मानस भवन में रोजगार दिवस कार्यशाला आयोजित
दमोह। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना अंतर्गत ओडीओपी एवं रोजगार दिवस कार्यक्रम का आयोजन आज स्थानीय मानस भवन में किया गया । उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा कार्यक्रम में ष्एक जिला एक उत्पादष् एवं रोजगार दिवस के तहत एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम में 1720 हितग्राहियों को 2071.63 लाख रुपए का ऋण वितरित किया गया। रोजगार दिवस के अवसर पर आई कंपनियों द्वारा 8 वीं से स्नातक तक के शिक्षित बेरोजगार आवेदकों का साक्षात्कार कर 382 आवेदकों का चयन किया । कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री जी के संबोधन का लाईव टेलीकास्ट देखा व सुना गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये पूर्व कृषि मंत्री डॉ रामकृष्ण कुसमरिया ने कहा टेक्नालॉजी की शुरूआत हमारी सरकार द्वारा करवाई गई है । अब बहुत ज्यादा गांव.गांव में और आप सभी के पास टेक्नोलॉजी पहुंच गई है। सभी लोग रूचि कि साथ इसको करेंगे और आगे बड़ेंगे तो निश्चित रूप से भारत को आत्मनिर्भर बनाने में हम सभी का सहयोग होगा। सांसद प्रतिनिधि नरेन्द्र बजाज ने कहा आने वाले दिनों में हम और आगे जाएंगेए जिस हिसाब से हमारी सरकार सहायता दे रही है और नयी.नयी तकनीकों का विकास कर रही है जिससे हम आगे जाएंगे। उन्होंने कहा हमारा पारंपरिक रोजगार प्राकृतिक खेती है। सभी किसान पूरे खेत में खेती ना करें, यदि किसी किसान के पास 5 एकड़ का खेत है तो 1 एकड़ में करें और यदि 50 एकड़ का खेत है तो 5 एकड़ में प्राकृतिक खेती करें।
पूर्व विधायक लखन पटेल ने कहा परंपरागत तरीके से सैकड़ों वर्षो से खेती होती आ रही हैए यहां कई ऐसे लोग हैं जो छोटे.छोटे उद्योग लगाकर वर्षों से काम करते आ रहे हैं। दमोह में बहुत पहले मिर्ची बड़ी मात्रा में होती थीए जैसे खरगोन और खंडवा में मिर्ची पैदा होती है वैसे जिले में पिपरियाए शहनाई और वहां आसपास के गांवों में पैदा हुआ करती थी। कलेक्टर एसण् कृष्ण चैतन्य ने कहा राज्य स्तरीय ओडीओपी कार्यक्रम और जिला स्तरीय ओडीओपी कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें शासन के निर्देशानुसार रोजगार दिवस हर महिने मनाया जाता हैए वह कार्यक्रम भी किया गया है। पिछले रोजगार दिवस से लेकर इस रोजगार दिवस तक 1720 लोगों को स्वरोजगार से और 382 आवेदकों को रोजगार से लाभांवित किया गया है। कलेक्टर श्री चैतन्य ने कहा हर महिने सभी विभागों का यही प्रयास रहता है कि शासन द्वारा दिये गये निर्देशानुसार जिन.जिन योजनाओं में लोगों को लाभांवित किया जा सकता हैए उन्हें लाभांवित किया जा रहा है। सभी बैंको से लगातार समन्वय स्थापित किया जा रहा है जिससे लोगों को स्वरोजगार का पूरा लाभ मिल सके। जो लोग स्वरोजगार के माध्यम से इकाई स्थापित करना चाहते है या अपना काम करना चाहते है उन लोगों को पूरा लाभ मिल सके यह प्रयास किये जा रहे है। सीईओ जिला पंचायत अजय श्रीवास्तव ने कहा जैसा की सभी को विदित है कि नौकरी के अवसर धीरे.धीरे कम हो रहे हैंए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी भी यह चाह रहे हैं कि मेक इन इंडिया बाय इन इंडिया के तहत हम स्वयं का कोई स्वरोजगार शुरू करेंए इसके लिए शासन द्वारा तरह.तरह की योजनाएं लाई गई हैंए जिससे शिक्षित युवा चाहे वह किसी भी वर्ग से होए वह आर्थिक रूप से कमजोर हैए उनके लिए विशेष ऋण की योजनाएं हैंए जिनमें सब्सिडी भी है और ब्याज में भी सब्सिडी उपलब्ध है। विशेष रूप से उद्योग वाला एक कार्यक्रम है एक जिला एक उत्पाद जिसमें जिले से चना दाल और टमाटर शामिल हैए जिले में बहुत ही अच्छी गुणवत्ता की चना दाल होती है। उत्पादों में फल उत्पादए सब्जी के उत्पाद या मसाला के उत्पाद हैए अनाज के उत्पाद हैं या अन्य चीजें हैं जिनको सुखा करके उनकी मार्केटिंग की जा सकती हैए इसमें जिन लोगों की रूचि है उनके लिए हर क्षेत्र में अनुदान उपलब्ध है इन योजनाओं का लाभ आप सभी को उठाना चाहिए।कार्यक्रम के प्रारंभ में पूर्व क्षेत्रीय समन्यव्यक जबलपुर एसएल कोरी ने अपने प्रशिक्षण के दौरान कहा आज दमोह में उद्यानिकी विभाग द्वारा आयोजित एक जिला एक उत्पाद कार्यक्रम के तहत युवाओं को खाद्य प्रसंस्करण पर आधारित उद्योग की उपस्थित जनों को दी गई है। कृषि एवं खाद्य पर आधारित क्या.