आदिवासी महिलाओं का सुलहनामा पर हस्ताक्षर से इंकार
दमोह।
कहावत है कि चोर की दाढी में तिनका ऐसे ही नक्शे कदम पर हटा अनुविभाग के
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अधिकारियों ने चलना प्रारंभ कर दिया
है, मंगलवार को जनसुनवाई में जब ग्राम पंचायत वर्धा गांव के आदिवासी
बाहुल्य गांव इमलिया के पांच स्व सहायता समूह की महिलाओं ने हटा आकर
एसडीएम को एक शिकायती आवेदन दिया था, स्व सहायता समूह के खाते से मिशन के
अधिकारियों एवं प्रेरक के द्वारा फर्जी तरीके से बैंक से राशि आहरण कर लेने की शिकायत की गई थी, आवेदन पुलिस थाना में भी दिया गया।
जिस पर
त्वरित कार्रवाही होने पर आजीविका मिशन के आधिकारियों की बौखलाहट सामने
आने लगी, गुरूवार
की रात में हटा एवं पटेरा के मिशन प्रबंधक इमलिया गांव पहुंचे जहां स्व
सहायता समूह की अध्यक्ष व सचिव से कुछ कोरे कागज व एक कागज जिसमें
अधिकारियों ने स्वयं सुलहनामा लिखा उस पर हस्ताक्षर व अंगूठा लगवाने का
प्रयास किया लेकिन महिलाओं ने कहा जब तक न्याय नहीं मिलता कोई कागज पर
हस्ताक्षर नहीं होगें और अधिकारियो को वापिस कर दिया,..
वही
दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह मडियादो के थाना प्रभारी अपने दल बल के साथ
गांव पहुंचे जहां उन्होने स्व सहायता समूह की महिलाओं के बयान दर्ज करते
हुए कहा कि इस प्रकरण में जो भी दोषी पाया जायेगा उसके विरूद्ध आपराधिक
प्रकरण दर्ज किया जायेगा, ज्ञातव्य
हो कि दूरस्थ गांव में बैठी महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराये जाने के
उद्देश्य से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से हटा तहसील
क्षेत्र में 1400 से ज्यादा समूह तैयार किये गये है, जिनके खाते स्थानीय
बैंक में खुलवाये गये और रोजगार के उद्देश्य से उन्हे अनुदान व लोन की
राशि खाते में डालना प्रारंभ कर दी गई, खातों में जो राशि डाली गई वह
हजारों रूपये से लेकर लाख से भी अतिरिक्त थी, खातों
में राशि डाली जाती रही, लेकिन उन्हे खर्च करने की कोई गाइड लाइन नहीं दी
गई न ही यह राशि कहां कैसी खर्च की जा रही उसकी उपयोगिता का कोई प्रमाण
पत्र लिया गया, किस रोजगार को समूहों ने गांव में प्रारंभ किया उसका फोटो व
वीडियो क्लिप लेना भी विभाग ने उचित समझा..
इमलिया
गांव की जिन महिला समूहों के द्वारा शिकायत की गई उन्होने बताया कि मिशन
के अधिकारियों व प्रेरक के द्वारा समूहों की न तो पासबुक दी गई न ही कोई
दस्तावेज जैसे बैठक रजिस्टर, सील पेड आदि प्रदान किये गये, ऐसी ही कुछ
कहानी क्षेत्र में बने अधिकांश समूहों की है, भाजपा
नेत्री व पूर्व विधायक उमादेवी खटीक जोकि वर्तमान में भोपाल में ही है
उन्होने कहा कि पूरे प्रकरण ही जानकारी मुझे है विभाग के मंत्री सहित
मुख्यमंत्री को भी इस क्रम से अवगत करा रहे है, साथ ही उच्चस्तरीय जांच
के लिए निवेदन कर रहे है, जांच प्रभावित करने वालों को भी वक्शा नहीं
जायेगा.. हटा से संजय जैन की रिपोर्ट
डूमर पंचायत में हुए भ्रष्टाचार का CEO को ज्ञापन
