डॉ अजय लाल पर की गई झूठी एफआईआर की निष्पक्ष जाँच की माँग को लेकर एसपी मिले संस्था सहकर्मी
दमोह।
एक दिन पूर्व राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग महिला एवं बाल विकास के
राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो और राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के
सदस्य ओंकार सिंह का दमोह नगर आगमन हुआ जो कि औचक निरीक्षण करना था लेकिन
उनके आने की ख़बर मीडिया में एक दिन पूर्व आ गई थी जिसको लेकर जिला महिला
एवं बाल विकास बाल कल्याण विभाग सहिंत समस्त अधिकारियों को सूचना मिली जो
मौके पर उपस्थित रहे ।
जब राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो और राज्य बाल
अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य सहित जिला प्रशासन के दल बल के साथ दमोह के
कुछ बाल गृह औचक निरीक्षण करने पहुँचे तो हड़कंप के हालात बन गए जहां वे
दमोह नगर के भडावारी स्थित बाल गृह पहुँचे जहां प्र अविवस्थायें पाकर
नाराज़गी जाहिर की इसी के साथ दमोह के मरुताल स्थित आधारशिला संस्थान के
बालगृह एवं बालिका गृह का भी निरीक्षण किया जहाँ कानूनगो के आधारशिला
संस्थान पहुंचे ही पूर्व सूचना के तहत संस्थान के अधिकारी और बच्चे आने
वाले अधिकारियों के स्वागत के लिए फूल मालाएं लिए खड़े हुए थे स्वागत के
लिए, लेकिन कानूनगो प्रियांक भड़क उठे और महिला स्टाफ और बच्चों के सामने
ही संस्थान के अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाई जिससे न सिर्फ स्टाफ बल्कि
मासूम बच्चे भी सहम गए, हालांकि आधारशिला संस्थान में सभी जानकारी उपलब्ध
मिली ।
बाद में उन्होंने दमोह देहात थाने पहुंचकर
भडावारी स्थित बाल गृह प्रबंधन समिति के 10 लोगों के ख़िलाफ़ प्राथमिकी
दर्ज कराई जिसमें डॉ अजय लाल का भी उस समिति में ज़बरन नाम शामिल किया गया
। जबकी जिस संस्था के दस लोगों में शामिल डॉ अजय लाल पर मामला बनाया वे 2
वर्ष पहले ही उस प्रबंधन समिति से अलग हो चुके थे । बावजूद डॉ लाल का नाम
जोड़ा गया है । इसी के चलते आधारशिला संस्थान के समस्त स्टाफ व सहकर्मियों
ने डॉ अजय लाल के गलत तरीके से झूठा नाम शामिल किए जाने पर एक राय होकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एक ज्ञापन सौंपते हुए कहा है कि
हमारे संस्था के मुखिया डॉ अजय लाल पर जो झूठा प्रकरण बनाया है उसकी
निष्पक्षता से जांच करते हुए उनका नाम उस लिस्ट हटाकर न्याय किया जाये ।
इसपर पुलिस अधीक्षक तेनिवार ने उचित जाँच का भरोसा दिलाया है ।
भगवती मानव कल्याण संगठन ने झूठी एफआईआर की सही जांच कराने के लिए एसपी को सौंपा ज्ञापन
दमोह। भगवती मानव कल्याण संगठन ने कुम्हारी थाना में संगठन कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज की गई झूठी एफआईआर की सही जांच कराने के लिए एसपी को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें बताया गया है कि जिले के कुम्हारी थाना अंतर्गत का एक मामला सामने आया जहा रामरतन यादव पिता भगवत यादव एवं पुष्पेंद्र अहिरवार पिता बबलू अहिरवार खमरिया बक्सरी थाना कुमारी के विरुद्ध आरक्षक नरेंद्र सिंह गौड़ एवं एवं जलेश पटेल की रिपोर्ट पर थाना कुम्हारी में झूठा प्रकरण पंजीबद्ध किया गया।