क्या व्यवसाय एवं कौन.कौन से उद्योग लगाये जा सकते हैं उसके बारे में बताया गया हैए साथ ही साथ कृषि उत्पादों के लिए और खाद्य प्रसंस्करण आधारित उद्योगों के लिए और समस्त प्रकार के खाद्य उत्पादों के लिए और किसी भी प्रकार की उद्योग व्यवस्था के लिए किस प्रकार के लाइसेंस और उपकरण की जरूरत होती हैए इनके बारे में बताया गयाए जैसे कि फसाई एक महत्वपूर्ण लाइसेंस होता हैए वह कैसे लेना है और कहां से लेना हैए किस.किस के लिए वह महत्वपूर्ण है इसकी महत्वता के ऊपर प्रकाश डाला गया। साथ ही साथ कृषि उत्पादों का विपणन कैसे करना हैए मार्केट में उसको कैसे बेचना हैए कोई भी उत्पाद फैक्ट्री में बना लिया जाता है पर उसको उपभोगता तक कैसे पहुंचाना हैउस पर सभी को विस्तार से जानकारी दी गई। उद्योग विभाग के सहायक संचालक अशोक शर्मा ने कहा यह कार्यक्रम तीन चरणों में आयोजित किया गया जिसमें विषय विशेषज्ञों द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र दमोह सागर और जबलपुर से आए हुए विशेषज्ञ द्वारा व्याख्यान दिए गए हैंअच्छी जानकारियों दी गई है। प्रतिमाह होने वाला रोजगार दिवस का कार्यक्रम किया गया है जिसमें विभिन्न विभागों द्वारा संचालित हितग्राही मूलक योजनाएं हैं उनके बैंकों के माध्यम से जो ऋण उपलब्ध कराया गया उसका आज वितरण किया गया है। इसमें इस माह कुल मिलाकर 1 हजार 720 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया हैए उन्हें 20 करोड़ 71 लाख का ऋण प्रदान किया गया है। इसी के साथ ही रोजगार मेले में 8 कंपनियां उपस्थित हुई है जिसमें 12 बजे तक 181 शिक्षित युवाओं का चयन कर ऑफर लेटर प्रदान किये गए हैंए जो अभी निरंतर जारी है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जी की जो पहली प्राथमिकता है वह शिक्षित युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ना है। सहायक संचालक उद्यानिकी विभाग यश कुमार सिंह ने कहा एक जिला एक उत्पाद की कार्यशाला एवं स्वरोजगार दिवस आज मानस भवन में आयोजित किया गया जिसमें 300 उद्यमी शामिल हुए हैं। जबलपुर के सेडमैप के विशेष वैज्ञानिकों द्वारा मार्केटिंग संबंधी जानकारी दी गई। केवीके वैज्ञानिक डॉ मनोज अहिरवार द्वारा किस.किस चीज का प्रोडक्ट बना सकते हैं बताया गया।रोजगार दिवस के अवसर पर आज मानस भवन में जिला उद्योग केंद्र दमोह द्वारा मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के तहत 24 हितग्राहियों को 112.15 लाखए पीएमईजीपी योजना के तहत 10 हितग्राहियों को 132ण्6 लाखए खादी एवं ग्राम उद्योग बोर्ड दमोह की पीएमईजीपी योजना के तहत 5 हितग्राहियों को 47.28 लाखए राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन दमोह की एसएचजी बैंक लिंकेज ;सीसीएलद्ध योजना के तहत 171 हितग्राहियों को 312 लाखए मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना के तहत 152 हितग्राहियों को 15ण्2 लाखए प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योग योजना के तहत 136 हितग्राहियों को 54ण्44 लाखए जिला शहरी विकास अभिकरण की स्वरोजगार योजना के तहत 20 हितग्राहियों को 26ण्95 लाखए समूह ऋण योजना के तहत 3 हितग्राहियों को 7ण्6 लाखए समूह लिंकेज ;सीसीएलद्ध योजना के तहत 4 हितग्राहियों को 2 लाखए पीएम स्वनिधि योजना ;10ए000द्ध के तहत 73 हितग्राहियों को 7ण्3 लाखए पीएम स्वनिधि योजना ;20000द्ध के तहत 114 हितग्राहियों को 22ण्7 लाखए पीएम स्वनिधि योजना ;50ए000द्ध के तहत 5 हितग्राहियों को 2ण्5 लाखए बैंक की मुद्रा योजना के तहत 731 हितग्राहियों को 1201ण्61 लाखए मत्स्य विभाग की मत्स्य तालाब पट्टा वितरण योजना के तहत 21 हितग्राहियों को तालाब पट्टा वितरणए मत्स्य बीज उत्पादन योजना के तहत 8 हितग्राहियों को 0ण्1 लाखए पशुपालन विभाग की पशुपालन ;केसीसीद्ध योजना के तहत 220 हितग्राहियों को 110ण्9 लाखए गौ.मित्र सामग्री वितरण योजना के तहत 20 हितग्राहियों को लाभए आचार्य विद्यासागर योजना के तहत 2 हितग्राहियों को 16 लाख एवं अंत्यावसायी की डॉक्टर अंबेडकर योजना के तहत 1 हितग्राही को 0ण्30 लाख रूपये का ऋण प्रदान किया गया।
जनसंपर्क अधिकारी YA कुरैशी की कलम से
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