महाराणा प्रताप एवं महाराज छत्रसाल जयंती समारोह की तैयारियों हेतु क्षत्रिय समाज की बैठक हुई..
सागर। सागर में एक करोड़ की लागत से युग पुरुष महाराणा प्रताप की प्रतिमा नगरीय विकास विभाग की ओर से लगाई जाएगी। यह घोषणा नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने यहां क्षत्रिय समाज के गौरव महाराणा प्रताप एवं महाराजा छत्रसाल जयंती समारोह की तैयारियों के लिए आयोजित क्षत्रिय समाज की बैठक में की है। उल्लेखनीय है कि 22 मई को इन दोनों महान क्षत्रिय नरेशों की जयंती है जिसे सागर का क्षत्रिय समाज बड़े समारोह के साथ मनाने जा रहा है।
क्षत्रिय समाज की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि महान योद्धाओं महाराणा प्रताप व महाराज छत्रसाल सिर्फ क्षत्रिय समाज के ही नहीं समूचे राष्ट्र के गौरव थे। इन दोनों महापुरुषों ने मुगलों से समझौता नहीं किया और उनसे हिंदू संस्कृति व सनातन धर्म की रक्षा की। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप ने राष्ट्र हित में जीवन जिया, मूल्यों पर लड़ाई लड़ी और जीवन पर्यंत संघर्ष किया। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि इतिहास उन्हीं का होता है जो स्वयं के बजाए राष्ट्र व समाज के लिए काम करते हैं।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि भव्य जयंती समारोह व महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापना का उद्देश्य यह है कि युवा पीढ़ी राष्ट्र के इन वीरों का इतिहास जाने और उनसे प्रेरणा ले। श्री सिंह ने कहा कि सत्ता के शिखर पर पहुंच कर हमें उस सैन्यबल को नहीं भूलना चाहिए जिसके साथ संघर्ष कर के सत्ता का शीर्ष हासिल किया जाए। उन्होंने कहा कि क्षत्रिय समाज में दान की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलना चाहिए और यह भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि अधर्म के रास्तों से घर में धनोपार्जन नहीं हो।
क्षत्रिय समाज के पदाधिकारियों ने मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह द्वारा सागर में महाराणा प्रताप की भव्य प्रतिमा स्थापना की घोषणा पर उनका करतल ध्वनि से अभिनंदन किया। बैठक में क्षत्रिय समाज जिला सागर द्वारा निर्णय लिया गया कि 22 मई को महाराणा प्रताप एवं महाराज छत्रसाल की जयंती पर क्षत्रिय समाज की ओर से विशाल शोभा यात्रा के साथ विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन आयोजनों को सफल एवम सुंदर बनाने के विषय पर सभी वरिष्ठ जनों ने अपने-अपने सुझाव रखे। समाज ने संकल्प लिया कि हम सभी एक रहकर समाज की कुरुतियों को दूर करेंगे, शिक्षित होंगे, जागरूक होंगे, संगठित होकर इस समाज को एक बेहतर दिशा में अग्रगर करेंगे।
बैठक में मध्यप्रदेश खनिज विकास निगम उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह मोकलपुर, सांसद राजबहादुर सिंह, बुंदेल सिंह बुंदेला, फूल सिंह पंडा, कृष्णा सिंह, हरिराम सिंह, साहब सिंह सागोनी, अजीत सिंह भैंसा, बलवंत सिंह, अवधि सिंह बेरखेड़ी, सौभाग्य सिंह धनोरा, अजीत सिंह चीलपहाड़ा, जाहर सिंह, राजकुमार सिंह धनोरा सहित बड़ी संख्या में क्षत्रीय समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
सागर जिले में दूसरे दिवस 819 लोगों ने रक्तदान किया
सागर। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह के जन्मदिन पर आयोजित रक्तदान शिविर के दूसरे दिन सागर जिले में एक दिवस में हुए रक्तदान का रिकार्ड बन गया। इस एक दिन में कुल 819 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ। रक्तदान के लिए लोगों में अभूतपूर्व उत्साह को देख कर स्पष्ट था कि यह जन अभियान बन गया है। सैकड़ों की संख्या में एकत्रित रक्तदाताओं के पहुंचने से पलंगों और स्टोरेज की क्षमता बढ़ाने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था करना पड़ी। मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह शिविर स्थल पर सभी रक्त दाताओं से मिले और उन्हें प्रणाम पत्र भेंट किए।_