दमोह। भगवती मानव कल्याण संगठन ने कुम्हारी थाना में संगठन कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज की गई झूठी एफआईआर की सही जांच कराने के लिए एसपी को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें बताया गया है कि जिले के कुम्हारी थाना अंतर्गत का एक मामला सामने आया जहा रामरतन यादव पिता भगवत यादव एवं पुष्पेंद्र अहिरवार पिता बबलू अहिरवार खमरिया बक्सरी थाना कुमारी के विरुद्ध आरक्षक नरेंद्र सिंह गौड़ एवं एवं जलेश पटेल की रिपोर्ट पर थाना कुम्हारी में झूठा प्रकरण पंजीबद्ध किया गया।
रामरतन यादव एवं
पुष्पेंद्र अहिरवार पिता बबलू अहिरवार निवासी खमरिया बक्सरी थाना कुम्हारी के निवासी हैं। भगवती मानव कल्याण संगठन के कार्यकर्ता हैं। विगत
वर्षों से संगठन के द्वारा नशा विरोधी अभियान चलाया जा रहा है इसी तारतम्य
में दिनांक 9 नवंबर 2022 को कुम्हारी शराब ठेके की अवैध 5 पेटी शराब मय
बोलेरो की पकड़ी गई थी जिसकी कायमी थाना कुम्हारी में हुई थी। दूसरे दिन
दिनांक 10 नवंबर 2022 को शाम 7 बजे
अनिल राजपूत, पुष्पेंद्र राजपूत, अभिषेक राजपूत, राजपाल घोसी, रंजोर घोसी,
सतीश राय यह सभी लोग लाठी, तलवार कट्टा लेकर आए और मुझे एवं पुष्पेंद्र
अहिरवार को भद्दी भद्दी गालियां देकर लाठी एवं लात घुसा से मारपीट करने लगे, यह की मारपीट से मुझे एवं पुष्पेंद्र को चोटे
आई थी। मैंने अपने संगठन के लोग विजय पटेल, दीपक यादव, सीताराम यादव, गोविंद
पटेल, शैलेंद्र राजपूत, सौरभ राजपूत, जगदीश यादव को बुलाया और उनको लेकर
थाना कुम्हारी रिपोर्ट करने गए वहां पर उक्त लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
कराई ।
और जब मुझे थाना प्रभारी द्वारा मुलायजा हेतु गाड़ी में बैठाया। तभी
थाना कुम्हारी के आरक्षक नरेंद्र गौड़, आरक्षक जलेश पटेल शराब दुकान
कुम्हारी के लोगों के साथ लेकर थाना आ गए और मुझे एवं मेरे साथ वालों को
दोनों आरक्षक की गाली देने लगे और गाड़ी से उतार लिया और
बोले कि इनका मुलायजा नहीं होना है और मारपीट करने लगे तब मेरे संगठन के
लोगों ने रोका गाली गुफ्तार और मारपीट क्यों कर रहे हो तो उन पर भी दोनों
आरक्षक मारने के लिए उतावले हो गए और बोले कि बंदूक लाओ इन लोगों को गोली
मारकर खत्म करना है उसी समय थाना प्रभारी और भी पुलिस वाले ने दोनों
आरक्षकों को समझा कर अलग किया पुलिस वालों ने बोला की जय माता वाले वीडियो
बना रहे हैं तो दोनों आरक्षण बोले कि थाने का कैमरा बंद है और अधिकारियों
को गाली बकने लगे। तब हम लोग वहां से भाग आए हम लोगों का दूसरे दिन थाने
वालों ने मुलायजा कराया।
थाना प्रभारी ने आरक्षक नरेंद्र गौड़ की रिपोर्ट पर
मेरे खिलाफ एवं मेरे संगठन के साथियों के खिलाफ जातीयता का फायदा लेकर झूठा
मुकदमा थाना कुमारी में थाना प्रभारी द्वारा दर्ज कर दिया जबकि हम लोग
अपनी रिपोर्ट दर्ज कराने गए थे हम लोग की कोई गलती नहीं है कि सही जांच कर
प्रकरण को खारिज करने की कृपा कर आरक्षक नरेंद्र गौड़ एवं जलेश पटेल के
खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की कृपा करें जिससे पुलिस विभाग की छवि धूमिल ना
पहुंचे।
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