जेसीबी से मनरेगा का काम का विरोध करना पड़ा महंगा..
मध्य प्रदेश में चुनावी साल में पंचायतों में होने वाले मनरेगा के कार्यों के हाल बेहाल बने हुए हैं जगह जगह मजदूरों के हक पर मशीनों को डाका डालते हुए देखा जा सकता है। राजनीतिक संरक्षण में धड़ल्ले से बड़ी मशीनों से मनरेगा सहित अन्य योजनाओं के कार्यों को दिनदहाड़े कराए जाने के नजारे जहां-तहां सामने आ रहे हैं वही ऐसे मामलों की शिकायतें किए जाने के बाद कहीं कोई बड़ी कार्यवाही की गई हो ऐसा एक मूलांक फिलहाल सामने नहीं आया है। उल्टी शिकायत कर्ताओं को डराने धमकाने हमला करने की घटना जरूर सामने आती रही है।
पन्ना जिले के पवई क्षेत्र अंतर्गत टिकरिया ग्राम पंचायत के सामने आया है। जहां क्षेत्र क्रमांक 11 से जिला पंचायत सदस्य राजकुमार चौधरी के साथ बंधक बनाकर मारपीट की गई। जिसकी रिपोर्ट करने जाने पर सिमरिया में रिपोर्ट नहीं लिखी गई। बाद में घटना की जानकारी मोबाइल पर पन्ना एसपी को देने के बाद पुनः रिपोर्ट करने जा रहे राज कुमार को रास्ते में दबंगों द्वारा गोली मार दी गई। पैर में गोली लगने के बाद उनको पन्ना जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घायल राजकुमार का कहना है कि उनके द्वारा मनरेगा के कार्य मशीनों से कराए जाने की शिकायत की गई थी। जिसकी जांच जिला पंचायत के सीईओ द्वारा किए जाने के बाद क्लीन चिट दे दी गई थी। लेकिन इससे का इससे बौखलाई दबंगों के द्वारा बीती रात उनको बंधक बनाकर कमरे में बंद करके जमकर मारपीट की गई हो जान से मारने की धमकी दी गई। बाद में इनके चुंगल से छूटकर रिपोर्ट दर्ज कराने कोशिश की गई। लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। बाद में एसपी से चर्चा के बाद जवाब दोबारा रिपोर्ट दर्ज कराने जा रहे थे तब उनके ऊपर गोली मारकर हमला कर दिया गया।
फिलहाल पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच में जुटी हुई है। लेकिन इस मामले ने एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के काम मशीनों से होने और शिकायत करने वालों को डराने धमकाने मारपीट किए जाने जैसे हालात की पुष्टि करके रख दी है। दूसरी और शिकायतों पर जनपद और जिला पंचायत के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई के बजाय क्लीन चिट दिए जाने के हालात को भी इस मामले में उजागर करके रख दिया है।
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