सेठ दंपत्ति के अपने ही घर में रक्तरंजित शव मिले..
पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना में शनिवार को सामने आए दिल दहला देने वाले सनसनीखेज घटनाक्रम ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। बागेश्वर धाम सरकार के भक्त प्रतिष्ठित कपड़ा व्यवसाई संजय सेठ और उनकी धर्मपत्नी मीनू की रक्तरजित लाश उनके ही घर में मिलने के बाद पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद करते हुए दोनों शवो को पोस्ट मार्टम के लिए भेज कर जांच शुरू कर दी है। सुसाइड नोट में जहां बड़ी प्रॉब्लम लिखे होने की जानकारी सामने आई है वही संजय सेठ द्वारा अपनी लाइसेंसी बंदूक से पहले पत्नी को गोली मारने और फिर खुद को गोली मारकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेने का घटनाक्रम बताया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी अनुसार पन्ना के प्रतिष्ठित कपड़ा व्यापारी संजय सेठ (48) पुत्र स्व. रामरतन सेठ किशोरगंज मोहल्ला स्थित अपने पैतृक घर की पहली मंजिल में रहते थे। शनिवार दोपहर दूध वाले ने घर पहुंचकर काफी देर तक दरवाजे पर दस्तक दी। लेकिन अंदर से कोई आवाज़ नहीं आई। जिस पर नीचे मौजूद परिजनों व आस-पड़ोस के लोगों को जब इसका पता चला तो अनहोनी की आशंका के चलते आनन-फानन में संजय के कमरे की खिड़की तोड़ा गया। कमरे के अंदर का दृश्य देखा तो सभी सन्न रह गए। कमरे में संजय और उनकी पत्नी मीनू खून से लथपथ पड़े थे।
इस दिल दहला देने वाली घटना की सूचना पुलिस को दिए जाने पर कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचने में देर नहीं की इधर एएसपी आरती सिंह, एसडीओपी बीएस बारीबा, कोतवाली थाना प्रभारी अरुण सोनी भी मौके पर पहुंच गये। पुलिस को कमरे के अंदर शवों के पास बारह बोर की बंदूक मिली है। प्रथम दृष्टया यह माना जा रहा है कि पत्नी को गोली मारने के बाद संजय ने खुद को शूट कर लिया। दोनों के सीने पर गोली लगने के निशान पाए गए हैं। कमरे के अंदर रखा टीव्ही काफी तेज आवाज़ में चालू था। शायद इसी कारण घर के ग्राउंड फ्लोर (भूतल) में मौजूद परिजनों को गोली चलने की भनक तक नहीं लग सकी।
जिस कमरे में सेठ दंपत्ति के शव मिले है वहीं रखे रजिस्टर में सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें आत्महत्या के कारण संबंध में सिर्फ इतना ही लिखा है कि, हमारे सामने बड़ी प्रॉब्लम थी। लेकिन प्रॉब्लम के बारे में खुलकर कोई उल्लेख नहीं किया है। निरीक्षक अरुण सोनी ने बताया, अब तक की जांच में यह मामला पूरी तरह से सुसाइड का जान पड़ता है। पन्ना एसडीओपी बीएस बारीबा ने बताया कि सुसाइड नोट में दंपत्ति ने उल्लेख किया है कि उन्हें किससे कितने रुपए मिलने हैं। इसके अलावा अपने दोनों बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी बड़े भाई को सौंपने की बात लिखी है। सेठ दंपत्ति का बेटा घटना के वक्त ट्यूशन गया था जब की बेटी भोपाल में पढ़ती है। पुलिस ने सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से परीक्षण कराने तथा घटना के कारणों का पता लगाने के लिए सभी पहलुओं की बारीकी से जांच कराने की बात कही है। परिवार के सदस्यों का कहना है कि संजय सेठ और उनकी पत्नी बागेश्वर धाम सरकार के अनन्य भक्त थे और उन में गहरी आस्था रखते थे। इस घटना के पूर्व फेसबुक लाइक कर जो वीडियो सामने आया है उसमें भी वह अपने गुरु बागेश्वर धाम सरकार से माफी मांगते नजर आ रहे हैं। जिन लोगों से उनका लेन देन है उनका भी उल्लेख करते बेटी बेटे के अच्छे घर में विवाह कराने की बात करते नजर आ रहे हैं। उनके निधन की खबर से बागेश्वर धाम सरकार के स्थानीय भक्तों में भी गहन दुख का माहौल बना हुआ है। ओम शांति शांति शांति
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