दमोह। जनपद पंचायत जबेरा की ग्राम पंचायत डूमर भ्रष्टाचार की सीमा से भी आगे सिर्फ पोर्टल एवं कागजों पर हुए निर्माण कार्य जबेरा जनपद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि डॉ सुजान सिंह जी ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी को ज्ञापन देते हुए बताया कि ग्राम पंचायत डूमर मैं प्राथमिक स्कूल की बाउंड्री वॉल 14.04.2019 में 528000 लाखों रुपए की राशि स्वीकृत की गई थी बाउंड्री वाल का निर्माण कार्य 13.03.2020 को पूर्ण हो गया ऐसा पोर्टल पर है जबकि मोके पर जाकर देखा तो एक चौथाई से कम कार्य हुआ है। यात्री प्रतीक्षालय 245000 की लागत से 28.06.2021 को बनकर पोर्टल पर बनकर पूर्ण हुआ जबकि प्रतीक्षालय बना ही नहीं है।
दमोह। जनपद पंचायत जबेरा की ग्राम पंचायत डूमर भ्रष्टाचार की सीमा से भी आगे सिर्फ पोर्टल एवं कागजों पर हुए निर्माण कार्य जबेरा जनपद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि डॉ सुजान सिंह जी ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी को ज्ञापन देते हुए बताया कि ग्राम पंचायत डूमर मैं प्राथमिक स्कूल की बाउंड्री वॉल 14.04.2019 में 528000 लाखों रुपए की राशि स्वीकृत की गई थी बाउंड्री वाल का निर्माण कार्य 13.03.2020 को पूर्ण हो गया ऐसा पोर्टल पर है जबकि मोके पर जाकर देखा तो एक चौथाई से कम कार्य हुआ है। यात्री प्रतीक्षालय 245000 की लागत से 28.06.2021 को बनकर पोर्टल पर बनकर पूर्ण हुआ जबकि प्रतीक्षालय बना ही नहीं है।
मोटर साइकिल स्टैंड 245000 लाख की लागत से 28.09.2020 में
पूर्ण हुआ जबकि वहां देखने पर किसी प्रकार का कोई मोटरसाइकिल स्टैंड
निर्माण नहीं हुआ। इसी प्रकार निम्न सीसी रोड निर्माण कार्य सिर्फ कागजों
पर बने है। प्रतिपाल के घर से जैन मंदिर तक 2017 में पूर्ण हुआ। प्रेमसिंह
के घर से चबूतरा तक लागत 4.17 लाख में 2017 को पूर्ण हुआ। करन के घर से
भद्दी के घर तक लागत 5.70 लाख 2017 मैं बन चुका। आसाराम के घर से 1 करन के
घर तक लागत 295250 बर्ष 2017 मैं पूर्ण हुआ। राजा राय के घर से शांति के घर
की ओर 923000 की लागत से बनकर तैयार हुआ यह सब कार्य सिर्फ कागजों पर ही
बने हैं प्रत्यक्ष देखने पर वहां कुछ भी नहीं। जनपद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि डॉ
सुजान सिंह जी ने कहा कि इतने बड़े बड़े स्तर पर सरपंच सचिव व रोजगार
सहायकों उप यंत्री सहायक यंत्री की मिलीभगत से भ्रष्टाचार हुआ है इन सभी पर
निष्पक्ष जांच करवा कर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्यवाही की जावे अगर
समय पर उचित कार्यवाही नहीं की गई तो बड़े स्तर पर दमोह कलेक्टर एवं जिला
मुख्यालय पर आवेदन दिया जाएगा।
जबेरा पुलिस ने पकड़ी 11 बैलगाड़ी अवैध लकड़ी
जबेरा
- थाना अंतर्गत जबेरा पुलिस थाने में उपनिरीक्षक राकेश पाठक को मुखबिर
से सूचना प्राप्त हुई थी कि 11 नग बैल गाड़ियों में सुरई जंगल से धोरा
लकड़ी काटकर लाई जा रही है ।सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन
राकेश पाठक ने बताई हुई जगह पर रेट की कार्रवाई की ।तो स्टाप ने घेराबंदी
कर 11 बैल गाड़ियों पर लकड़ी ब 8 आरोपियों को पकड़कर पुलिस के कब्जे लिया
गया ब वन विभाग के अधिकारियों को मौके सूचना दी। सूचना मिलते ही वन विभाग
से एसडीओ ब रेंजर नीरज पांडे अपने स्टाप के साथ थाना जबेरा पहुंचे आरोपी
गणों के विरुद्ध वन अधिनियम के तहत अपराध पाए जाने पर कार्यवाही करते हुए
जुर्माना अधिरोपित किया। उक्त कारवाही में एएसआई राकेश पाठक,प्रधान आरक्षक
प्रवीण सेन,आरक्षक प्रताप सिंह,नीरज सहित पुलिस स्टाप की महत्वपूर्ण भूमिका
रही।
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