गमगीन माहौल सागर के केसली में अंतिम संस्कार
दमोह। जिले में शराबी
गुंडा बदमाश तत्वों के लंबे समय से हौसले बुलंद है। यही वजह है कि एक के
बाद एक वारदातें होती है कुछ समय बाद पुलिस आरोपियों को पकड़ कर वाहवाही
लूट लेती है लेकिन जिनके परिवार की चिराग बुझ जाते हैं उनकी दशा देखने
समझने के लिए ना नेता पहुंचते हैं ना अधिकारी पहुंचते हैं। जो कुछ है जैसा
भी है दुखी परिजनों को स्वयं भुगतना पड़ता है।
ऐसे ही कुछ हालात का शिकार और सामना सागर जिले के केसली निवासी उस गरीब आदिवासी परिवार को भुगतना पड़ा है जिसकी बूढ़ी मां के बुढ़ापे का सहारा दमोह में शराब खोरी गुंडागर्दी का शिकार होकर कर्तव्य पथ की बलिवेदी पर शहीद हो गया। बात कर रहे हैं दमोह की कसाई मंडी पुलिस चौकी में पदस्थ रहे है एसएफ के आरक्षक सुरेंद्र सिंह आदिवासी की। जिनकी बीती रात चौकी के बाहर पत्थर मारकर बदमाशों ने हत्या कर दी थी। आज उनका शव केसली पहुंचने पर बेहद मर्मस्पर्शी दुखद हालात देखने को मिले। महिला पुलिसकर्मी शहीद जवान की बूढ़ी मां को संभाल नहीं पा रही थी।
ऐसे ही कुछ हालात का शिकार और सामना सागर जिले के केसली निवासी उस गरीब आदिवासी परिवार को भुगतना पड़ा है जिसकी बूढ़ी मां के बुढ़ापे का सहारा दमोह में शराब खोरी गुंडागर्दी का शिकार होकर कर्तव्य पथ की बलिवेदी पर शहीद हो गया। बात कर रहे हैं दमोह की कसाई मंडी पुलिस चौकी में पदस्थ रहे है एसएफ के आरक्षक सुरेंद्र सिंह आदिवासी की। जिनकी बीती रात चौकी के बाहर पत्थर मारकर बदमाशों ने हत्या कर दी थी। आज उनका शव केसली पहुंचने पर बेहद मर्मस्पर्शी दुखद हालात देखने को मिले। महिला पुलिसकर्मी शहीद जवान की बूढ़ी मां को संभाल नहीं पा रही थी।
इधर दमोह एसपी ऑफिस के समीप स्थित एसएफ केंप में
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में सुरेंद्र सिंह को चलानी के साथ
अंतिम विदाई देते हुए रवाना किया गया था। इस दौरान यहां भी सभी की आंखें नम थी। आपको
बता दें कि बीती रात शहर की कसाई मंडी पुलिस चौकी के बाहर ऑटो रिक्शा में
बैठकर शराब खोरी करके उत्पात मचा रहे 3 बदमाशों को रोकना टोकना चौकी में
पदस्थ 10 वीं बटालियन के केसली निवासी आरक्षक सुरेंद्र सिंह आदिवासी को
महंगा पड़ गया। तीनों बदमाशों ने आव देखा न ताव एसएस जवान के सिर के पीछे
पत्थर से भरपूर बार किया जिससे वह जमीन पर गिर गया। इसके बाद भागते हुए भी
उन्होंने पत्थरबाजी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
यह पूरा घटनाक्रम आसपास के
घरों के बाहर लगे सीसीटीवी मैं रिकॉर्ड हो गया। और इसी आधार पर शनिवार को
पुलिस ने तीनों बदमाशों की शिनाख्त करके उन्हें हिरासत में लेने में देर
नहीं की। पकड़े गए बदमाश शरीफ खान, आशीष राठौर एवं गोलू रैकवार बताए रहे
हैं। वही ऑटो चालक के बारे में फिलहाल जानकारी नहीं लग सकी। बीती
रात करीब कसाई मंडी पुलिस चौकी के बाहर शराब खोरी गुंडागर्दी के इस नंगे
नाच और बदमाशों की बुलंद हौसलों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कल
ही विभिन्न मुद्दों को लेकर हिंदू संगठनों के द्वारा दमोह बंद का आह्वान
किया गया था। जिसमें कसाई मंडी क्षेत्र मैं संचालित असामाजिक अराजक
गतिविधियों को लेकर भी आवाज उठाई गई थी।
उल्लेखनीय है कि उपरोक्त वारदात के
बाद सबसे पहले स्थानी पार्षद भाजपा नेत्री श्रीमती कविता राय अपने घर के
बाहर निकली उन्होंने पुलिस जवान को लहूलुहान हालत में जमीन पर पड़े देखा और
एसपी को इसकी सूचना दी। बाद में पुलिस के पहुंचने पर वह भी जिला अस्पताल
पहुंची जहां उन्होंने एसपी डीआर तेनीवार को पूरे हालात घटनाक्रम से अवगत
कराते हुए अपना आक्रोश भी व्यक्त किया।
भाजपा महामंत्री ने गृह मंत्री को लिखा पत्र..
शहर
की कानून व्यवस्था को लेकर विभिन्न हिंदू संगठनों के पदाधिकारी पहले भी
सवाल उठाते रहे हैं। कल भी दमोह बंद के दौरान कलेक्टर एसपी हटाओ दमोह बचाव
के नारे लगाए जाते रहे थे। वही एसएफ आरक्षक की पत्थर मारकर हत्या कर दी
जाने के मामले के बाद भाजपा जिला महामंत्री सतीश तिवारी ने प्रदेश के
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को खुला पत्र लिखते हुए दमोह में लगातार बिगड़ते
कानून व्यवस्था के हालातों को लेकर अवगत कराया है।
उन्होंने कल के पूरा
घटनाक्रम का पत्र में हवाला देते हुए साफ किया है कि दमोह की कसाई मंडी गौ
तस्करी और अवैध हथियारों की तस्करी का अड्डा बनी हुई है। उन्होंने मामले के
आरोपियों पर कठोरतम कार्रवाई किए जाने के साथ अवैध निर्माणों पर बुलडोजर
चलाए जाने और कसाई मंडी क्षेत्र में अवैध अराजक गतिविधियों के लिए
जिम्मेदार लोगों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई कराए जाने की मांग की है इस
पत्र की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री डीजीपी एवं दमोह एसपी को भी भेजी गई है।
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