ग्रामीणों ने की लिखित शिकायत की जांच की मांग..
दमोह।
जनपद पंचायत पटेरा की ग्राम पंचायत निमरमुंडा के ग्रामवासी मंगलवार को
कलेक्ट्रेट पहुंचे और अधिकारियों को शिकायती आवेदन सौंपा उन्होंने ग्राम
पंचायत सरपंच द्वारा विकास कार्यों में गड़बड़ी करने की शिकायत करते हुए इस
मामले की जांच करने की मांग की है जिला पंचायत सीईओ के नाम दिए गए
शिकायती आवेदन में सरपंच शंकर पिता गोपाल गौतम पर आरोप लगाए हैं कि उनके
द्वारा मनरेगा योजना में नियम को ताक पर रखकर कार्य कराए जा रहे हैं
ग्रेवियन निर्माण कार्य करैया मैं प्रतिदिन की फोटो करैया से ना डालकर
निमरमुंडा गाव से डाली जा रही है जिसकी दूरी 5 किलोमीटर से अधिक है..
सरपंच
द्वारा जिन स्थलों का चुनाव ग्रेवियन निर्माण के लिए किया गया है वहां पर
एक बड़ा नाला है जिसमें पहले से दो स्टॉप डेमो का निर्माण हो चुका है दोनों
स्टॉप डेम के बीचो बीच ग्रेवियन निर्माण किया गया है जिसकी जरूरत वहां पर
थी नहीं शासन की राशि का दुरुपयोग करके एक ग्रेवियन निर्माण किया गया है
निर्माण किसी भी प्रकार से उपयोगी नहीं है ना ही उससे किसी प्रकार का लाभ
पंचायत वासियों को प्राप्त होने वाला है पंचायत कर्मी शासन द्वारा रोजगार
गारंटी के तहत होने वाले कार्यों का दुरुपयोग करके राशि को आहरित कर लेते
हैं जिसमें उपयंत्री की भी मिलीभगत होती है
दो स्टॉप डेम पहले से बने थे तो नए कार्य की क्या जरूरत थी..ग्राम
वासियों ने जो आवेदन दिया है उसमें सवाल उठाते हुए पूछा है कि एक ही स्थान
पर दो स्टॉप डेम पहले से बने हैं तो वहां ग्रेवियन की क्या आवश्यकता थी और
जो भी सरपंच द्वारा ग्रेवियन मैं स्ट्रक्चर निर्माण निर्मित किए गए हैं वह
सब शासन की गाइडलाइन के विपरीत किए गए हैं इनके द्वारा स्ट्रक्चर सिर्फ और
सिर्फ एक दीवार के जैसे बना दिए गए जबकि शासन की गाइड लाइन में स्पष्ट
निर्देश है कि ग्रेवियन का प्रत्येक स्ट्रक्चर सीडी नुमा स्टेप वॉइस स्टाइल
तार की जाली लगाकर किए जाएं लेकिन यहां तो सिर्फ खानापूर्ति की गई है एक
स्ट्रक्चर में मात्र जाली लगाई गई है व अन्य जो शेष स्ट्रक्चर बनाए गए हैं
उनमें ना जाली लगाई गई है ना ही गाइडलाइन का पालन किया गया है ना ही सही
स्थल की ओर बनाए गए हैं ग्रामीणों द्वारा आरोप लगाया कि सिर्फ और सिर्फ
शासन की राशि को हड़पने व बंदरबांट करने के उद्देश्य से ही उक्त कार्य किया
जा रहा है
उपयंत्री की मिलीभगत के लगाए आरोप.. ग्राम
वासियों द्वारा सौंपे गए आवेदन में उपयंत्री की भी मिलीभगत एवं सहभागिता
प्रदर्शित होने के आरोप भी लगाते हुए कहा गया है कि उक्त कार्य के बिल पहले
लगा लिए गए है जबकि लेबर का पेमेंट अभी निकलना शेष रह गया है जो कि
नियमानुसार पहले लेबर का भुगतान हो और बाद में मटेरियल का लेकिन यहां सरपंच
सचिव उपयंत्री की मिलीभगत से शासन को अंधेरे में रखकर 16 लाख 33 हजार ₹62
के फर्जी बिल लगाकर राशि आहरित कर ली ग्रेवियन व लूज बोल्डर निर्माण के
फर्जी तरीके से भी बिल लगाए गए हैं आवेदन में सीईओ से मांग है कि कार्य का
भुगतान रोककर जिले से जांच टीम गठित कर कार्रवाई की जाए और उसके बाद ही आगे
की कार्रवाई की जाए जांच ना होने तक निमरमुंडा पंचायत का मटेरियल भुगतान
रोका जाए
अग्रिम राशि निकालने का नहीं है प्रावधान..ग्राम
पंचायत निमरमुंडा मुंडा में विधायक निधि से 5 लाख का चबूतरा निर्माण ग्राम
करैया में होना था जिसके निर्माण के पहले ही 28 मई को 3 लाख 40 हजार रुपए
पहले से निकाल लिए गए जबकि नियम में अग्रिम राशि आहरण का कोई प्रावधान नहीं
है एक ही बार में जितने रुपए प्राप्त हुए सारे रुपए आहरण कर लिए गए जिसमें
लाख 98 हजार 503 रुपए मटेरियल और 41 हजार 430 रुपये मजदूरी पर कार्य होने
से पहले ही बंदरबांट कर लिए गए शिकायती आवेदन सौपने बालों में अजय मिश्रा,
अभिषेक मिश्रा, अविनाश, दिलीप मिश्रा, राजेंद्र, सुदामा, सनत कुमार सहित
अन्य शिकायतकर्ता एवं ग्रामवासी मौजूद रहे सभी ने मामले की जांच कर
कार्यवाही की मांग की है।
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