Ticker

6/recent/ticker-posts
1 / 1

डेंजरर्स एडवेंचर्स अन्तर्वेद स्पोर्ट्स लांगेस्ट वर्ल्ड टूर बाई ऑन फुट जर्नी टीम ने कलेक्टर से की मुलाकात.. विश्व के 11 देशों में 4 लाख 35 हजार किलोमीटर की पद यात्रा कर चुके है टीम के सदस्य.. विश्व पदयात्रा के दौरान 14 करोड़ 50 लाख पौधों का रोपण..

द स्पोर्ट्स लांगेस्ट वर्ल्ड टूर टीम की कलेक्टर से मुलाकात
डेंजरर्स एडवेंचर्स अन्तर्वेद स्पोर्ट्स लांगेस्ट वर्ल्ड टूर बाई ऑन फुट जर्नी के माध्यम से अब तक विश्व के 11 देशों में 4 लाख 35 हजार किलोमीटर की विश्व पद यात्रा गोविन्दानंद महेन्द्र प्रताप एवं जितेन्द्र प्रताप की टीम द्वारा की जा चुकी है। इस विश्व शांति विश्व पदयात्रा द्वारा वर्ष 2018 में विश्वपदयात्रा के दौरान दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउण्ट एवरेस्ट की यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न की गयी। माउण्ट एवरेस्ट की यात्रा करते समय टीम के एक साथी स्वण् श्री अशोक कुमार को वहीं खो दिया। इस विश्वशांति विश्वपदयात्रा के दौरान अब तक इनके द्वारा 14 करोड़ 50 लाख पौधों का वृक्षारोपण भी कराया जा चुका है।

गोविन्दानंद महेन्द्र प्रताप एवं जितेन्द्र प्रताप ने कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य से आज भेट की।विश्वशांति विश्वपदयात्रा का मूल उद्देश्य विश्वशांतिए पर्यावरण संरक्षण प्रदूषण संरक्षण वन संरक्षण वन्यजीव संरक्षण बेटी बचाओ.बेटी पढ़ाओ सड़क सुरक्षा जल संरक्षण स्वच्छ भारत कोरोना कोविड.19 नशा उन्नमूलन इत्यादि है। अब तक टीम द्वारा देश के समस्त प्रदेशों की विश्वशांति विश्वपदयात्रा करते हुए उत्तरप्रदेश के 75 जनपदों की विश्वपदयात्रा करने के बाद देवभूमि उत्तराखंड के समस्त 13 जनपदों की विश्वपदयात्रा संपन्न करते हुए राजस्थान के संपूर्ण 33 जनपदों की यात्रा करके मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक पावन भूमि के 52 जनपदों में से भिंडए मुरैना ग्वालियर दतिया शिवपुरी गुना अशोक नगर विदिशा रायसेन भोपाल सागर दमोह सहित 13 जनपदों की यात्रा पूरी करते हुए समस्त 39 जनपदों की यात्रा पूरी करना शेष है। विश्वशांति विश्वपदयात्रा की शुरुआत 30 जुलाई 1980 को जनपद लखीमपुर खीरी उत्तरप्रदेश के अवध बिहारी लाल द्वारा शुरू की गई थी। वर्ष 1995 को इस टीम में गोविन्दानंद महेन्द्र प्रताप एवं जितेन्द्र प्रताप भी जुड़े अब इस टीम में 20 सदस्य हैं। विश्वशांति विश्वपदयात्रा का नाम गिनीज बुक लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। यह विश्वशांति विश्वपदयात्रा देवभूमि उत्तराखंडए राजस्थान से होते हुए मध्यप्रदेश में आई है।

Post a Comment

0 Comments