हिनोता हत्याकांड के विरोध में ब्राह्मण समाज का प्रदर्शन
दमोह। मंगलवार को जिला मुख्यालय दमोह के अस्पताल चौराहे मानस भवन में भारी संख्या में ब्राह्मणों का एकत्रीकरण हुआ अस्पताल चौराहे से पैदल मार्च कर सभी पुलिस अधीक्षक कार्यालय कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे जहां जमकर नारे बाजी करते हुए ज्ञापन सौंपा गया विगत दिनों दमोह के पथरिया हिनोता ग्राम में हुए दो वृद्ध ब्राह्मणों के हत्याकांड कांड में अपराधियों की गिरफ्तारी न होना न ही कोई उचित कार्यवाही न होने के विरोध में सर्व ब्राह्मण समाज दमोह द्वारा बड़ा प्रदर्शन किया गया
पुलिस थाना पथरिया ग्राम हिनौता में ब्राह्मण बंधुओं रामसेवक शुक्ला आयु 65 वर्ष एवं रामनाथ शुक्ला आयु 68 वर्ष की जघन्य हत्या दिनांक 28 फरवरी 2023 को गोली मारकर की गई थी जिसकी प्राथमिक सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर नामजद आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई करा कर दंडित करने का निवेदन किया गया था घटना दिनांक से आज तक पुलिस थाना पथरिया की पुलिस की सक्रियता के बावजूद भी फरार आरोपियों की गिरफ्तारी संभव नहीं हो सकी जिस कारण उनकी गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किया गया, इनाम घोषित होने के बाद उनके फोटोग्राफ्स को आम जनता में प्रकाशित कराकर उनकी गिरफ्तारी कराया जाना न्याय हित में आवश्यक है साथ ही घटना में संलिप्त आरोपियों के अतिक्रमण कर बनाए गए निर्माण को गिराया जाना भी न्याय हित में आवश्यक है जिससे समाज में अपराध करने के प्रति लोगों में डर व भय वातावरण बनाया जा सके
मध्य प्रदेश शासन के अपराध के प्रति जीरो टारलेस नीति का अनुपालन कराते हुए हत्याकांड के आरोपियों पर इनाम घोषित किए जाने के बाद आम जनता में उनके फोटोग्राफ प्रकाशित कराकर यथा शीघ्र गिरफ्तारी कराने एवं उनके अतिक्रमण किया जाना न्याय हित में आवश्यक है दमोह जिले के सभी ब्राह्मण बंधु शासन से मांग करते हैं की शीघ्र उचित कार्यवाही की जाए अन्यथा आगे इस विषय पर संपूर्ण प्रदेश में उग्र आंदोलन होगे। ज्ञापन में दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह के अनेक ग्रामीणों पटेरा, हटा, पथरिया, बटियागढ़, जबेरा, तेंदूखेडा, गूंजी, बांदकपुर, आनू, हिनोता के हजारों विप्र बंधुओ सहित मात्र शक्ति की उपस्थिति रही।
परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षक 15 से अवकाश पर
दमोह। प्रदेश के परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों की लम्बे समय से लंबित महत्वपूर्ण मांगे पूरी नहीं होने के कारण दिनांक 15 मार्च 2023 से सामूहिक अवकाश पर जा रहे है। जिसकों लेकर आईसीडीएस परियोजना अधिकारी सब एवं पर्यवेक्षक संयुक्त मोर्चा संघ ने कलेक्टर को ज्ञापन सौपते हुए अवगत कराते हुए जानकारी दी। ज्ञापन देने वालों में परियोजना अधीकारी शिव राय हटा कृपाल अठ्या पटेरा
राजकुमार लड़िया पर्यवेक्षक अर्पिता नाथन सरस्वती यादव प्रियंका ठाकुर नीति
रजक शकुंतला राठौर सुरेश शुक्ला राजू नामदेव और बड़ी संख्या में संयुक्त
मोर्चा आईसीडीएक परियोजना अधिकारी संघ एवं पर्यवेक्षक संघ मप्र संघ के
लोगों की उपस्थिति रही।
उल्लेनीय है कि महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक विगत 30 वर्षों से अपनी लंबित मांगों को लेकर संघर्षरत है साथ ही विगत दो वर्षों से संयुक्त मोर्चा संघ द्वारा प्रभावी तरीके से निस्तर शासन का ध्यान आकर्षित करते हुए विभिन्न ज्ञापनों के माध्यम से विभागीय मंत्री महोदय मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव महोदय प्रमुख सचिव महिला बाल विकास विभाग एक आयुक्त महोदय को अनेक बार ज्ञापन दिये गये।लंबित मांगों यथा वेतन विसंगति ग्रेड.पे टाईमस्केलए पदोन्नति संविदा पर्यवेक्षकों का नियमितीकरण विकास खंड महिला सशक्तिकरण अधिकारी के पद से प्रभारी शब्द हटाकर परियोजना अधिकारी पद पर मर्ज करने सहित विभिन्न मांगों के लिए संघर्षरत रहते हुए शासन को शांतिपूर्ण ढंग से विभिन्न अवसरों पर लिखित अवगत कराया। उक्त मांगों के संबंध में अनेकों बार ज्ञापन दिये गयेए विभागीय अधिकारियों को बैठक के माध्यम से लिखित एवं मौखिक रूप से अनेको बार अवगत कराया गया किन्तु विभाग द्वारा लगातार उपेक्षा किये जाने मांगों का साधानकारक हल न किये जाने गंभीरतापूर्वक विचार न करने कोइ निश्चित समय सीमा में समाधान न किये जाने मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन भारसाधक मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त मार्चा को मिलने का समय न दिये जाने प्रथम दृष्टया निरंतर उपेक्षित व्यवहार किये जाने से बहुत ज्यादा असंतोष है।
मुख्यमंत्री मप्र शासन द्वारा विभिन्न कर्मचारी संघ की मांगों के निराकरण हेतु गठित शिव चौबे अध्यक्ष सामान्य वर्ग उद्योग ;कविनेट मंत्री दर्जा माननीय सुल्तान सिंह शेखावत अध्यक्ष असंगठित कर्मकार कल्याण मंडल ;केविनेट मंत्री दर्जा एवं मप्र राज्य कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेशचंद्र शर्मा ;राज्यमंत्री दर्जा म०प्र० शासन को भी संयुक्त मोर्चा द्वारा अनेकवार लिखित एवं मौखिक रूप से अपनी मांगों के संबंध में अवगत कराया गया। जबकि माननीयाँ के आश्वासन पर ही दिनांक 21 .25 मार्च 2022 के दौरान संयुक्त मोर्चा ने अपनी सामूहिक हड़ताल स्थगित की थी किन्तु उसके बाद आज दिनांक तक कोई निराकरण नहीं हुआ न ही माननीय मुख्यमंत्री मप्र शासन से मुलाकात कराई गई। संयुक्त मोर्चा संघ की मांगों के संबंध में समाधानकारक हल नहीं निकाले जाने व आज दिनांक तक कोई ठोस कदम न लिये जाने से व्यथित होकर संयुक्त मोर्चा संघ ने यह निर्णय लिया हैं कि हम सभी दिनांक 15 मार्च 2023 से समुचितहल न मिलने तक सामूहिक अवकाश पर रहेंगें।
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