वन कर्मियों को कट्टे दिखाकर धमकाने वाला गिरफ्तार
नौरादेही
अभ्यारण्य में वन माफियाओं के हौसले बुलंद अभ्यारण्य के सिगपुर वन
परिक्षेत्र के पीपला सर्किल में रात्रि गश्त कर रहे वनकर्मियों को वन
माफिया ने वनकर्मियों को कट्टे से धमकाने का प्रयास बीती रात करीब 1 बजे
रात्रि गश्त के दौरान किया गया। प्राप्त जानकारी के
अनुसार सिंगपुर परिक्षेत्र की पीपला सर्किल के बीट गार्ड कोमल प्रजापति
अपने सुरक्षा श्रमिकों के साथ रात्रि मे 12 बजे पैदल गस्ती कर रहे थे। तभी
उन्हें खापरा खेड़ा beat में किसी पेड़ के गिराने को आवाज आयी। उन्होंने अपने
पीपला बीटगार्ड अनिल घनघोरिया को mobile फ़ोन से तुरंत उनके पास पहुँचने का
आदेश दिया। बीटगार्ड अनिल घनघोरिया शासकीय पिकअप वहां से अपने 4 सुरक्षा
श्रमिकों के साथ 20 मिनट में स्थल पर पहुंच गए। उन्हीने आवाज की दिशा मे
जाकर देखा तो 2 व्यक्ति लोहे के आरे से सागौन के मोटे पेड़ को काट रहे थे।
जिसके बाद सभी लोगो ने मिलकर उसे पकड़ लिया।
उसकी पहचान आदतन अपराधी जुझार
सिंह राजपूत उर्फ़ पप्पू और उसके रिश्तेदार तेजी सिंह के रूप मे हुयी।
पप्पू फिर भी कर्मचारियों को स्थानीय होने और अपने भाई के हत्यारे होने की
धमकी देता रहा।पप्पू कई बार वन कम्पो में अवैध देशी कट्टा, तबल और फरसा
जैसे हथियारों के साथ पहुंचकर उनमे भय का माहौल बना चूका था तो उसे पकड़ने
की हिम्मत किसी कर्मचारी ने नहीं की। पप्पू अपने एक साथी के साथ सभी
वंकार्मियों को धौंस देता रहा। तभी सूचना परिक्षेत्र अधिकारी सिंगपुर सौरभ
जैन को फ़ोन पर दी गयी। वह तुरंत हथियारों के साथ स्टाफ को लेके घटना स्थल
पर पहुंचे जहाँ पप्पू व उसके साथी को गिरफ्तार करके रहली कार्यालय लाया
गया।
जब पुलिस थाने रहली मे उसके खिलाफ चल रहे मुकद्दमों की जानकारी मांगी
गयी तो उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 458, 363, 323, 354, 354 (घ) ,506
और पोस्को एक्ट की धारा 7/8,11/12 के तहत कई प्रकरण दर्ज पाए गए हैँ। उसके विरुद्ध भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं के
अधीन मामला दर्ज करके माननीय न्यायलय के सामने पेश किया गया जहाँ से उसे
रहली जेल भेज दिया गया है । कार्यवाही मे परिक्षेत्र सहायक कोमल प्रजापति,
राजेंद्र रोहित, संदीप श्रीवास्तव और बीट गार्ड अनिल घनघोरिया, हुकुम सिंह,
रक्षपाल गोंड के साथ सभी सुरक्षा श्रमिकों की मुख्य भूमिका रही। विशाल रजक की रिपोर्ट
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