हल्दी लगी कन्या कलेक्टोरेट के चक्कर लगाने मजबूर
दमोह। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत जबेरा विधानसभा अंतर्गत तेंदूखेड़ा में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन के अवसर पर जबेरा विधायक जहां भाजपा जिंदाबाद और फूल कमल का खिला रहेगा के नारे लगवाते तालियां बजवाते नजर आए वही वहीं दूसरी ओर योजना तहत सामूहिक विवाह सूची से ऐन मौके पर नाम काट दिए जाने से परेशान एक युक्ति अपने परिजनों के साथ कलेक्ट्रेट में भटक कर शिकायत करते हुए हालात के लिए जिम्मेदार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पर कार्यवाही किए जाने की मांग करती नजर आई। दरअसल जलहरी गांव निवासी दुर्गा रैकवार का नाम भी तेंदूखेड़ा में होने वाले सामूहिक विवाह सम्मेलन की सूची में था जिसके चलते परिवार में विवाह की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई थी यहां तक की हल्दी की रस्म भी पूरी हो चुकी थी और रिश्तेदार भी आ चुके थे लेकिन एन मौके पर उनके परिजनों को जानकारी दी गई दुर्गा का नाम सूची से हटा दिया गया है। जिससे उनके पैर तले जमीन खिसक से देर नहीं लगी।
बताया जा रहा है कि गांव की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता जोकि इनके परिवार से द्वेष भावना रखती थी तथा रिश्ते में चचेरी बहन लगती थी के द्वारा विवाह कार्यक्रम अधिकारी को यह गलत जानकारी दे दी गई की दुर्गा तो इस गांव में रहती ही नहीं है। जिसके बाद बिना जांच पड़ताल किए अधिकारियों ने दुर्गा का नाम सामूहिक विवाह सम्मेलन सूची से हटा दिया। इधर इस बात की जानकारी जब रैकवार परिवार को लगी तो वह संबंधित दस्तावेज लेकर अधिकारियों के चक्कर लगाते रहे। लेकिन जब किसी ने उनकी नहीं सुनी तो मजबूरी वश जिला मुख्यालय पहुंचे। यहा भी कलेक्टर तथा एडीएम सहित किसी भी वरिष्ठ अधिकारी के नहीं मिलने पर प्रभारी एसएलआर को ज्ञापन सौंपने के बाद मीडिया को अपना दुखड़ा सुना कर उन्हें वापस गांव लौटने को मजबूर होना पड़ा। हालात देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि किन विपरीत परिस्थितियों में हल्दी लगी हालत में होने वाली दुल्हन को कलेक्ट्रेट पहुंचकर योजना के लाभ के लिए गुहार लगाना पड़े वही उसके साथ उसकी चचेरी बहन ने जो गलत जानकारी देकर बर्ताव किया उसे देखकर यही कहा जा सकता है कि दुश्मन ना करे दोस्त ने वो काम किया है..
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना सामूहिक विवाह संपन्न
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