चंदला विधायक को मिला मलहरा विधायक भी साथ..
छतरपुर जिले के चंदला से भाजपा विधायक राजेश प्रजापति को बीती रात लवकुश नगर थाना प्रभारी की दबंगता का शिकार होने के बाद उनको जहां मलहरा से भाजपा विधायक प्रदुमन सिंह का साथ मिलता नजर आया वही एसपी सचिन शर्मा को टीआई को लाइन अटैच करना पड़ा। लेकिन इस मामले को लेकर वायरल वीडियो ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर थाना प्रभारी महोदय को किसकी दम या संरक्षण प्राप्त था जो के द्वारा सत्तारूढ़ दल के विधायक के साथ इस तरह का व्यवहार किया गया..?
इस पूरे घटनाक्रम के सामने आए वीडियो में थाना प्रभारी हेमंत नायक तथा थाने के द्वार पर धरने पर बैठे भाजपा विधायक राजेश प्रजापति के बीच जमकर तकरार होती साफ नजर आई वही थाना प्रभारी विधायक पर फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराने का दबाव बनाने की बात करते नजर आए। जिस पर विधायक द्वारा बकवास नहीं करने की बात कहने पर थाना प्रभारी एकदम से तैश में आ जाते हैं और और इसके बाद उनका जो बर्ताव देखने को मिला वह एक जनप्रतिनिधि के प्रति तो कहीं से भी ठीक नहीं कहा जा सकता।
घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मलहरा विधायक प्रदुमन सिंह और भाजपा के अनेक कार्यकर्ताओ ने भी लवकुश नगर थाने पहुंचने में देर नहीं की। मामले की जानकारी छतरपुर एसपी सचिन शर्मा तक पहुंचने के बाद उनको भी देर रात लवकुश नगर थाना पहुंचना पड़ा। जहां थाना प्रभारी हेमंत नायक को लाइन अटैच किए जाने के निर्देश दिए जाने के बाद ही भाजपा के दोनों विधायक धरने से वापस उठे।
इस पूरे मामले को लेकर बताया जा रहा है कि चंदला क्षेत्र की एक महिला के साथ रेप तथा मारपीट के मामले को लेकर पुलिस द्वारा रिपोर्ट नहीं लिखे जाने पर पीड़िता के परिजनों की शिकायत पर विधायक महोदय लवकुश नगर थाने पहुंचे थे। लेकिन पहले से उपरोक्त मामले में रिपोर्ट दर्ज नहीं करने की मंशा बना चुके थाना प्रभारी इस मामले में विधायक को बीच में पड़ता देख कर आग बबूला होकर भड़क उठे। एसपी ने हालांकि थाना प्रभारी को लाइन अटैच करके फिलहाल इस मामले का पटाक्षेप कर दिया है लेकिन सवाल तब भी यही उठता है कि क्या थाना प्रभारी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि वह सत्तारूढ़ दल से जुड़े विधायक पर आग बबूला होकर आम फरियादी की तरह धौंस दे रहे हैं..?
यह पूरा घटनाक्रम पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के टीकमगढ़ छतरपुर दौरे के ठीक पूर्व सामने आया है जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि कही इन थाना प्रभारी महोदय को भी इस बात का गुमान तो नहीं हो गया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा जा रही है और कांग्रेस कांग्रेस की सरकार आ रही है। या फिर इनको भाजपा के ही किसी बड़े नेता मंत्री का संरक्षण तो प्राप्त नहीं है जो इनके द्वारा इस तरह का व्यवहार निर्वाचित जनप्रतिनिधि के साथ किया गया..
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