नोहटा में आयुष हैल्थ चैकअप मेगा केम्प का शुभारंभ
दमोह। प्रधानमंत्री जी ने कहा था जब कोरोना आया तब कोरोना के समय भारतीय जीवन पद्धति और भारतीय चिकित्सा पद्धति यही आज दुनिया में सर्वोच्च स्थान पर बैठे हैं। कोरोना के बाद वह तमाम विद्याएं जो अपने आपको चिकित्सा विज्ञान में बहुत ऊपर मानती थीं उनके पास में कोई इलाज नहीं था यदि कोई इलाज है तो वह भारतीय चिकित्सा पद्धति में है आयुर्वेद में है योग में है हमारी औषधियों में है। हम भाग्यशाली हैं कि हम भारत में पैदा हुए लेकिन यह हजारों साल पुरानी परंपरा है। इस आशय के विचार केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं जलशक्ति राज्यमंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने आज जबेरा तहसील के ग्राम नोहटा में आयोजित आयुष हैल्थ चैकअप मेगा केम्प में व्यक्त किये। इस मौके पर जबेरा विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य खासतौर पर मौजूद थे।
केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा हमें ये बातें तय करनी पड़ेगी कि हम शिक्षित हो हम 50 भाषाएं सीख जाएं लेकिन जो हमारा मूल है उससे ज्यादा बेहतर कोई और नहीं है। ऋषि चरक के बारे में हम तय नहीं कर पाए लेकिन जर्मन ने आज से 25 साल पहले यह कह दिया था की चरक संहिता 5 हजार वर्ष पुरानी हैए यानी हम 5 हजार साल पहले से जानते थे कि जीवन क्या होता है बीमारी का मतलब क्या होता हैए बीमारी का स्थाई समाधान क्या होता है। जर्मनी की दृष्टि से यह बात हम 5 हजार साल पहले से तो जानते ही हैं । हमने जो औषधि ज्ञान खो दिया है जिन औषधियों के अस्तित्व को हमने समाप्त कर दिया है उन को पुनर्जीवित करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा भारतीय चिकित्सा विज्ञान और आयुष की परंपरा पर गर्व करते हुए हमें इसे फिर से धारण करने की जरूरत है। उन्होंने योग और बचपन से की हुई मेहनत का परिणाम है हम अपने शरीर के सामर्थ्य में को लेकर आगे बढ़ रहे है शरीर के सामर्थ्य में अपका संयम और श्रम यह सब चीजें बहुत जरूरी होता है। नई पीढ़ी के बच्चेए आगे यशस्वी हो और इस देश को और ऊंचाइयों पर पहुंचाएं इसलिए जरूरी है कि ऐसे शिविरों का आयोजन करें उनमे हिस्सेदार बने। यदि हम बीमार ना हो फिर भी हम शिविर से जानकारी लेकर जाएं ताकि कोई मदद की जरूरत पड़े तो आप दे सकें। उन्होंने जिला प्रशासन और आयुष विभाग का आभार व्यक्त किया। जबेरा विधायक धर्मेन्द्र सिंह लोधी ने बताया आयुष विभाग के शिविर के माध्यम से नोहटा में तमाम प्रकार के रोगों की औषधियां यहां प्रदान की जायेंगी। जिन लोगों को किसी भी प्रकार की बीमारी हैए वे निश्चित रूप से यहां पर आए और आयुष चिकित्सा के माध्यम से बीमारियों का इलाज करवाएं। निश्चित रूप से यह शिविर आने वाले समय में आयुर्वेद को और आगे बढ़ाने के लिए और आयुर्वेद के उन्नयन के लिए बहुत अच्छा साबित होगा। ऐसे शिविरों का सभी लोग लाभ उठाये।विधायक श्री लोधी ने शिविर में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से सहयोग कर रहे हैं लोगों को तथा कार्यक्रम में उपस्थित सभी पदाधिकारिगणों का और आयुष विभाग की टीम का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में जिला आयुष अधिकारी डॉ राजकुमार पटैल ने आयुष हैल्थ चैकअप मेगा केम्प के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के अंत में पौधा भेंट कर अतिथियों को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर एसडीएम अविनाश रावतए तहसीलदार अरविंद यादव सांसद प्रतिनिधि रूपेश सेन भाव सिंह मासाब डॉण् अनुराग कुमार डॉ बीएम गौतम डॉ अनंतराम पटेल डॉ प्रियंका जैन डॉ रामजी मांझी डॉ तपस्या उपाध्याय एवं डॉ मनीष पटेल नोहटा सरपंच सोनम यादव लाल सिंह यादव संदीप यादव डॉ वैदेही चौरसिया मूरत सिंह सुरेश जैन सतपाल सिंह जुगल शर्मा भारत सिंह गोविंद यादव शीतल राय सचिन जैन जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।
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दमोह। फरियादी
राजा कुरैशी ने थाना दमोह देहात में दिनांक 10.05.2013 को रिपोर्ट की थी
कि वह अपने साथी कल्लू कसाई मुब्बू उर्फ मुबीन तथा नूर मोहम्मद चारों लोग
एक ही मोटरसाईकिल से दमोह से हिण्डोरिया रात्रि करीब 10-11 बजें शादी के
कार्यक्रम में जा रहे थे जैसे वह लोग समन्ना पैट्रोल पंप के पास पहुंचे
तो देखा कि रास्ते में एक ट्रेक्टर ट्राली देख कर चारों फरियादीगण रूक गए
तभी कई लोग पीछे से दौड कर जो मार्शल गाडी से उतर कर वेयर हाउस के पास से
आए थे, उनमें पप्पू ठाकुर, राजू गाडर, राजेश पटेल, जगन्नाथ पटेल, विजय
पटेल, धर्मेन्द्र उर्फ चटन पटैल, झलकन, नीरज पंडा, बबलू यादव आदि एक राय
होकर आए जो अपने हाथों में बैस बाल के बल्ले, लाठी, रोंड एवं बंदूक लिये
थे, जिन्होंने राजा कुरेशी, नूर मोहम्मद, मुब्बू उर्फ मुबीन एवं कल्लू कसाई
के साथ मारपीट की थी़ जिसमें सभी लोगों को चोटें आई थीं तथा कल्लू कसाई
की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी।
राजा कुरैशी की रिपोर्ट पर से आरोपीगण के विरूद्ध थाना दमोह देहात की पुलिस ने अपराध क्र. 600/2015 अपराध धारा 307, 302, 147, 148, 149 भा.द.वि. के तहत मामला पंजीबद्ध किया था तथा विवेचनापूर्ण कर मामला न्यायालय को सुपुर्द किया गया था, जिसका विचारण तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश महोदय दमोह पीठासीन सुश्री महिमा कछवाहा के न्यायालय में किया गयां। जिसका सत्र प्रकरण कं. 51/2017 है, जिसमें अभियोजन में कुल 40 साक्षियों की साक्ष्य कराई। आरोपीगण राजेश पटेल, जगन्नाथ पटेल, विजय पटेल, धर्मेन्द्र उर्फ चटन पटेल के अधिवक्ता पीआर पटेल, मयंक पटेल. विनोद पटेल, अनुप कुमार सेन एवं श्रीमति अलका कोष्ठी के द्वारा साक्षियों के बारीकी से किये गए प्रतिपरीक्षण एवं बहस से सहमत होकर तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश महोदय दमोह पीठासीन सुश्री महिमा कछवाहा ने आरोपीगण को दोषमुक्त कर दिया।
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