लाखों के स्टॉप डैम को पत्थर बोल्डर से कराया कंप्लीट
दमोह। जिले में पंचायती राज व्यवस्था के तहत किस तरह से घटिया निर्माण कार्य करा कर शासन की लाखों करोड़ों की राशि का अधिकारी पंचायत प्रतिनिधि ठेकेदार उपयंत्री मिलकर बंदरबांट कर रहे हैं इसका ताजा उदाहरण बटियागढ़ जनपद पंचायत अंतर्गत फुटेरा ग्राम पंचायत में देखने को मिला है।
प्राप्त
जानकारी के अनुसार फुटेरा कला के डुमना नाला पर यशवंत कोरी के खेत के नीचे जनपद से 15 लाख रुपए की राशि से
नाला पर स्टॉप डैम निर्माण की मंजूरी दी गई थी। जिसका निर्माण फुटेरा के
सरपंच उदयभान ठाकुर, सचिव दामोदर खरे और ठेकेदार जगदीश अठया के द्वारा कुछ इस तरह से कराया
गया कि घटिया निर्माण के सारे मापदंड ही धरातल में ध्वस्त होते हुए नजर आए। लाखों
की राशि के स्टॉप डेम में सीमेंट रेत गिट्टी के मिक्सचर की जगह बड़े-बड़े बोल्डर और पत्थर भर दिए गए। अच्छी रेत की जगह डस्ट तथा नाले की
मिट्टी वाली रेत मैं बेहद कम मात्रा में सीमेंट मिलाकर ऊपर से स्टाफ डेम को
ऐसे पैक कर दिया गया मानो या नीचे से ऊपर तक सीमेंट कंक्रीट से बनाया गया
हो।
खास बात यह रही कि लाखों के इस निर्माण कार्य के हालात देखने और
गुणवत्ता पर नजर रखने क्षेत्र की उपयंत्री रचना चौरसिया हमेशा की तरह मौके
पर नहीं पहुंची। वहीं शिकायते मिलने के बावजूद जनपद सीईओ ने भी कोई ध्यान नहीं दिया। जिससे सरपंच ठेकेदार मिलकर स्टॉप डेम के नाम पर घटिया कार्य
करा कर शासन की मंशा पर पानी फेरते अपने हाथ जगन्नाथ कहावत को चरितार्थ
करते नजर आए। स्टॉप डेम के नाम पर यहा पर जब घटिया
निर्माण का खेल हो रहा था उस दौरान मौके पर उपसरपंच ममता राय अपने बेटों के
साथ पहुंची थी तथा उन्होंने कार्य की गुणवत्ता पर ध्यान देने संघटिया
कार्य रोकने को कहा था। लेकिन राजनीतिक आधिकारिक संरक्षण प्राप्त सरपंच
और ठेकेदार के कानों में जूं तक नहीं रेंगी। उन्होंने धमकाते हुए यहां तक
कह डाला जहां जाकर शिकायत करना है कर आओ हमारी ऊपर तक सैटिंग है कोई यहां पर
जांच करने को नहीं आएगा और बाद में हुआ भी यही।
फुटेरा
कला गांव की उपसरपंच ममता राय ने 6 जून को जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर
जनसुनवाई में स्टॉप डेम के घटिया निर्माण कार्य की लिखित शिकायत करते हुए
वीडियो भी मौजूद अधिकारियों को दिखाएं। लेकिन बाद भी आज तक जांच करने के
लिए कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। उल्टे शिकायत के बाद स्टॉप डेम के
काम को कंप्लीट करके ऐसा प्रदर्शित कर दिया गया जैसे सीमेंट कंक्रीट से
इसका ऊपर से नीचे तक निर्माण किया गया हो। उपरोक्त स्टॉप डेम के
घटिया निर्माण कार्य के संदर्भ में जब आरईएस के कार्यपालन यंत्री श्री यादव
से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क करने की कोशिश की गई तो पता लगा कि उनके
पास तीन जिलों का चार्ज है। जिससे वह सप्ताह में 2 दिन का समय है कुछ
घंटों के लिए दमोह कार्यालय को दे पाते हैं।
इधर
बटियागढ़ जनपद की जिन उपयंत्री साहिबा के क्षेत्र में यह कार्य कराया गया
है उनके बारे में ग्रामीणों का कहना है कि मैडम कभी भी किसी भी निर्माण
कार्य को देखने अप नी जिम्मे वाली ग्राम पंचायतों में नहीं पहुंचती। मोबाइल
पर शिकायत करने पर ना तो उनका मोबाइल लगता है और यदि मोबाइल लगता है तो
उनके द्वारा रिसीव नहीं किया जाता। इसके बाद भी यदि कोई इनकी शिकायत करता
है तो उल्टे उसकी शिकायत करने की धमकी दे दी जाती है। कुल मिलाकर इन मैडम
के क्षेत्र में पिछले वर्षों में हुए किसी भी कार्य की गुणवत्ता की यदि
जांच करा ली जाए तो पता लग जाएगा किस तरह के काम इनके कार्य क्षेत्र में
हुए हैं। पिक्चर अभी बाकी है..
0 Comments