यह मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह के प्रति नारीशक्ति का स्नेह और विश्वास है कि शिविर के दूसरे दिवस सागर जिले में एक दिन में कुल रक्तदान एवं महिला वर्ग द्वारा एक दिन में रक्तदान का नया रिकार्ड बना है। कुल 819 रक्तदान एवं 25 महिलाओं द्वारा एक दिन में रक्तदान के इस नये रिकार्ड के पूर्व 2018 में मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह के जन्मदिवस पर आयेजित रक्तदान शिविर में एक दिन में 500 लोगों द्वारा रक्तदान किए जाने का रिकार्ड सागर जिले में था। जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. बिदुआ ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि हम लोगों को इतने बड़े पैमाने पर रक्तदान के लिए विशेष तैयारियां करना पड़ी हैं। पहले दिन पचास पलंगों के एक ब्लाक में रक्तदान हो रहा था। दूसरे दिन 48 पलंगों के साथ ब्लाक नंबर 2 तैयार करना पड़ा।
इस रिकार्ड संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के लोग चकित और उत्साहित दिखे। स्वास्थ्य विभाग के जानकार अधिकारियों ने बताया कि आमतौर पर रक्तदान शिविर में महिला रक्तदाताओं की संख्या सीमित रहती है। लेकिन इस शिविर में जितनी बड़ी संख्या में महिलाओं ने रक्तदान किया वह देखना नया अनुभव है। महापौर संगीता तिवारी, श्रीमती संध्या भार्गव, वरिष्ठ एमआर चंदन बनर्जी की पत्नी बबीता बनर्जी, पार्षद रेखा नरेश यादव, मनाली जैन, श्रीमती नताशा नेवी जैन, पार्षद रानी अहिरवार, उर्मिला सहारे, लवप्रीत गुरोन, सीता कुशवाहा, नजमा खान, पार्वती लोधी, रोशनी कुशवाहा, होली आदिवासी, कुमकुम दांगी, अरूणा कुशवाहा, दृष्टि शिवपुरिया, रिशिता, हिमानी जैन, नीलम सिंह ने रक्तदान कर सिद्ध किया कि रक्तदान जैसे पुण्य कार्य में महिलाएं पुरुषों से पीछे नहीं हैं। इनमें श्रीमती चंदन बनर्जी ने मंत्री श्री सिंह के जन्मदिवस पर पहले के वर्षों में आयोजित सभी रक्तदान शिविरों में रक्तदान किया है।
दूसरे दिन सागर नगर निगम की महापौर डा संगीता सुशील तिवारी, उनके पुत्र सूर्यांश तिवारी और पुत्रवधु प्रीति तिवारी, रिशांक तिवारी ने स्वयं रक्तदान किया साथ ही महापौर प्रतिनिधि डॉ. सुशील तिवारी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में रक्तदाताओं ने अपनी भागीदारी की। निगम अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार, रामू ठेकेदार सहित अनेक पार्षदों ने रक्तदान किया। निगम के अधिकारियों, कर्मचारियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। महापौर ट्राफी में हिस्सा लेने वाली क्रिकेट टीमों के बहुत से खिलाड़ी रक्तदान के लिए पहुंचे। बालाजी बस सर्विस के संचालक मनोज सिंह अपने साथ बण्डा व शाहगढ़ से 44 रक्तदाताओं को लेकर शिविर में पहुंचे। उन्होंने अपने बेटे यश सिंह का जन्मदिन का केक भी रक्तदान शिविर स्थल पर काटा।
रक्तदान शिविर के दूसरे दिन भी कई जिलों से रक्तदाताओं का आगमन जारी रहा। सागर जिले के सभी विकासखंडों के अनेक ग्रामों से रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। खुरई विधानसभा क्षेत्र से आज भी सर्वाधिक भागीदारी रही। सागर नगर के सभी वार्डों से रक्तदाताओं ने हिस्सा लिया। मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने सैकड़ों की संख्या में लगातार आ रहे रक्तदाताओं के लिए शिविर स्थल पर उपस्थित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से अतिरिक्त स्टाफ, पलंग और स्टोरेज क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि रक्तदाताओं को रक्तदान के लिए प्रतीक्षा नहीं करना पड़े।
दीपाली स्टाफ ने रक्तदाताओं को पौष्टिक भोजन, फलों के रस के टेट्रा पेक, ब्रांडेड फ्लेवर्ड मिल्क, मिनरल वाटर की आपूर्ति पूरे समय निर्बाध गति से बनाए रखी। जिला चिकित्सालय व बुंदेलखंड मेडीकल कॉलेज के साथ नगर की प्राइवेट चिकित्सा संस्थानों की ओर से आज बड़ी संख्या में डाक्टरों, टेक्नीशियनों, नर्सिंग स्टाफ और सहायक स्टाफ ने रक्तदान शिविर की व्यवस्थाएं संभालने के साथ स्वयं भी रक्तदान किया।
मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने इन रक्तदाता वीरांगनाओं के साथ सभी रक्तदाताओं के प्रति हृदय से धन्यवाद देते हुए कहा कि रक्तदान सबसे बड़ा दान है। मेरे जन्मदिन के निमित्त इकट्ठा होने वाला रक्त पूरे साल भर सागर के अस्पतालों में रक्त की उपलब्धता बनाए रखता है। बहुत से गरीब जरूरतमंद ऐसे होते हैं जिन्हें केंसर व अन्य व्याधियों में रक्त की आवश्यकता होती है ऐसे में यह रक्त जीवन बचाने का काम करता है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि हमारी बहिनों ने आज रक्तदान का कीर्तिमान स्थापित किया है। इससे समस्त नारी शक्ति को रक्तदान की प्रेरणा मिलेगी।
सागर की धरती पर आयोजित इस एतिहासिक रक्तदान शिविर में जातपात, लिंग भेद, अमीर गरीब जैसे भेदों से ऊपर उठकर रक्तदान किया। सूची देखने से पता चलता है कि इसमें मुस्लिम, सिख, जैन, क्रिश्चियन सभी शामिल हैं। प्रातः नौ बजे से शुरू हुआ रक्तदान का सिलसिला देर शाम समाचार लिखे जाने तक भी जारी था।
काठ की हांडी एक बार ही चढ़ती है, जनता इनको कभी दोबारा मौका नहीं देगी.. मंत्री भूपेंद्र सिंह
सागर। मध्यप्रदेश में 15 महीने चली कांग्रेस सरकार को भ्रष्टाचार के कई कीर्तिमानों के लिए याद किया जाता रहेगा। उस दौरान चले तबादला उद्योग, कमलनाथ के स्टाफ से छापों में बरामद हुई करोड़ों की धनराशि, महिला बाल विकास विभाग में हुए पोषण आहार घोटाले और मोबाइल फोन खरीद घोटाले कमलनाथ सरकार की नीति और नीयत पर कलंक की तरह हमेशा लगे रहेंगे। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने एक प्रेस नोट में कमलनाथ सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार के कुछ कारनामो को रेखांकित करते हुए उसे जनविरोधी और भ्रष्ट सरकार बताया।
मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश की जनता वे दिन नहीं भूल सकती जब कांग्रेस सरकार के आते ही शुरूआती दिनों से ही यह साफ संदेश गया कि थोकबंद तबादलों की आड़ में व्यापक वसूली अभियान कमलनाथ सरकार ने चलाया था। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि तबादला उद्योग में कमलनाथ का मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर निचले स्तर तक के कांग्रेस कार्यकर्ता दलाली में सक्रिय थे और ’’इस हाथ पैसा दे उस हाथ आर्डर ले जा’’ का वातावरण बन गया था। तत्कालीन कमलनाथ सरकार के मंत्री श्रीमती इमरती देवी का तो अपनी ही सरकार पर आरोप लगाते हुए वीडियो तक वायरल हुआ था जिसमें वो कह रहीं थी की ट्रांसफर कराने के लिए सरकार में पैसे लगते हैं। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार में बल्लभ भवन की पहचान दलालों के अड्डे के रूप में प्रचारित हो गई थी।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि अप्रैल 2019 में मुख्यमंत्री रहते कमलनाथ के स्टाफ के ठिकानो पर आयकर ने छापे मारे थे। कार्रवाई के दौरान करीब 35 करोड़ के अवैध लेन-देन के सुबूत हाथ लगने का दावा आयकर ने कोर्ट के सामने किया। आयकर विभाग ने कोर्ट में बताया था कि छापों के दौरान 20 करोड़ के नगद लेनदेन के सबूत जैसे वाट्सएप चैट, पर्चियां व एंट्री हाथ लगे थे।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान भ्रष्टाचार की स्थिति यह थी कि कांग्रेस सरकार के मंत्री ही अपनी सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर कर रहे थे। तत्कालीन वन मंत्री उमंग सिंगार ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर खुलकर आरोप लगाया था कि वे पर्दे के पीछे से सरकार चला रहे हैं, रेत और शराब का धंधा करवा रहे हैं और आईएएस व आईपीएस के तबादलों में दखलंदाजी कर रहे हैं। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश की जनता 15 महीनों में ही कांग्रेस और कमलनाथ की असलीयत पहचान कर सतर्क हो चुकी है। उन्होंने कहा कि “काठ की हांडी एक बार ही चढ़ती है“ जनता इनको कभी दोबारा मौका नहीं देगी।
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