि कोरोना संक्रमण काल प्रारंभ हो गया था। जिससे जो ट्रेनें चल रही थी वह भी बंद कर दी गई थी। उल्लेखनीय है कि इंदौर सांसद श्री शंकर लालवानी और सागर सांसद श्री राज बहादुर सिंह लोकसभा में शून्यकाल के दौरान क्षिप्रा एक्सप्रेस को सागर दमोह होकर प्रतिदिन चलाने की मांग पर ध्यानाकर्षण कर चुके है।
जल्द केंद्रीय मंत्री सिंधिया को भी मांग पत्र सौपेगे..
दमोह सागर होकर नागपुर तक सीधी ट्रेन और क्षिप्रा एक्सप्रेस को प्रतिदिन चलाए जाने की मांग को लेकर दमोह रेल सेवा संघर्ष समिति के सदस्य जल्द ही केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी मुलाकात करेंगे। उल्लेखनीय है कि 80 के दशक में जब शिप्रा एक्सप्रेस प्रारंभ हुई थी उस समय श्री सिंधिया के पिता श्री माधवराव सिंधिया रेल मंत्री थे। तथा इस ट्रेन को चलाने के लिए दमोह के व्यापारी महासंघ को दमोह बंद जैसा महा आंदोलन करना पड़ा था। जिसके बाद तत्कालीन रेल मंत्री श्री माधवराव सिंधिया ने इंदौर हावड़ा साप्ताहिक ट्रेन शुरू करवाई थी और इसका उद्घाटन स्वयं तत्कालीन मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा के साथ हरी झंडी दिखाकर किया था। कहा जा सकता है कि या ट्रेन दमोह सागर वासियों के लिए स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की ही देन रही है ऐसे में अब उनके बेटे ज्योतिराज सिंधिया से मिलकर इस ट्रेन को डेली कराने की मांग रेल सेवा सुधार समिति रखेगी।
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