तार फेंसिंग में फंसा तेंदुआ देख ग्रामीणों में फैली दहशत
मध्य प्रदेश में नए साल में शीत लहर के साथ कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को अस्त व्यस्त करके रख दिया है वही जीव जंतु परिंदों के भी हाल बेहाल है इनके लिए सूर्य देव के दर्शन और तेज धूप ही मुख्य सहारा है ऐसे ही कुछ हालातों में ठंड से बचने के लिए गांव की तरफ भागे एक तेंदुए के तार फेंसिंग में फस जाने का घटनाक्रम सामने आया है जिसकी जानकारी लगने पर बांधवगढ़ से आई वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू करके तेंदुआ को वापस जंगल में छोड़ने में कामयाबी हासिल की है।
कटनी वन परिक्षेत्र कंहवारा के कक्ष क्रमांक 84 के पौंड़ी ग्राम में शुक्रवार को एक तेंदुए को एक खेत मे लगी तार फेंसिंग में फंसा देखकर ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल निर्मित होते देर नहीं लगी। डायल 100 और वन विभाग को सूचना लगते ही वन विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालात देखें लोगों की भीड़ को दूर किया और उमरिया जिले के बांधवगढ़ रेस्क्यू टीम को सूचना दी।
दो घंटे बाद मौके पहुची रेस्क्यू टीम ने तेंदुए को बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर तार फेंसिंग से बाहर निकाला और साथ लाई रेस्क्यू वैन में रख लिया। उसके बाद ही ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। डीएफओ गौरव शर्मा ने बताया क तेंदुए की उम्र लगभग 4वर्ष और वजन 40/ 45 किलो के बीच है। ये कटनी वन परिक्षेत्र कंहवारा के कक्ष क्रमांक84 की फेंसिंग में फंसा था जिसका रेस्क्यू बांधवगढ़ की रेस्क्यू टीम द्वारा कर लिया गया है उसे सामान्य चोट आई थी उपचार के बाद उसे बांधवगढ़ में छोड़ दिया जाएगा।
धूप का आनंद लेने सड़क पर आ गए हिरण नीलगाय
दमोह जिले के मडियादो कलकुआं मार्ग जोकि बफर जोन में आता है और जटाशंकर तरफ जाता है कि चारों तरफ बड़ी संख्या में हिरण नीलगाय बारहसिंघा रोज जैसे सरपट भागने वाले वन्य जीव बड़ी संख्या में है लेकिन कड़ाके की ठंड की वजह से इनके भी हाल बेहाल बने हुए हैं।
कलकुआ मार्ग से जटाशंकर जा रहा है कुछ लोगों ने जब सड़क पार करके निकल रही नीलगाय को देखा तो उन्होंने अपनी गाड़ी रोक ली और बाद में जब उन्होंने आसपास नजर दौड़ाई तो धूप का आनंद लेते हिरण बारहसिंघा नील गाय के बच्चे आदि भी नजर आए उपरोक्त नजारे को लोग अपने मोबाइल कैमरे में कैद करने से नहीं चूके।
उल्लेखनीय है कि शीतलहर के बीच कड़ाके की ठंड जंगल में और भी अधिक लगने और ऐसे में धूप के निकल आने पर सूर्य देव के दर्शन और धूप का आनंद जीवनदायिनी हालात से कम नहीं होते यह बात आम इंसानों के साथ वन्यजीवों और आसमान में उड़ने वाले पंछी परिंदों पर भी लागू होती है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि धूप निकलते ही उबड़ खाबड़ जगह छोड़कर यह वन्य जीव सड़क पर आकर गुनगुनी धूप का आनंद लेते नजर आए। संजय जैन की रिपोर्ट
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