कलू ठेकेदार मर्डर केस की कमान हटा एसडीओपी को
दमोह। फुटेरा वार्ड निवासी चर्चित मछली ठेकेदार कलू रैकवार की शहर के बीचोबीच आबादी क्षेत्र में दिनदहाड़े चाकू घोंपकर तथा गोली मारकर नृसंश हत्या कर दिए जाने के बाद अभी तक एक भी नामजद आरोपी पुलिस की शिकंजी में नहीं फसा है। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने आरोपियों की पतासाजी गिरफ्तारी पर दस दस हजार रुपए के ईनाम की घोषणा कर दी है।
एसपी राकेश कुमार सिंह ने इस मर्डर केस की कमान वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हटा एसडीओपी वीरेंद्र बहादुर सिंह को सोपते हुए उनके नेतृत्व में विशेष जांच टीम का गठन किया है। जो गैंगवार जैसे गोलीकांड की हर पहलू की जांच मैं जुट गई है। सागर की स्पेशल क्राइम जांच टीम भी घटना स्थल पर जांच के साथ साक्ष्य जुटाने में लगी रही है। आस पास लगे सीसीटीवी में करीब आधा दर्जन आरोपी एवं वारदात रिकॉर्ड होने के साथ पुलिस इन फुटेज के आधार पर भी आरोपियों की पतासाजी कर चुकी है।
इधर इस मर्डर केस की वजह अभी तक साफ नहीं हो पाने पर एसपी का कहना है कि आरोपियों के पकड़े जाने के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। पुलिस हर पहलू को लेकर जांच में जुटी हुई है तथा प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से जो भी नाम सामने आएंगे उस को बख्शा नहीं जाएगा। एसपी का साफ तौर पर कहना है कि यह साधारण नहीं गंभीर मामला है। जांच के साथ में और नाम जुड़ेंगे तथा और पत्ते खुलेंगे..
हत्या के बाद दूसरे दिन तक तनावपूर्ण माहौल बना रहा
उल्लेखनीय है कि शनिवार शाम राधारमण मंदिर क्षेत्र में करीब आधा दर्जन लोगों द्वारा मछली ठेकेदार कलू रैकबार पर चाकू तथा पिस्टल से गोली मारकर जानलेवा अटैक किया था। जिससे जिला अस्पताल पहुंचने के पहले ही उनके प्राण पखेरू उड़ गए थे।
घटना के बाद बेहद तनावपूर्ण हालात बन जाने से भारी संख्या में पुलिस बल तैनात करके हालात पर काबू पाया गया था। इसके बावजूद घटना के प्रत्यक्षदर्शी बताए जा रहे निक्की बाल्मीकि के घर पर कुछ लोगों द्वारा तोड़फोड़ की वारदात को अंजाम दिया गया था। वहीं पुलिस ने निक्की को अभिरक्षा में लेकर महत्वपूर्ण गवाह बना लिया था इसके बावजूद निक्की इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कोई खास जानकारी पुलिस को नहीं दे सका।
रविवार को पोस्टमार्टम उपरांत गमगीन माहौल में हजारों लोगों की मौजूदगी में हटा नाका मुक्तिधाम में कलू ठेकेदार का अंतिम संस्कार शांतिपूर्वक संपन्न होने से पुलिस में जहां राहत की सांस ली थी वही घटना के नामजद आरोपियों की धरपकड़ पुलिस के लिए चुनौती बन गई थी। जिसके बाद रविवार शाम एसपी राकेश कुमार सिंह मैं आरोपियों की गिरफ्तारी पर दस दस हजार रुपए के ईनाम की घोषणा के साथ हटा एसडीओपी के नेतृत्व में टीम का गठन करके जिम्मेदारी सौंपी है।
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