पं विद्यासागर पांडे 75 वां जन्मदिन अमृत महोत्सव
दमोह। विषम से विषम परिस्थिति में भी दृढ़ता के साथ खड़े रहने वाले चेहरे पर सदैव मुस्कुराहट और पारंपरिक वेशभूषा के साथ सबके ऊपर आशीष ही वर्षा करने वाले पंडित विद्यासागर पांडे को कौन नहीं जानता। राष्ट्रवाद की विचारधारा से ओतप्रोत होकर जनसंघ के समय से राजनीति में प्रवेश करने वाले भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न दायित्व को सफलतापूर्वक निर्वहन करने वाले पंडित विद्यासागर पांडे का 75 वां जन्मोत्सव समारोह स्थानीय शिव हनुमान मंदिर जिला जेल के समीप विप्र समाज ने हर्षोल्लास के वातावरण में मनाया। इस अवसर पर जहां धार्मिक, संस्कृति और सामाजिक के परिवेश दिखाई दिया तो वही आधुनिकता की भी झलक दिखलाई दी। सभी ने पुष्पहार, साल श्रीफल,मिष्ठान और उपहार भेंट किए तो केक भी काटा गया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता राष्ट्रीय कार्यकारणी के पूर्व सदस्य, पर्व जिलाध्यक्ष पं विद्यासागर पांडे का 75 वा जन्मदिन विप्र समाज द्वारा अमृत महोत्सव के रूप में मनाया गया। दमोह सांसद तथा केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने भी अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की है। सांसद प्रतिनिधि नरेंद्र बजाज ने पुष्पगुच्छ के माध्यम से संदेश और शुभकामनाएं देते हुए आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर पं लखन लाल तिवारी ने कहा पं विद्यासागर पांडे हम सभी के लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं। पं प्रमोद नायक ने कहा पं विद्यासागर पांडे का 75 वर्ष का यह जीवन जो है उसमें 50 वर्ष सार्वजनिक जीवन के हैं उन्होंने इन वर्षों में आर्थिक राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तनों को नजदीक से देखा है हम सब को उनके ज्ञान और अनुभवों का लाभ लेना चाहिए। अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष पं कमलेश भारद्वाज ने कहा देवभूमि में जन्म उत्सव मनाया जाना अपने आप में गौरव का क्षण है।
पं बिहारीलाल गौतम ने कहा कि विषम परिस्थिति में भी पार्टी का झंडा लेकर कार्य करने वाले जमीन से जुड़े अपने दम पर खड़े होने वाले विद्या सागर पांडे हम सबके प्रेरणा स्रोत हैं। वरिष्ठ पत्रकार नारायण सिंह ने कहां की विषम परिस्थितियों में भी मुस्कुराने वाले विद्यासागर पांडे के संघर्षों एवं झंझावातों का में स्वयं हूं। वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र दुबे ने कहा कि जन्मोत्सव तो बहुत होते हैं परंतु कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन की मिसाल प्रस्तुत की जाती है पंडित पांडे दीर्घायु हो और स्वस्थ रहें। वरिष्ठ पत्रकार डॉ एलएन वैष्णव ने कहा पंडित विद्यासागर पांडे के जीवन पर ना अभाव का प्रभाव पड़ा और ना किसी नेता या परिस्थिति का अपने स्वभाव में जीते हुए हम सबके लिए प्रेरणा स्रोत बने हुए। संचालन करने वाले बीएम दुबे ने कविता के माध्यम से संदेश और संकेत के साथ पंडित विद्यासागर पांडे के जीवन वृत्त को सामने रखा।दमोह
जिले के हटा जनपद में जन्मे पंडित विद्यासागर पांडे का जीवन संघर्षों से
भरा रहा। धर्म और अध्यात्म के साथ संस्कृति और इतिहास के विषय में अच्छी
पकड़ रखने वाले पंडित पांडे विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी
के संगठन में विभिन्न दायित्वों का निर्वाहन कुशलतापूर्वक करते रहे हैं।
वर्तमान में दमोह जिले में भारतीय जनता पार्टी का जो विशाल कार्यालय दिखलाई
देता है उसका शुभारंभ पंडित विद्यासागर पांडे के जिला अध्यक्ष के कार्यकाल
में ही प्रारंभ हुआ था। घर से कार्यालय ना चला कर एक किराए के भवन में
सबके लिए कार्यालय का दरवाजा सदैव रखने का कार्य पंडित पांडे ने ही प्रारंभ
किया था। राम मंदिर निर्माण के लिए कार सेवा की बात हो या फिर कश्मीर में
एकता यात्रा की सभी में अपनी उपस्थिति पंडित विद्यासागर पांडे ने दर्ज कराई
है।
अपनी बात को बेबाक तरीके से रखने का इनका अंदाज एकदम निराला है बड़ा नेता हो या कोई हो जो सत्य है उसको कहने में वह कभी नहीं हिचके। पंडित अटल बिहारी बाजपेई से भी नजदीक करता रहा। जब देश में जनसंघ संघर्ष कर रहा था भारतीय जनता पार्टी का उदय भी नहीं हुआ था तब पंडित विद्यासागर पांडे ने समर्पण और दबंगता के साथ राष्ट्रवादी विचारधारा के साथ खड़े होकर एक मिसाल प्रस्तुत की। समारोह में प्रमुख रूप से पं सुदामा दुबे, पं सुरेश सरैया, पं सत्यम पांडे, पं ऋषि उपाध्याय, पं मनोज देवलिया, पं रमेश तिवारी, पं नारायण प्यासी, पं भारत दुबे, गोपाल प्यासी, पं विनोद शांडिल्य, पं राहुल पाठक, राकेश हजारी, सरपंच जयपाल यादव, पं मनीष तिवारी साहित बड़ी संख्या में विप्र समाज के साथ अन्य वर्ग के लोगों की भी उपस्थिति रही।
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